1अब इन बातन क बारे मँ जउन तू लिखे रह्या: अच्छा इ बा कि कउनउ मनई कीहीउ स्त्री स बियाह न करइ।
1ⲉⲑⲃⲉ ⲛⲏ ⲇⲉ ⲉⲧⲁⲣⲉⲧⲉⲛ⳿ⲥϧⲏⲧⲟⲩ ⲛⲏⲓ ⲛⲁⲛⲉⲥ ⳿ⲙⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ⳿ⲉ⳿ϣⲧⲉⲙϭⲓ ⲛⲉⲙ ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ..
2मुला यौन अनैतिकता क घटना क सम्भावनावन क कारण हर पुरूस क आपन पत्नी होइ चाही अउर हर स्त्री क आपन पति।
2ⲉⲑⲃⲉ ⲛⲓⲡⲟⲣⲛⲓⲁ ⲇⲉ ⲙⲁⲣⲉ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲭⲁ ⲧⲉϥ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲛⲁϥ ⲟⲩⲟϩ ⲙⲁⲣⲉ ϯⲟⲩ⳿ⲓ ϯⲟⲩ⳿ⲓ ⲭⲁ ⲡⲉⲥϩⲁⲓ ⲛⲁⲥ..
3पति क चाही कि पत्नी क रूप मँ जउन कछू पत्नी क अधिकार बनत ह, ओका देइ। अउर इही तरह पत्नी क भी चाही कि पति क ओकर यथोचित प्रदान करइ।
3ⲡⲓϩⲁⲓ ⲙⲁⲣⲉϥϯ ⳿ⲙⲡⲉⲧⲉⲣⲟϥ ⳿ⲛϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲟⲛ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲙⲁⲣⲉⲥϯ ⳿ⲙⲡⲉⲧⲉⲣⲟⲥ ⳿ⲙⲡⲉⲥϩⲁⲓ..
4अपने सरीर पर पत्नी क कउनउ अधिकार नाहीं बा, बल्कि ओकरे पति क बा। अउर इही तरह पति क ओकरे अपने सरीर पर कउनउ अधिकार नाहीं बा, बल्कि ओकरे पत्नी क अहइ।
4ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲙⲙⲟⲛⲧⲉⲥ ⲉⲣϣⲓϣⲓ ⳿ⲙⲡⲉⲥⲥⲱⲙⲁ ⳿ⲙⲙⲓⲛ ⳿ⲙⲙⲟⲥ ⲁⲗⲗⲁ ⲡⲓϩⲁⲓ ⲡⲉ ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲟⲛ ⲡⲓⲕⲉϩⲁⲓ ⳿ⲙⲙⲟⲛⲧⲉϥ ⲉⲣϣⲓϣⲓ ⳿ⲙⲡⲉϥⲥⲱⲙⲁ ⳿ⲙⲙⲓⲛ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲁⲗⲗⲁ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲧⲉ..
5अपने आप क पराथना मँ समर्पित करइ क बरे थोड़े समइ तक एक दूसरे स समागम न करइ क आपसी सहमति क छोड़िके, एक दूसरे क संभोग स वंचित जिन करा। फिन आतिमा संयम क अभाउ क कारण कहूँ सइतान तोहे कउनउ परीच्छा मँ न डालि देइ, इही बरे तू फिन समागम कइ ल्या।
5⳿ⲙⲡⲉⲣϥⲉϫ ⲛⲉⲧⲉⲛⲉⲣⲏⲟⲩ ⳿ⲉⲃⲏⲗ ⲁⲣⲏⲟⲩ ϧⲉⲛ ⲟⲩϯⲙⲁϯ ⳿ⲡⲣⲟⲥ ⲟⲩⲥⲏⲟⲩ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛ⳿ⲥⲣⲱϥⲧ ⳿ⲉϯ⳿ⲡⲣⲟⲥⲉⲩⲭⲏ ⲟⲩⲟϩ ⲡⲁⲗⲓⲛ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛ⳿ⲓ ⲉⲩⲙⲁ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉ⳿ϣⲧⲉⲙ ⳿ⲡⲥⲁⲧⲁⲛⲁⲥ ⲉⲣⲡⲓⲣⲁⲍⲓⲛ ⳿ⲙⲙⲱⲧⲉⲛ ⲉⲑⲃⲉ ⲧⲉⲧⲉⲛⲙⲉⲧⲁⲧⲑⲱⲧ⳿ⲛϩⲏⲧ..
