1पिरेम क रस्ता पर कोसिस करत रहा। अउर आध्यात्मिक बरदानन क निष्ठा क साथे अभिलास करआ। बिसेस रूप स परमेस्सर क तरफ स बोलइ क।
1ϭⲟϫⲓ ⳿ⲛⲥⲁ ϯ⳿ⲁⲅⲁⲡⲏ ⲭⲟϩ ⲇⲉ ⳿ⲉⲛⲓⲡⲛ̅ⲁ̅ⲧⲓⲕⲟⲛ ⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⲇⲉ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲉⲩⲓⲛ..
2काहेकि जेका दुसरन क भाखा मँ बोलइ क बरदान मिला ब, उ तउ सही मँ लोगन स नाहीं, बल्कि परमेस्सर स बात करत बाटइ। काहेकि ओका केउ समझ नाहीं पावत, उ त आतिमा क सक्ति स रहस्यमय होइके बानी बोलत बा।
2ⲡⲉⲧⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ⳿ⲫⲗⲁⲥ ⲉϥⲥⲁϫⲓ ⲛⲉⲙ ⲛⲓⲣⲱⲙⲓ ⲁⲛ ⲁⲗⲗⲁ ⲫϯ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ϩⲗⲓ ⲅⲁⲣ ⲥⲱⲧⲉⲙ ⳿ⲉⲣⲟϥ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲡⲛ̅ⲁ̅ ϫⲉ ⳿ϥⲥⲁϫⲓ ⳿ⲛϩⲁⲛⲙⲩⲥⲧⲏⲣⲓⲟⲛ..
3मुला उ जेका परमेस्सर कइँती स बोलइ क बरदान मिला बा, उ लोगन स ओन्हे आतिमा मँ मजबूत प्रोत्साहन अउर चैन पहुँचावइ बरे बोलत बा।
3ⲫⲏ ⲇⲉ ⳿ⲉⲧⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲉⲩⲓⲛ ⲁϥⲥⲁϫⲓ ⲛⲉⲙ ⲛⲓⲣⲱⲙⲓ ⳿ⲛⲟⲩⲕⲱⲧ ⲛⲉⲙ ⲟⲩⲛⲟⲙϯ ⲛⲉⲙ ⲟⲩⲑⲱⲧ ⳿ⲛϩⲏⲧ..
4जेका विभिन्न भाखन मँ बोलइ क बरदान मिला बा उ तउ बस आपन आतिमा क ही मजबूत करत ह मुला जेका परमेस्सर कइँती स बोलइ क सामर्थ मिला बा उ समूची कलीसिया क आध्यात्मिक रूप स मजबूत बनावत ह।
4ⲡⲉⲧⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ⳿ⲫⲗⲁⲥ ⲁϥⲕⲱⲧ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⳿ⲙⲙⲁⲩⲁⲧϥ ⲫⲏ ⲇⲉ ⲉⲧⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲉⲩⲓⲛ ⲁϥⲕⲱⲧ ⳿ⲛⲟⲩⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓⲁ..
5अब मइँ चाहत हउँ कि तू सबइ दूसर कइयउ भाखा बोला। मुला एहसे जियादा मइँ इ चाहित हउँ कि तू परमेस्सर कइँती स बोल सका काहेकि कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूती क बरे अपने कहे क बियाखिया करइवाले क छोड़िके, दूसरी भाखा बोलइवालन स परमेस्सर कइँती स बोलइवाला बड़ा बा।
5ϯⲟⲩⲉϣ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲇⲉ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ϩⲁⲛⲗⲁⲥ ⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⲇⲉ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲉⲩⲓⲛ ⲛⲁⲛⲉ ⲡⲉⲧⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏ ⲧⲉⲩⲓⲛ ⲇⲉ ⳿ⲉϩⲟⲧⲉ ⲡⲉⲧⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ⳿ⲫⲗⲁⲥ ⲥⲁⲃⲟⲗ ⳿ⲓⲙⲏⲧⲓ ⳿ⲛⲧⲉϥⲉⲣⲙⲉⲛⲉⲩⲓⲛ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉ ϯⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓⲁ ϭⲓ ⳿ⲛⲟⲩⲕⲱⲧ..