6मइँ इ एक छूट क रूप मँ कहत रहत हउँ, आदेस क रूपें मँ नाहीं।
6ⲫⲁⲓ ⲇⲉ ϯϫⲱ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲕⲁⲧⲁ ⲟⲩⲥⲩⲛ⳿ⲅⲛⲱⲙⲏ ⲕⲁⲧⲁ ⲟⲩⲁϩⲥⲁϩⲛⲓ ⲁⲛ..
7मइँ तउ चाहित हउँ सभन लोग मोरे जइसेन होतेन। मुला हर मनई क परमेस्सर स एक विंशेष बरदान मिला बा। कीहीउ क जिअइ क एक ढंग बात त दुसरे क दूसर।
7ϯⲟⲩⲱϣ ⲇⲉ ⳿ⲛⲧⲉ ⲣⲱⲙⲓ ⲛⲓⲃⲉⲛ ϣⲱⲡⲓ ⳿ⲙⲡⲁⲣⲏϯ ⲁⲗⲗⲁ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲟⲩⲛⲟⲧⲉϥ ⲟⲩ⳿ϩⲙⲟⲧ ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⲫϯ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲙⲉⲛ ⳿ⲙⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲕⲉⲟⲩⲁⲓ ⲇⲉ ⳿ⲙⲡⲁⲓⲕⲉⲣⲏϯ..
8अब मोका अविवाहितन अउर विधवा क बारे मँ इ कहब बा: अगर उ हमरे समान अकेल ही रहइँ तउ ओकरे बरे इ अच्छा रही।
8ϯϫⲱ ⲇⲉ ⳿ⲙⲙⲟⲥ ⳿ⲛⲛⲏ ⲉⲧⲉ⳿ⲙⲡⲟⲩϭⲓ ⲛⲉⲙ ⲛⲓⲭⲏⲣⲁ ϫⲉ ⲛⲁⲛⲉⲥ ⲛⲱⲟⲩ ⲁⲩϣⲁⲛϣⲱⲡⲓ ⳿ⲙⲡⲁⲣⲏϯ..
9मुला अगर उ पचे अपने आप पर काबू न रख सकइँ तउ ओन्हे बियाह कइ लेइ चाही, काहेकि वासना क आग मँ जलत रहइ स विआह कइ लेब अच्छा बा।
9ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ⲥⲉⲛⲁ⳿ϣⲉⲣⲉⲅⲕⲣⲁⲧⲉⲩⲉⲥⲑⲉ ⲁⲛ ⲙⲁⲣⲟⲩϭⲓ ⲛⲁⲛⲉⲥ ⲅⲁⲣ ⳿ⲉϭⲓ ⲉϩⲟⲧⲉ ⳿ⲛⲥⲉϭⲓ ⳿ⲭⲣⲱⲙ..
10अब जउन विवाहित अहउँ ओनका हमार ई आदेस बा, यद्यपि इ हमार नाहीं बा बल्कि पर्भू क आदेस बा कि कउनउ पत्नी आपन पति क न तियागइ चाही।
10ⲛⲏ ⲇⲉ ⲉⲧⲁⲩϭⲓ ϯϩⲟⲛϩⲉⲛ ⲛⲱⲟⲩ ⳿ⲁⲛⲟⲕ ⲁⲛ ⲁⲗⲗⲁ Ⲡ⳪ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲛⲧⲉⲥ⳿ϣⲧⲉⲙⲫⲱⲣϫ ⲥⲁⲃⲟⲗ ⳿ⲙⲡⲉⲥϩⲁⲓ..
11मुला अगर उ ओका छोड़िही देइ तउ ओका फिन अनब्याहा ही रहइ चाही या अपने पति स मेल-मिलाप कइ लेइ चाही। अउर अइसेन ही पती क अपनी पत्नी क छोड़इ न चाही।
11ⲕⲁⲛ ⲉϣⲱⲡ ⲁⲥϣⲁⲛⲫⲱⲣϫ ⲙⲁⲣⲉⲥⲟϩⲓ ⳿ⲛⲟⲩⲉϣⲉⲛ ϭⲓ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⲙⲁⲣⲉⲥϩⲱⲧⲡ ⳿ⲉⲡⲉⲥϩⲁⲓ ⲟⲩⲟϩ ⲡⲓϩⲁⲓ ⳿ⲛⲧⲉϥ⳿ϣⲧⲉⲙⲭⲁ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ..