6तउन भाइयो तथा बहिनियो, अगर दूसरी भाखन मँ बोलत भआ मइँ तोहरे लगे आवउँ तउ हसे तोहार का भला होइ, जब तलक कि तोहरे बरे मइँ कउनउ रहस्य उद्घाटन, दिव्य गियान, परमेस्सर क सन्देस या कउनउ उपदेस न देउँ।
6ϯⲛⲟⲩ ⲇⲉ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ⲉϣⲱⲡ ⲁⲓϣⲁⲛ⳿ⲓ ϩⲁⲣⲱⲧⲉⲛ ⲉⲓⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ϩⲁⲛⲗⲁⲥ ⲟⲩ ⳿ⲛϩⲏⲟⲩ ⲡⲉϯⲛⲁⲧⲏⲓϥ ⲛⲱⲧⲉⲛ ⲁⲓ⳿ϣⲧⲉⲙⲥⲁϫⲓ ⲛⲉⲙⲱⲧⲉⲛ ϧⲉⲛ ⲟⲩϭⲱⲣⲡ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⲓⲉ ϧⲉⲛ ⲟⲩ⳿ⲉⲙⲓ ⲓⲉ ϧⲉⲛ ⲟⲩ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲓ⳿ⲁ ⲓⲉ ϧⲉⲛ ⲟⲩ⳿ⲥⲃⲱ..
7इ बोलब त अइसेन ही होइ जइसे कउनो बाँसुरी या सांरगी जइसेन निर्जीव बाजा क आवाज। अगर कउनो बाजा क स्वरन मँ परस्पर साफ अन्तर न होइ तउ कउनउ कइसे पता लगाइ पाई कि बाँसुरी या सांरगी पर कउन स धुन बजाइ जात बा।
7⳿ⲟⲙⲱⲥ ⲛⲓⲁⲧⲯⲩⲭⲏ ⲉⲩϯ ⳿ⲛⲧⲟⲩ⳿ⲥⲙⲏ ⳿ⲓⲧⲉ ⲟⲩⲥⲏⲃⲓ ⳿ⲛϫⲱ ⳿ⲓⲧⲉ ⲟⲩⲕⲩⲑⲁⲣⲁ ⲁⲩ⳿ϣⲧⲉⲙϣⲓⲃϯ ⳿ⲛⲧⲟⲩ⳿ⲥⲙⲏ ⲡⲱⲥ ⲥⲉⲛⲁ⳿ⲉⲙⲓ ⳿ⲉⲡⲉⲧⲟⲩϫⲱ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲓⲉ ⲫⲏ ⲉⲧⲟⲩⲉⲣⲕⲩⲑⲁⲣⲓⲍⲓⲛ ⳿ⲙⲙⲟϥ..
8अउर अगर बिगुल स अस्पस्ट आवाज निकलइ लागइ तउ फिन युद्ध क बरे तइयार के होई?
8ⲕⲉ ⲅⲁⲣ ⲉϣⲱⲡ ⲁⲣⲉϣⲁⲛ ⲟⲩⲥⲁⲗⲡⲓⲅⲝ ϯ ⳿ⲛⲟⲩ⳿ⲥⲙⲏ ⲉⲥⲟⲩⲟⲛϩ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⲁⲛ ⲛⲓⲙ ⲉⲑⲛⲁ⳿ϣⲥⲉⲃⲧⲱⲧϥ ⳿ⲉ⳿ⲡⲡⲟⲗⲉⲙⲟⲥ..
9इही तरह कउनो दूसरे क भाखा मँ जब तक कि तू साफ-साफ न बोला, तब तलक केऊॅ कइसेन समझ पाई कि तू का कहे रह्या। काहेकि अइसेन मँ तू बस हवा मँ बोलाइवाला ही रही जाब्या।
9ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ϩⲱⲧⲉⲛ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⳿ⲫⲗⲁⲥ ⲉϣⲱⲡ ⳿ⲁⲣⲉⲧⲉⲛ ⳿ϣⲧⲉⲙϫⲉ ⲟⲩⲥⲁϫⲓ ⲉϥⲟⲩⲟⲛϩ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⲡⲱⲥ ⲥⲉⲛⲁ⳿ⲉⲙⲓ ⳿ⲉⲡⲉⲧⲉⲧⲉⲛϫⲱ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲧⲉⲧⲉⲛⲛⲁϣⲱⲡⲓ ⲅⲁⲣ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲥⲁϫⲓ ⳿ⲉ⳿ⲡ⳿ⲁⲏⲣ..
10एहमाँ कउनउ संदेह नाहीं बा कि संसार मँ भाँति-भाँति क बोली अहइँ अउर ओहमाँ स कउनउ खराब नाहीं अहइ।
10ⲟⲩⲟⲛ ⲟⲩⲙⲏϣ ⳿ⲛ⳿ϣⲗⲱⲗ ⳿ⲛ⳿ⲥⲙⲏ ϧⲉⲛ ⲡⲁⲓⲕⲟⲥⲙⲟⲥ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ϩⲗⲓ ⲉϥⲟⲓ ⳿ⲛⲁⲧ⳿ⲥⲙⲏ..
11तउन अब तलक मइँ ओह भाखा क जानकार नाहीं हउँ, तब तलक बोलइवालन क बरे मइँ एक अजनबी ही रहबइ। अउर उ बोलइवाला मोरे बरे एक ठु अजनबी ही ठहरी।
11⳿ⲉϣⲱⲡ ⲟⲩⲛ ⲁⲓ⳿ϣⲧⲉⲙ⳿ⲉⲙⲓ ⳿ⲉ⳿ⲧϫⲟⲙ ⳿ⲛⲧⲉ ϯ⳿ⲥⲙⲏ ϯⲛⲁϣⲱⲡⲓ ⲉⲓⲟⲓ ⳿ⲙⲃⲁⲣⲃⲁⲣⲟⲥ ⳿ⲛⲧⲟⲧϥ ⳿ⲙⲡⲉⲧⲥⲁϫⲓ ⲟⲩⲟϩ ⲡⲉⲧⲥⲁϫⲓ ⲛⲉⲙⲏⲓ ⳿ϥⲛⲁϣⲱⲡⲓ ⳿ⲙⲃⲁⲣⲃⲁⲣⲟⲥ ⳿ⲛⲧⲟⲧ..
12तोह पइ इ बात लागू होत ह काहेकि तू आध्यात्मिक बरदानन क पावइ बरे उत्सुक अहा। इही बरे ओहमाँ भरपूर होइ क प्रयास करा। जेहसे कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूति मिली जाइ।
12ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⳿ⲛⲑⲱⲧⲉⲛ ϩⲱⲧⲉⲛ ⳿ⲉⲡⲓⲇⲏ ⲧⲉⲧⲉⲛⲟⲓ ⳿ⲛⲣⲉϥⲭⲟϩ ⳿ⲛⲛⲓⲡⲛ̅ⲁ̅ⲧⲓⲕⲟⲛ ⳿ⲉ⳿ⲡⲕⲱⲧ ⳿ⲛⲧⲉ ϯⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓⲁ ⲕⲱϯ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛⲉⲣϩⲟⲩ⳿ⲟ..
13परिणामसरूप जउन दूसर भाखा मँ बोलत ह, ओका पराथना करई चाही कि उ आपन कहे क मतलब भी बताइ सकइ।
13ⲉⲑⲃⲉⲫⲁⲓ ⲡⲉⲧⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ⳿ⲫⲗⲁⲥ ⲙⲁⲣⲉϥⲧⲱⲃϩ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉϥⲉⲣⲙⲉⲛⲉⲩⲓⲛ..
14काहेकि अगर मइँ किहींउ अउर भाखा मँ पराथना करउँ तउ मोर आतिमा त पराथना करत रही होत ह मुला मोरे बुद्धि बेकार रहत ह।
14⳿ⲉϣⲱⲡ ⲅⲁⲣ ⲁⲓϣⲁⲛⲧⲱⲃϩ ϧⲉⲛ ⳿ⲫⲗⲁⲥ ⲡⲁⲡⲛ̅ⲁ̅ ⲡⲉⲧⲧⲱⲃϩ ⲡⲁϩⲏⲧ ⲇⲉ ⳿ϥⲟⲓ ⳿ⲛⲁⲧⲟⲩⲧⲁϩ..