12अब सेस लोगन स मोर इ कहब बा: (ई मइँ कहत हउँ न कि पर्भू) अगर कि कउनो मसीही भाई क कउनउ अइसी पत्नी बा जउन ऍह मते मँ बिसवास नाहीं रखत अउर ओकरे साथे रहइ क सहमत बा त ओका तियाग देइ चाही।
12⳿ⲡⲥⲉⲡⲓ ⲇⲉ ϯϫⲱ ⳿ⲙⲙⲟⲥ ⲛⲱⲟⲩ ⳿ⲁⲛⲟⲕ Ⲡ⳪ ⲁⲛ ϫⲉ ⲉϣⲱⲡ ⳿ⲉⲟⲩⲟⲛ ⲟⲩⲥⲟⲛ ⳿ⲉⲟⲩⲟⲛⲧⲉϥ ⲟⲩ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲛⲁⲑⲛⲁϩϯ ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⲟⲩⲟϩ ⲑⲁⲓ ⲉⲥϯ ⲙⲁϯ ⳿ⲉϣⲱⲡⲓ ⲛⲉⲙⲁϥ ⳿ⲙⲡⲉⲛ⳿ⲑⲣⲉϥⲭⲁⲥ ⳿ⲛⲥⲱϥ..
13अइसेन ही अगर कउनो स्त्री क कउनउ अइसेन पति बा जउन पथ क बिसवासी नाहीं अहइ मुला ओकरे साथे रहइ क सहमत बा त ओह स्त्री क भी आपन पति तियागइ न चाही।
13ⲟⲩⲟϩ ⲟⲩ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲉⲟⲩⲟⲛⲧⲁⲥ ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⳿ⲛⲟⲩϩⲁⲓ ⳿ⲛⲁⲑⲛⲁϩϯ ⲟⲩⲟϩ ⲫⲁⲓ ⲉϥϯⲙⲁϯ ⳿ⲉϣⲱⲡⲓ ⲛⲉⲙⲁⲥ ⳿ⲙⲡⲉⲛ⳿ⲑⲣⲉⲥⲭⲁ ⲡⲓϩⲁⲓ ⳿ⲛⲥⲱⲥ..
14काहेकि उ अबिसवासी पति बिसवासी पत्नी क लगे क सम्बन्ध क कारण पवित्तर होइ जात ह अउर इही तरह उ अबिसवासी पत्नी अपने बिसवासी पति क हमेसा साथ रहे स पवित्तर होइ जात ह। नाहीं तउ तोहार सन्तान अस्वच्छ होइ जात मुला अब तउ उ पचे पवित्तर बाटेन।
14ⲁϥⲧⲟⲩⲃⲟ ⲅⲁⲣ ⳿ⲛϫⲉ ⲡⲓϩⲁⲓ ⳿ⲛⲁⲑⲛⲁϩϯ ϧⲉⲛ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲟⲩⲟϩ ⲁⲥⲧⲟⲩⲃⲟ ⳿ⲛϫⲉ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲛⲁⲑⲛⲁϩϯ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲥⲟⲛ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ϩⲁⲣⲁ ⲛⲉⲧⲉⲛϣⲏⲣⲓ ⲥⲉϭⲁϧⲉⲙ ϯⲛⲟⲩ ⲇⲉ ⲥⲉⲟⲩⲁⲃ..
15फिन भी अगर केउ अविसवासी अलग होइ चाहत ह तउ उ अलग होइ सकत ह। अइसन स्थितियन मँ कउनो मसीह भाई या बहिन पर कउनउ बंधन लागू न होई। परमेस्सर हमका सान्ति क साथे रहइ क बोलाए अहइ।
15ⲟⲩⲟϩ ⲓⲥϫⲉ ⲡⲓⲁⲑⲛⲁϩϯ ⲛⲁⲫⲱⲣϫ ⲙⲁⲣⲉϥⲫⲱⲣϫ ⳿ⲛ⳿ϥⲟⲓ ⳿ⲙⲃⲱⲕ ⲁⲛ ⳿ⲛϫⲉ ⲡⲓⲥⲟⲛ ⲓⲉ ϯⲥⲱⲛⲓ ϧⲉⲛ ⲛⲁⲓ ⳿ⲙⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲫϯ ⲇⲉ ⲁϥⲑⲁϩⲉⲙ ⲑⲏⲛⲟⲩ ϧⲉⲛ ⲟⲩϩⲓⲣⲏⲛⲏ.
16हे पत्नियो, का तू पचे जानत अहा।? होइ सकत ह तू अपने अबिसवासी पति क बचाइ ल्या। हे पति, का तू जानत ह? होइ सकत ह तू अपने अबिसवासी पत्ती क बचाइ ल्या।
16ⲁⲣⲉ⳿ⲉⲙⲓ ⲅⲁⲣ ⲑⲱⲛ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ϫⲉ ⲁⲣⲏⲟⲩ ⲧⲉⲣⲁ⳿ϣⲛⲟϩⲉⲙ ⳿ⲙⲡⲉϩⲁⲓ ⲓⲉ ⲁⲕⲥⲱⲟⲩⲛ ⲑⲱⲛ ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ϫⲉ ⲁⲣⲏⲟⲩ ⳿ⲭⲛⲁ⳿ϣⲛⲟϩⲉⲙ ⳿ⲛⲧⲉⲕ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ..
17पर्भू जेका जइसेन दिहे अहइ अउर जेका जेह रूप मँ चुनें अहइ, ओका वइसेन ही जियइ चाही। सभन कलीसियन मँ मइँ इही क आदेस देत हउँ।
17⳿ⲓⲙⲏϯ ⳿ⲉⲡⲓⲣⲏϯ ⲉⲧⲁ Ⲡ⳪ ⲑⲁϣϥ ⳿ⲙⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⳿ⲙ⳿ⲫⲣⲏϯ ⲉⲧⲁ ⲫϯ ⲑⲁϩⲉⲙ ⳿ⲫⲟⲩⲁⲓ ⳿ⲫⲟⲩⲁⲓ ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲙⲁⲣⲉϥⲙⲟϣⲓ ⳿ⲛϧⲏⲧϥ ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲟⲛ ⳿ⲉϯⲟⲩⲁϩⲥⲁϩⲛⲓ ϧⲉⲛ ⲛⲓⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓⲁ ⲧⲏⲣⲟⲩ..
18जब किहू क परमेस्सर क द्वार बोलावा गवा, तब अगर उ खतना युक्त रहा तब ओका आपन खतना छिपावइ न चाही। अउर किहू क अइसेन दसा मँ बोलावा गवा जब उ बिना खतना क रहा तउ ओकर खतना करावइ न चाही।
18ⲁⲩⲑⲁϩⲉⲙ ⲟⲩⲁⲓ ⲉϥⲥⲟⲩⲃⲏⲧ ⳿ⲙⲡⲉⲛ⳿ⲑⲣⲉϥⲥⲉⲕ ϯⲙⲉⲧⲁⲧⲥⲉⲃⲓ ⲛⲁϥ ⲁⲩⲑⲁϩⲉⲙ ⲟⲩⲁⲓ ϧⲉⲛ ϯⲙⲉⲧⲁⲧⲥⲉⲃⲓ ⳿ⲙⲡⲉⲛ⳿ⲑⲣⲉϥⲥⲟⲩⲃⲏⲧϥ..
19खतना तउ कछू नाहीं बाटइ अउर न ही खतना न होब कछू बा। बल्कि परमेस्सर क आदेसन क पालन करब ही सब कछू अहइ।
19⳿ⲡⲥⲉⲃⲓ ⲅⲁⲣ ⳿ϩⲗⲓ ⲡⲉ ⲟⲩⲟϩ ϯⲙⲉⲧⲁⲧⲥⲉⲃⲓ ⳿ϩⲗⲓ ⲧⲉ ⲁⲗⲗⲁ ⲡⲓⲁⲣⲉϩ ⳿ⲉⲛⲓⲉⲛⲧⲟⲗⲏ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ..
20हरि किहू क उही स्थिति मँ रहइ चाही, जेहमें ओक बोलावा गवा बा।
20ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲑⲱϩⲉⲙ ⲉⲧⲁⲩⲑⲁϩⲙⲉϥ ⳿ⲛϧⲏⲧϥ ⲙⲁⲣⲉϥϣⲱⲡⲓ ⳿ⲛϧⲏⲧϥ..
21का तोहे सबन क दास क रूप मँ बोलावा गवा बा? तू एकर चिन्ता जिन करा। मुला अगर तू स्वतंत्र होई सकत ह तउ आगे बढ़ अउर अवसर क लाभ उठावा।
21ⲁⲩⲑⲁϩⲙⲉⲕ ⲉⲕⲟⲓ ⳿ⲙⲃⲱⲕ ⳿ⲙⲡⲉⲛ⳿ⲑⲣⲉⲥⲉⲣⲙⲉⲗⲓ ⲛ ⲛⲁⲕ ⲁⲗⲗⲁ ⲓⲥϫⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⳿ϣϫⲟⲙ ⳿ⲙⲙⲟⲕ ⳿ⲉⲉⲣⲣⲉⲙϩⲉ ⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⲁⲣⲓⲟⲩ⳿ⲓ..