15तउ फिन का करइ चाही? मइँ आपन आतिमा स तउ पराथना करबइ। मुला ओकरे साथ आपन बुद्धि स भी पराथना करबइ। आपन आतिमा स त ओकर स्तुति करबइ ही मुला आपन बुद्धि स भी ओकर स्तुति करबइ।
15ⲟⲩ ϫⲉ ⲡⲉϯⲛⲁⲁⲓϥ ϯⲛⲁⲧⲱⲃϩ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲡⲛ̅ⲁ̅ ϯⲛⲁⲧⲱⲃϩ ⲇⲉ ⲟⲛ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲕⲉϩⲏⲧ ϯⲛⲁⲉⲣⲯⲁⲗⲓⲛ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲡⲛ̅ⲁ̅ ϯⲛⲁⲉⲣⲯⲁⲗⲓⲛ ⲇⲉ ⲟⲛ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲕⲉϩⲏⲧ..
16काहेकि अगर तू केवल आपन आतिमा स ही कउनउ आसीर्बाद द्या तउ हुवाँ बइठा कउनउ मनई जउन बस सुनत अहइ, तोहरे धन्यबाद पर “आमीन” कइसे कहि देई काहेकि तू जउन कहत अहा, ओका उ जनबइ नाहीं करत।
16ⲓⲉ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⲁⲕϣⲁⲛ⳿ⲥⲙⲟⲩ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲡⲛ̅ⲁ̅ ⲡⲉⲧϫⲱⲕ ⳿ⲙ⳿ⲫⲙⲁ ⳿ⲙⲡⲓ⳿ⲓⲇⲓ⳿ⲱⲧⲏⲥ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⲡⲱⲥ ⳿ϥⲛⲁϫⲉ ⲡⲓⲁⲙⲏⲛ ⳿ⲉ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲡⲉⲕϣⲉⲡ⳿ϩⲙⲟⲧ ⳿ⲉⲡⲓⲇⲏ ⲡⲉⲧⲉⲕϫⲱ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⳿ⲛ ⳿ϥ⳿ⲉⲙⲓ ⳿ⲉⲣⲟϥ ⲁⲛ..
17अब देखा तू तउ चाहे भली-भाँति धन्यबाद देत अहा मुला दूसर मनई क तउ ओसे कउनउ आध्यात्मिक मजबूति नाहीं होत।
17⳿ⲛⲑⲟⲕ ⲙⲉⲛ ⲅⲁⲣ ⲕⲁⲗⲱⲥ ⳿ⲕϣⲉⲡ⳿ϩⲙⲟⲧ ⲁⲗⲗⲁ ⲡⲓⲕⲉⲟⲩⲁⲓ ⳿ϥⲕⲏⲧ ⲁⲛ..
18मइँ परमेस्सर क धन्यबाद देत हउँ कि मइँ तोसे बढ़कर क विभिन्न भाखा बोलि सकित हउँ।
18ϯϣⲉⲡ⳿ϩⲙⲟⲧ ⳿ⲛⲧⲉⲛ ⲫϯ ϫⲉ ϯⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ⳿ⲫⲗⲁⲥ ⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⳿ⲉϩⲟⲧⲉⲣⲱⲧⲉⲛ ⲧⲏⲣⲟⲩ..
19मुला कलीसिया सभा क बीच कउनो दूसरी भाखा मँ दसहु हजार सब्द बोलइ क अपेच्छा आपन बुद्धि क उपयोग करत हुए पाँच सब्द बोलब अच्छा समझत अहउँ ताकि दूसरे क भी उपदेस दइ सकउँ।
19ⲁⲗⲗⲁ ϯⲟⲩⲱϣ ⳿ⲉϫⲉ ⲉ̅ ⳿ⲛⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ⲡⲁⲕⲁϯ ϧⲉⲛ ϯⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓ⳿ⲁ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲁⲉⲣⲕⲁⲧⲏⲭⲓⲛ ⳿ⲛϩⲁⲛⲕⲉⲭⲱⲟⲩⲛⲓ ⳿ⲉϩⲟⲧⲉ ⲟⲩ⳿ⲑⲃⲁ ⳿ⲛⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ⳿ⲫⲗⲁⲥ..
20भाइयो तथा बहिनियो, अपने बिचारन मँ गदेलन क नाई रहा बल्कि बुराइयन क बारे मँ अबोध गदेला जइसेन बना रहा। मुला आपन चिन्तन मँ समझदार बना।
20ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ⳿ⲙⲡⲉⲣⲉⲣ⳿ⲁⲗⲟⲩ ϧⲉⲛ ⲛⲉⲧⲉⲛⲕⲁϯ ⲁⲗⲗⲁ ⳿ⲁⲣⲓ⳿ⲁⲗⲟⲩ ϧⲉⲛ ϯⲕⲁⲕⲓⲁ ⳿ⲛ⳿ϩⲣⲏⲓ ⲇⲉ ϧⲉⲛ ⲛⲉⲧⲉⲛⲕⲁϯ ϣⲱⲡⲓ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛϫⲏⲕ ⳿ⲉⲃⲟⲗ..
21व्यवस्था मँ लिखा बा: “उपयोग ओनकर करत भए अउर बोली बोलत जउन, ओनके ही मुँहन क, उपयोग करत भए जउन क पराया मइँ करबइ बात एनसे पर न इ हमार सुनिहीं बात तब भी।” यसायाह 28:11-12 पर्भू अइसेन ही कहत ह।
21⳿ⲥ⳿ⲥϧⲏⲟⲩⲧ ⲅⲁⲣ ϩⲓ ⳿ⲫⲛⲟⲙⲟⲥ ϫⲉ ϧⲉⲛ ϩⲁⲛⲕⲉⲗⲁⲥ ⲛⲉⲙ ϩⲁⲛⲕⲉ⳿ⲥⲫⲟⲧⲟⲩ ϯⲛⲁⲥⲁϫⲓ ⲛⲉⲙ ⲡⲁⲓⲗⲁⲟⲥ ⲟⲩⲟϩ ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲟⲛ ⳿ⲛⲛⲟⲩⲥⲱⲧⲉⲙ ⳿ⲛⲥⲱⲓ ⲡⲉϫⲉ Ⲡ⳪..
22तउन दूसर भाखा बोलइ क बरदान अबिसवासियन क बरे संकेत अहइ न कि बिसवासियन क बरे अहइ। जब कि भविसबाणी करब अबिसवासियन बरे नाहीं बल्कि बिसवासियन बरे अहइ।
22ϩⲱⲥⲧⲉ ⲛⲓⲗⲁⲥ ⲛⲁⲩⲭⲏ ⲉⲩⲙⲏⲓⲛⲓ ⳿ⲛⲛⲏ ⲉⲑⲛⲁϩϯ ⲁⲛ ⲁⲗⲗⲁ ⲛⲓⲁⲑⲛⲁϩϯ ϯ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲓ⳿ⲁ ⲇⲉ ⲛⲁⲥⲭⲏ ⳿ⲛⲛⲓⲁⲑⲛⲁϩϯ ⲁⲛ ⲁⲗⲗⲁ ⲛⲏ ⲉⲑⲛⲁϩϯ..
23तउन अगर समूचा कलीसिया एकट्ठ होइ अउर हर केऊॅ दूसर-दूसर भाखा मँ बोलत होइ तब भी बाहर क लोग या अबिसबासी भित्तर आइ जाइँ तउ का उ पचे तोहे पागल न कइहीं।
23⳿ⲉϣⲱⲡ ⲟⲩⲛ ⲁⲥϣⲁⲛ⳿ⲓ ⲉⲩⲙⲁ ⳿ⲛϫⲉ ϯⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓ⳿ⲁ ⲧⲏⲣⲥ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲛⲥⲉⲥⲁϫⲓ ⲧⲏⲣⲟⲩ ϧⲉⲛ ϩⲁⲛⲗⲁⲥ ⳿ⲛⲥⲉ⳿ⲓ ⲇⲉ ⳿ⲉϧⲟⲩⲛ ⳿ⲛϫⲉ ϩⲁⲛ⳿ⲓⲇⲓⲱⲧⲏⲥ ⲓⲉ ϩⲁⲛⲁⲑⲛⲁϩϯ ⲙⲏ ⲥⲉⲛⲁϫⲟⲥ ⲁⲛ ϫⲉ ⲁⲣⲉ ⲛⲁⲓ ⲗⲟⲃⲓ..
24मुला अगर हर केउ परमेस्सर कइँती स बोलत होइँ अउर तब तलक कछू अबिसवासी या बाहर क आइ जाइँ त का सब लोग ओका ओकर पाप क बोध न कराइ देइहीं। सब लोग जे कहत हीं, ऊही पइ ओकर निआव होई।
24ⲉϣⲱⲡ ⲇⲉ ⲉⲩⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲉⲩⲓⲛ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⳿ⲛⲧⲉϥ⳿ⲓ ⲇⲉ ⳿ⲉϧⲟⲩⲛ ⳿ⲛϫⲉ ⲟⲩⲁⲑⲛⲁϩϯ ⲓⲉ ⲟⲩ⳿ⲓⲇⲓ⳿ⲱⲧⲏⲥ ⲥⲉⲛⲁⲥⲁϩⲱϥ ⳿ⲛϫⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲥⲉⲛⲁϧⲉⲧϧⲱⲧϥ ⳿ⲛϫⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⲛⲓⲃⲉⲛ..
25जब ओकरे मने क भित्तर छिपा भेद खुली जाइ तब तलक उ इ कहत भआ, “सचमुच तोहरे बीच परमेस्सर अहइ।” दण्डवत प्रणाम कइके परमेस्सर क आराधना करिहीं।
25ⲛⲏ ⲉⲧϩⲏⲡ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲉϥϩⲏⲧ ⲥⲉⲛⲁⲟⲩⲟⲛϩ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⲟⲩⲟϩ ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⳿ϥⲛⲁϩⲓⲧϥ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲡⲉϥϩⲟ ⳿ⲛⲧⲉϥⲟⲩⲱϣⲧ ⳿ⲙⲫϯ ⲉϥⲟⲩⲱⲛϩ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϫⲉ ⲟⲛⲧⲱⲥ ⲫϯ ϣⲟⲡ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ..
26भाइयो तथा बहिनियो! तउ फिन का करइ चाही? तू जब एकट्ठा होत ह तोहमाँ स कउनउ भजन, कउनउ उपदेस अउर कउनउ आध्यात्मिक रहस्य क उद्घाटन करत ह। कउनउ केउ अउर भाखा मँ बोलत ह त कउनउ ओकर बियाखिया करत ह। इ सब बात कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूती क बरे कीन्ह जाइ चाही।
26ⲟⲩ ϫⲉ ⲡⲉ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ⳿ⲉϣⲱⲡ ⲁⲣⲉⲧⲉⲛϣⲁⲛⲑⲱⲟⲩϯ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲟⲩⲟⲛⲧⲁϥ ⳿ⲛⲟⲩⲯⲁⲗⲙⲟⲥ ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⲟⲩⲟⲛⲧⲁϥ ⳿ⲛⲟⲩ⳿ⲥⲃⲱ ⲟⲩⲟⲛⲧⲁϥ ⳿ⲛⲟⲩϭⲱⲣⲡ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⲟⲩⲟⲛⲧⲁϥ ⳿ⲛⲟⲩⲁⲥⲡⲓ ⳿ⲛⲗⲁⲥ ⲟⲩⲟⲛⲧⲁϥ ⳿ⲛⲟⲩⲉⲣⲙⲏⲛⲓⲁ ϩⲱⲃ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲙⲁⲣⲟⲩϣⲱⲡⲓ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲕⲱⲧ..
27अगर केउ अउर भाखा मँ बोलत बाटइ तउन जियादा स जियादा दुइ या तीन क ही बोलइ चाही अउर बारी बारी, एक-एक कइके अउर जउन कछू कहा गवा बा, एक-एक क ओकर बियाखिया करइ चाही।
27⳿ⲓⲧⲉ ⲡⲉⲧⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ⳿ⲫⲗⲁⲥ ⲕⲁⲧⲁ ⲃ̅ⲃ̅ ⲓⲉ ⲡⲓϩⲟⲩ⳿ⲟ ⲅ̅ ⲟⲩⲟϩ ⲟⲩⲙⲉⲣⲟⲥ ⳿ⲉ⳿ⲫⲟⲩⲁⲓ ⲟⲩⲟϩ ⲙⲁⲣⲉ ⲟⲩⲁⲓ ⲉⲣⲙⲉⲛⲉⲩⲓⲛ..