22काहेकि जेका पर्भू क दास क रूप मँ बोलावा गवा, उ तउ पर्भू क स्वतंत्र मनई अहइ। इही तरह जेका स्वतंत्र मनई क रूप मँ बोलावा गवा, उ मसीह क दास अहइ।
22ⲡⲓⲃⲱⲕ ⲅⲁⲣ ⲉⲧⲁⲩⲑⲁϩⲙⲉϥ ϧⲉⲛ Ⲡ⳪ ⲟⲩⲁⲡⲉⲗⲉⲩⲑⲉⲣⲟⲥ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡ⳪ ⲡⲉ ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲟⲛ ⲡⲓⲣⲉⲙϩⲉ ⲉⲧⲁⲩⲑⲁϩⲙⲉϥ ⲟⲩⲃⲱⲕ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⲡⲉ..
23परमेस्सर कीमत चुकाइके तोहे सबन क खरीदे बाटइ। इही बरे मनइयन क दास न बना।
23ⲁⲩϣⲉⲡ ⲑⲏⲛⲟⲩ ϧⲁ ⲟⲩⲧⲓⲙⲏ ⳿ⲙⲡⲉⲣⲉⲣⲃⲱⲕ ⳿ⲛⲛⲓⲣⲱⲙⲓ..
24भाइयो, तोहे जउने स्थिति मँ बोलावा गवा बा, परमेस्सर की सामने उही स्थिति मँ रहा।
24ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ϧⲉⲛ ⲫⲏ ⲉⲧⲁⲩⲑⲁϩⲙⲉϥ ⳿ⲛϧⲏⲧϥ ϧⲉⲛ ⲫⲁⲓ ⲙⲁⲣⲉϥϣⲱⲡⲓ ϧⲁⲧⲉⲛ ⲫϯ..
25अविवाहितन क सम्बन्ध मँ पर्भू कइँती स मोका कउनो आदेस नाहीं मिला बा। इही बरे मइँ पर्भू क दया पाइके बिसवासी होइ क कारण आपन राय देत हउँ।
25ⲉⲑⲃⲉ ⲛⲓⲡⲁⲣⲑⲉⲛⲟⲥ ⲇⲉ ⳿ⲙⲙⲟⲛϯ ⲟⲩⲁϩⲥⲁϩⲛⲓ ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⳿ⲛⲧⲉⲛ Ⲡ⳪ ⲟⲩ⳿ⲅⲛⲱⲙⲏ ⲇⲉ ⲡⲉϯϯ ⳿ⲙⲙⲟⲥ ϩⲱⲥ ⳿ⲉⲁⲩⲛⲁⲓ ⲛⲏⲓ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ Ⲡ⳪ ⲉⲑⲣⲓϣⲱⲡⲓ ⳿ⲙⲡⲓⲥⲧⲟⲥ..
26मइँ सोचत हउँ कि एह वर्तमान संकट क कारण इहइ अच्छा बा कि कउनउ मनई मोरे समान ही अकेला रहइ।
26ϯⲙⲉⲩ⳿ⲓ ⲟⲩⲛ ϫⲉ ⲛⲁⲛⲉ ⲫⲁⲓ ⳿ⲛⲧⲉϥϣⲱⲡⲓ ⲉⲑⲃⲉ ϯⲁⲛⲁⲅⲕⲏ ⲉⲧϣⲟⲡ ϫⲉ ⲛⲁⲛⲉⲥ ⳿ⲙⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ⲉⲑⲣⲉϥϣⲱⲡⲓ ⳿ⲙⲡⲁⲓⲣⲏϯ..
27अगर तू विवाहित अहा तउ ओसे छुटकारा पावइ क यत्न जिन करा। अगर तू पत्नी स मुक्त अहा तउ ओका खोजा न।
27⳿ⲕⲥⲟⲛϩ ⳿ⲉ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲙⲡⲉⲣⲕⲱϯ ⳿ⲛⲥⲁ ⲃⲟⲗⲕ ⳿ⲕⲃⲏⲗ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⳿ⲛϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲙⲡⲉⲣⲕⲱϯ ⳿ⲛⲥⲁ ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ..
28मुला अगर तोहार जीवन विवाहित बा तउ तू कउनउ पाप नाहीं किहे अहा। अउर अगर कउनउ कन्या बियाह करत ह, तउ कउनउ पाप नाहीं करत ह मुला अइसेन लोग सरीरीक कस्ट उठइहीं जेनसे मइँ तोहे सबन क बचावइ चाहत हउँ।
28ⲕⲁⲛ ⲉϣⲱⲡ ⲁⲕϣⲁⲛϭⲓ ⳿ⲙⲡⲉⲕⲉⲣⲛⲟⲃⲓ ⲟⲩⲟϩ ⲉϣⲱⲡ ⲁⲥϣⲁⲛϭⲓ ⳿ⲛϫⲉ ϯⲡⲁⲣⲑⲉⲛⲟⲥ ⳿ⲙⲡⲉⲥⲉⲣⲛⲟⲃⲓ ⲉⲩ⳿ⲉϭⲓ ⲇⲉ ⳿ⲛⲟⲩϩⲟϫϩⲉϫ ⳿ⲛⲧⲟⲩⲥⲁⲣⲝ ⳿ⲛϫⲉ ⲛⲁⲓ ⳿ⲙⲡⲁⲓⲣⲏϯ. ⳿.
29भाइयो तथा बहिनियो, मइँ तउ इहइ कहत हउँ, समइ बहुत कम बा। इही बरे अब आगे, जेनके लगे पत्नियन अहइँ उ पचे अइसन ही रहइँ, माना उनके पास पत्नियन हइयइ नाहीं हइन।
29⳿ⲁⲛⲟⲕ ⲇⲉ ϯϯ⳿ⲁⲥⲟ ⳿ⲉⲣⲱⲧⲉⲛ ⲫⲁⲓ ⲇⲉ ϯϫⲱ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ϫⲉ ⳿ⲡⲥⲏⲟⲩ ⳿ⲙⲡⲱⲣϥ ⲡⲉ ⲧⲟⲗⲟⲓⲡⲟⲛ ϩⲓⲛⲁ ⲛⲏ ⲉⲧⲉ ⲟⲩⲟⲛⲧⲟⲩ ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⳿ⲛⲥⲉⲉⲣ ⳿ⲙ⳿ⲫⲣⲏϯ ⳿ⲛ ⲛⲏ ⲉⲧⲉ ⳿ⲙⲙⲟⲛⲧⲱⲟⲩ..
30अउर उ सबइ जउन विलखत अहइँ उ पचे, अइसेन रहइँ, माना कबहूँ दुखही न भवा होइ। अउर जउन आनन्दित हयेन, उ पचे अइसेन रहइँ, माना खुसइ नाहीं भवा रहेन। अउर उ पचे जउन चीज मोल लेत हीं, अइसेन रहइ माना ओनके लगे कछुउ न होइ।
30ⲛⲏ ⲉⲧⲣⲓⲙⲓ ϩⲱⲥ ⳿ⲛⲥⲉⲣⲓⲙⲓ ⲁⲛ ⲛⲏ ⲉⲧⲣⲁϣⲓ ϩⲱⲥ ⳿ⲛⲥⲉⲣⲁϣⲓ ⲁⲛ ⲛⲏ ⲉⲧϣⲱⲡ ϩⲱⲥ ⳿ⲛⲥⲉ⳿ⲁⲙⲟⲛⲓ ⲁⲛ..
31अउर जउन संसारिक सुख-बिलासन क भोग करत हयेन, उ पचे अइसेन रहइँ, माना उ पचे चीज ओनके बरे कउनउ महत्व नाहीं रखत। काहेकि इ संसार अपने वर्तमान सरूप मँ नासवान बा।
31ⲛⲏ ⲉⲧⲉⲣ⳿ⲭⲣⲁⲥⲑⲉ ⳿ⲙⲡⲓⲕⲟⲥⲙⲟⲥ ϩⲱⲥ ⳿ⲛⲥⲉⲉⲣⲕⲁⲧⲁ⳿ⲭⲣⲁⲥⲑⲉ ⲁⲛ ⳿ϥⲛⲁⲥⲓⲛⲓ ⲅⲁⲣ ⳿ⲛϫⲉ ⲡⲓ⳿ⲥⲭⲏⲙⲁ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲁⲓⲕⲟⲥⲙⲟⲥ..
32मइँ चाहत हउँ आप लोग सबइ चिन्ता स मुक्त रहा। एक अविवाहित मनई पर्भू सम्बधी विसयन क चिन्तन मँ लगा रहत ह कि उ पर्भू क कइसे खुस करइ।
32ϯⲟⲩⲉϣ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲇⲉ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲟⲓ ⳿ⲛⲁⲧⲣⲱⲟⲩϣ ⲫⲏ ⲉⲧⲉ⳿ⲙⲡⲉϥϭⲓ ⲁϥϥⲓⲣⲱⲟⲩϣ ϧⲁ ⲛⲁ Ⲡ⳪ ϫⲉ ⲡⲱⲥ ⳿ϥⲣⲁⲛⲁϥ ⳿ⲙⲠ⳪..