28अगर उहाँ बियाखिया करइवाला केउ न होइ तउ बोलइवाले क चाही कि उ सभा मँ चुपइ रहइ अउर फिन ओका अपने आप स अउर परमेस्सर स ही बात करइ चाही।
28⳿ⲉϣⲱⲡ ⲇⲉ ⳿ⲛⲟⲩⲉⲣⲙⲉⲛⲉⲩⲧⲏⲥ ⲁⲛ ⲡⲉ ⲙⲁⲣⲉϥⲭⲁⲣⲱϥ ϧⲉⲛ ϯⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓ⳿ⲁ ⲙⲁⲣⲉϥⲥⲁϫⲓ ⲇⲉ ⲟⲩⲧⲱϥ ⲛⲉⲙ ⲫϯ..
29परमेस्सर कइँती स ओकर दूत क रूप मँ बोलइ क जेनका बरदान मिला बा, अइसेन दुइ या तीन नबियन क ही बोलइ चाही अउर दूसरन क चाही कि जउन कछू उ कहे अहइ, उ ओका परखत रहइँ।
29⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲏⲥ ⲇⲉ ⲃ̅ ⲓⲉ ⲅ̅ ⲙⲁⲣⲟⲩⲥⲁϫⲓ ⲟⲩⲟϩ ⲛⲓⲕⲉⲭⲱⲟⲩⲛⲓ ⲙⲁⲣⲟⲩⲉⲣⲇⲓ⳿ⲁ⳿ⲕⲣⲓⲛⲓⲛ..
30अगर हुवाँ केउ बइठा भआ पर कउने क बात रहस्य उद्घाटन होत ह जउन परमेस्सर कइँती स बोलत अहइ पहिला वक्ता क चुप होइ जाइ चाही।
30⳿ⲉϣⲱⲡ ⲇⲉ ⳿ⲁⲣⲉϣⲁⲛ ⲟⲩϭⲱⲣⲡ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϣⲱⲡⲓ ϧⲉⲛ ⲕⲉⲟⲩⲁⲓ ⲉϥϩⲉⲙⲥⲓ ⲡⲓϩⲟⲩⲓⲧ ⲙⲁⲣⲉϥⲭⲁⲣⲟϥ..
31काहेकि तू एक-एक कइके भविस्सबाणी कइ सकत ह्या ताकि सबहिं लोग सीखइँ अउर प्रोत्साहित होइँ।
31ⲟⲩⲟⲛ ⳿ϣϫⲟⲙ ⲅⲁⲣ ⳿ⲙⲙⲱⲧⲉⲛ ⲕⲁⲧⲁ ⲟⲩⲁⲓ ⲟⲩⲁⲓ ⳿ⲉⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲉⲩⲓⲛ ⲧⲏⲣⲟⲩ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲥⲉϭⲓ⳿ⲥⲃⲱ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲛⲥⲉϫⲉⲙⲛⲟⲙϯ ⲧⲏⲣⲟⲩ..
32नबियन क आतिमन नबियन क बस मँ रहत हीं।
32ⲛⲓⲡⲛ̅ⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ ⲛⲓ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲏⲥ ϣⲁⲩ ⳿ϭⲛⲉϫⲱⲟⲩ ⳿ⲛⲛⲓ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲏⲥ..
33काहेकि परमेस्सर अव्यवस्था नाहीं देत, उ सान्ति देत ह। जइसेन कि सन्तन क सभन कलीसियन मँ होत ह।
33ⲫϯ ⲅⲁⲣ ⲫⲁ ⲫⲱⲣϫ ⲁⲛ ⲡⲉ ⲁⲗⲗⲁ ⲫⲁ ⳿ⲧϩⲓⲣⲏⲛⲏ ⲡⲉ ⳿ⲙ⳿ⲫⲣⲏϯ ⲉⲧϣⲟⲡ ϧⲉⲛ ⲛⲓⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓ⳿ⲁ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⳿ⲛⲧⲉ ⲛⲏ ⲉⲑⲟⲩⲁⲃ..