33मुला एक विवाहित मनइ संसारिक विसयन मँ ही लिप्त रहत ह कि उ आपन पत्नी क कइसे खुस कइ सकत ह।
33ⲫⲏ ⲇⲉ ⲉⲧⲁϥϭⲓ ⲁϥϥⲓⲣⲱⲟⲩϣ ϧⲁ ⲛⲁ ⲡⲓⲕⲟⲥⲙⲟⲥ ϫⲉ ⲡⲱⲥ ⳿ϥⲛⲁⲣⲁⲛⲁⲥ ⳿ⲛⲧⲉϥ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ..
34एह तरह ओकर व्यक्तित्व बँटि जात ह। अउर अइसेन कउनउ अविवाहित पत्नी या कुंआरी कन्या क जेका बस पर्भू सम्बन्धी विसयन क ही चिन्ता रहत ह। जेहसे उ अपने सरीर अउर आपन आतिमा स पवित्तर होइ सकइ। मुला एक विवाहित स्त्री संसारिक विसय भोगन मँ ऍह तरह लिप्त रहत ह कि उ अपने पति क रिझावत रहि सकइ।
34ⲟⲩⲟϩ ⳿ϥⲫⲏϣ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲉⲧⲁⲥϭⲓ ⲛⲉⲙ ϯⲡⲁⲣⲑⲉⲛⲟⲥ ⲑⲏ ⲉⲧⲉ ⳿ⲙⲡⲉⲥϭⲓ ⲁⲥϥⲓⲣⲱⲟⲩϣ ϧⲁ ⲛⲁ Ⲡ⳪ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉⲥϣⲱⲡⲓ ⲉⲥⲟⲩⲁⲃ ϧⲉⲛ ⲡⲉⲥⲥⲱⲙⲁ ⲛⲉⲙ ⲡⲉⲥⲡⲛ̅ⲁ̅ ⲑⲏ ⲇⲉ ⲉⲧⲁⲥϭⲓ ⲁⲥϥⲓⲣⲱⲟⲩϣ ϧⲁ ⲛⲁ ⲡⲓⲕⲟⲥⲙⲟⲥ ϫⲉ ⲡⲱⲥ ⳿ⲥⲛⲁⲣⲁⲛⲁϥ ⳿ⲙⲡⲉⲥϩⲁⲓ..
35इ मइँ तोहसे तोहरे भले क बरे ही कहत हउँ तोह पर बन्धन लगावे क बरे नाहीं। बल्कि अच्छी व्यवस्था क हित मँ अउर इही बरे कि तू चित्त क चंचलता क बिना पर्भू क समर्पित होइ सका।
35ⲫⲁⲓ ⲇⲉ ϯϫⲱ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲉⲑⲃⲉ ⲡⲉⲧⲉⲣⲛⲟϥⲣⲓ ⲛⲱⲧⲉⲛ ⲟⲩⲭⲓ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲁϩⲓⲟⲩ⳿ⲓ ⳿ⲛⲟⲩϩⲁϫⲓ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲁⲗⲗⲁ ϫⲉ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲉⲧⲉⲛ⳿ⲥⲭⲏⲙⲁ ϣⲱⲡⲓ ⲉϥⲥⲟⲩⲃⲏⲧ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛ⳿ⲙⲧⲟⲛ ⳿ⲙⲙⲟⲩⲛ ⳿ⲉⲠ⳪ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲙⲉⲧ ⲁⲧϭⲓ⳿ϩⲣⲁϥ..
36अगर केउ सोचत ह कि उ आपन जवान होइ चुकी कुंआरी बिटिया क बरे उचित नाहीं करत बा अउर अगर ओकर काम भावना तेज बा, अउर दुन्नऊ क ही आगे बढ़िके बियाह कइ लेइ क जरूरत बा, तउ जइसन उ चाहत ह, ओका आगे बढ़िके वइसेन ही कइ लेइ चाही उ पाप नाहीं करत बा। ओका बियाह कइ लेइ चाही।
36ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⲟⲩⲁⲓ ⲙⲉⲩ⳿ⲓ ⳿ⲉϭⲓϣⲓⲡⲓ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲧⲉϥⲡⲁⲣⲑⲉⲛⲟⲥ ⲉϣⲱⲡ ⲁϥϣⲁⲛⲉⲣⲁⲕⲙⲏ ⳿ⲛϩⲟⲩⲟ ⲟⲩⲟϩ ⲫⲁⲓ ⲡⲉⲧⲉ⳿ⲙ⳿ⲡϣⲁ ⳿ⲛⲧⲉϥϣⲱⲡⲓ ⲡⲉⲧⲉϩⲛⲁϥ ⲙⲁⲣⲉϥⲁⲓϥ ⳿ⲛ⳿ϥⲉⲣⲛⲟⲃⲓ ⲁⲛ ⲙⲁⲣⲟⲩϭ ⲓ..