34स्त्रियन क चाही क उ कलीसियन मँ चुप रहइँ काहेकि ओन्हे सान्त रहइ चाही, बल्कि जइसेन कि व्यवस्था मँ कहा गवा बा, ओनका दबिके रहइ चाही।
34ⲛⲓϩⲓ⳿ⲟⲙⲓ ⲙⲁⲣⲟⲩⲭⲁⲣⲱⲟⲩ ϧⲉⲛ ϯⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓ⳿ⲁ ⳿ⲛⲥⲉⲟⲩⲁϩⲥⲁϩⲛⲓ ⲛⲱⲟⲩ ⲁⲛ ⳿ⲉⲥⲁϫⲓ ⲁⲗⲗⲁ ⲙⲁⲣⲟⲩ⳿ϭⲛⲉϫⲱⲟⲩ ⲕⲁⲧⲁ ⳿ⲫⲣⲏϯ ⲉⲧⲉ ⲡⲓⲕⲉⲛⲟⲙⲟⲥ ϫⲱ ⳿ⲙⲙⲟⲥ..
35अगर उ कछू जानइ चाहत ह तउ ओन्हे घरे पे आपन-आपन पति स पूछइ चाही काहेकि एक स्त्री क बरे सर्मनाक अहइ कि उ सभा मँ बोलइ।
35ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ⲥⲉⲟⲩⲱϣ ⳿ⲉ⳿ⲉⲙⲓ ⳿ⲉⲟⲩϩⲱⲃ ⲙⲁⲣⲟⲩϣⲉⲛ ⲛⲟⲩⲣⲱⲙⲓ ϧⲉⲛ ⲛⲟⲩⲏⲓ ⲟⲩϣⲱϣ ⲅⲁⲣ ⲡⲉ ⳿ⲛⲟⲩ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲉⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ϯⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓ⳿ⲁ..
36का परमेस्सर क बचन तोहसे पैदा भवा बा? या उ मात्र तोहे तलक पहुँचा? निस्चित नाहीं बा।
36ϣⲁⲛ ⲉⲧⲁ ⳿ⲡⲥⲁϫⲓ ⳿ⲙⲫϯ ⳿ⲓ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ϣⲁⲛ ⲉⲧⲁϥⲫⲟϩ ⳿ⲉⲣⲱⲧⲉⲛ ⳿ⲙⲙⲁⲩⲁⲧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ..
37अगर केउ सोचत ह कि उ नबी अहइ अउर ओका कछू आध्यात्मिक बरदान मिला बा तउ ओका पहिचान लेइ चाही कि मइँ तोहे जउन कछू लिखत हउँ, उ पर्भू क आदेस बा।
37ⲓⲥϫⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⲟⲩⲁⲓ ⲉϥⲙⲉⲩ⳿ⲓ ⳿ⲉⲣⲟϥ ϫⲉ ⲟⲩ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲏⲥ ⲡⲉ ⲓⲉ ⲟⲩ⳿ⲡⲛ̅ⲁ̅ⲧⲓⲕⲟⲥ ⲡⲉ ⲙⲁⲣⲉϥ⳿ⲉⲙⲓ ⳿ⲉⲛⲏ ⳿ⲉϯ⳿ⲥϧⲁⲓ ⳿ⲙⲙⲱⲟⲩ ⲛⲱⲧⲉⲛ ϫⲉ ⲟⲩⲉⲛⲧⲟⲗⲏ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡ⳪ ⲧⲉ..
38तउन अगर केउ ऍका नहीं पहिचान पावत तउ ओका उ परमेस्सर द्वारा भी नाहीं जाना चाई।
38ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⲟⲩⲁⲓ ⲉϥⲟⲓ ⳿ⲛⲁⲧ⳿ⲉⲙⲓ ⲥⲉⲟⲓ ⳿ⲛⲁⲧ⳿ⲉⲙⲓ ⳿ⲉⲣⲟϥ..
39एह बरे मोर भाइयो तथा बहिनियो, परमेस्सर कइँती स बोलइ क तत्पर रहा अउर दूसरा भाखा मँ बोलइ वालन क भी न रोका।
39ϩⲱⲥⲧⲉ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ⲭⲟϩ ⳿ⲉⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲉⲩⲓⲛ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲙⲡⲉⲣⲧⲁϩⲛⲟ ⳿ⲉⲥⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ϩⲁⲛⲗⲁⲥ..
40मुला इ सभन बातन सही ढंग स अउर व्यवस्थानुसार कइ जाइ चाही।
40ϩⲱⲃ ⲇⲉ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲙⲁⲣⲟⲩϣⲱⲡⲓ ⲉⲩⲕⲱⲧ ⲟⲩⲟϩ ⲉⲩⲑⲏϣ.