37मुला जउन अपने मने मँ बहुत पक्का अहइ अउर जेह पर कउनउ दबावउ नाहीं बा, बल्कि जेकर इच्छन पर पूरा बस बा अउर जे अपने मने मँ पूरा निहचय कइ ललिहे बा कि अपने प्रिया स बियाह न करइ तउ उ अच्छा ही करत बा।
37ⲫⲏ ⲇⲉ ⲉⲧ⳿ⲟϩⲓ ⳿ⲉⲣⲁⲧϥ ϧⲉⲛ ⲡⲉϥϩⲏⲧ ⲉϥⲧⲁϫⲣⲏⲟⲩⲧ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ⲁⲛⲁⲅⲕⲏ ⲧⲟⲓ ⳿ⲉⲣⲟϥ ⲟⲩⲟⲛⲧⲉϥ ⲉⲣϣⲓϣⲓ ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⲉⲑⲃⲉ ⲡⲉⲧⲉϩⲛⲁϥ ⳿ⲙⲙⲓⲛ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲟⲩⲟϩ ⲫⲁⲓ ⲁϥϯϩⲁⲡ ⳿ⲉⲣⲟϥ ⳿ⲙⲙⲓⲛ ⳿ⲙⲙⲟϥ ϧⲉⲛ ⲡⲉϥϩⲏⲧ ⳿ⲉⲁⲣⲉϩ ⳿ⲉⲧⲉϥⲡⲁⲣⲑⲉⲛⲟⲥ ⲕⲁⲗⲱⲥ ⳿ϥⲛⲁⲁⲓⲥ..
38तउ उ जउन आपन प्रिया स बियाह नाहीं करत उ अउर भी अच्छा करत ह।
38ϩⲱⲥⲧⲉ ⲫⲏⲉⲧϯ ⳿ⲛⲧⲉϥⲡⲁⲣⲑⲉⲛⲟⲥ ⲉⲩⲅⲁⲙⲟⲥ ⲕⲁⲗⲱⲥ ⳿ϥⲣⲁ ⳿ⲙⲙⲟⲥ ⲟⲩⲟϩ ⲫⲏ ⲉⲧⲉ⳿ⲛ⳿ϥϯ ⳿ⲛⲑⲱϥ ⲁⲛ ⲟⲩϩⲟⲩ⳿ⲟ ⲕⲁⲗⲱⲥ ⲡⲉⲧⲉ⳿ϥⲛⲁⲁⲓϥ..
39जब तलक किहउ स्त्री क पति जिन्दा रहत ह, तबउ तलक उ बियाह क बन्धन मँ बंधी होत ह मुला अगर ओकरे पति क मउत होइ जात ह, तउ जेकरे साथे चाहइ बियाह करइ, उ स्वतन्त्र बा मुला केवल पर्भू मँ।
39ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲉⲥ ⲥⲱⲛϩ ⳿ⲉⲡⲉⲥϩⲁⲓ ⳿ⲉⲫⲟⲥⲟⲛ ⳿ⲭⲣⲟⲛⲟⲛ ⲉϥⲟⲛϧ ⳿ⲛϫⲉ ⲡⲉⲥϩⲁⲓ ⲉϣⲱⲡ ⲇⲉ ⲁϥϣⲁⲛⲉⲛⲕⲟⲧ ⳿ⲛϫⲉ ⲡⲉⲥϩⲁⲓ ⲟⲩⲣⲉⲙϩⲏ ⲧⲉ ⳿ⲉϭⲓ ⳿ⲙⲡⲉⲧⲉϩⲛⲁⲥ ⲙⲟⲛⲟⲛ ϧⲉⲛ Ⲡ⳪..
40पर अगर जइसेन उ बा वइसेन ही रहत ह, त जियादा खुस रही। इ मोर विचार अहइ। अउर मइँ सोचत अहउँ कि मोहूँ मँ परमेस्सर क आतिमा क ही निवास अहइ।
40ⲱⲟⲩ⳿ⲛⲓⲁⲧⲥ ⲇⲉ ⳿ⲛϩⲟⲩ⳿ⲟ ⲁⲥϣⲁⲛⲟϩⲓ ⳿ⲙⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲕⲁⲧⲁ ⲧⲁ⳿ⲅⲛⲱⲙⲏ ϯⲙⲉⲩ⳿ⲓ ⲇⲉ ϩⲱ ϫⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⲟⲩⲡⲛ̅ⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ⳿ⲛ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲛϧⲏⲧ.