Awadhi: NT

Coptic: New Testament

Philippians

1

1ईसू मसीह क सेवक पौलुस अउर तीमुथियुस कइँती स मसीह ईसू मँ स्थित फिलिप्पी क रहइवाले बुजुर्गन संत जनन क नाउँ जउन उहाँ निरीच्छकन अउर कलीसिया क सेवकन क साथे निवास करत थीं:
1ⲡⲁⲩⲗⲟⲥ ⲛⲉⲙ ⲧⲓⲙⲟⲑⲉⲟⲥ ⲛⲓⲉⲃⲓⲁⲓⲕ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ ⳿ⲛⲛⲓⲁⲅⲓⲟⲥ ⲛⲏⲉⲧϧⲉⲛ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ ⲛⲏⲉⲧϣⲟⲡ ϧⲉⲛ ⲫⲓⲗⲓⲡⲡⲟⲓⲥ ⲛⲉⲙ ⲛⲓⲉⲡⲓⲥⲕⲟⲡⲟⲥ ⲛⲉⲙ ⲛⲓⲇⲓ⳿ⲁⲕⲱⲛ.
2हमार परमपिता परमेस्सर अउर हमार पर्भू ईसू मसीह कइँती स तू पचन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।
2⳿ⲡ⳿ϩⲙⲟⲧ ⲛⲱⲧⲉⲛ ⲛⲉⲙ ⳿ⲧϩⲓⲣⲏⲛⲏ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⲫϯ ⲡⲉⲛⲓⲱⲧ ⲛⲉⲙ ⲡⲉⲛ⳪ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ Ⲡⲭ̅ⲥ̅.
3मइँ जब-जब तू पचन क याद करत हउँ, तब-तब परमेस्सर क धन्यबाद देत हउँ।
3ϯϣⲉⲡ⳿ϩⲙⲟⲧ ⳿ⲛⲧⲉⲛ ⲡⲁⲛⲟⲩϯ ⳿ⲉ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲡⲉⲧⲉⲛⲙⲉⲩⲓ ⲧⲏⲣϥ.
4अपने हर पराथना मँ मइँ हमेसा खुशी क साथे तोहरे बरे पराथना करत हउँ।
4⳿ⲉϯⲣⲁ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⳿ⲛⲥⲏⲟⲩ ⲛⲓⲃⲉⲛ ϧⲉⲛ ⲛⲁⲧⲱⲃϩ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⳿ⲉ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲧⲏⲣⲟⲩ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲣⲁϣⲓ ⲉⲓ⳿⳿ⲓⲣⲓ ⳿ⲙⲡⲓⲧⲱⲃϩ.
5काहेकि पहिले ही दिना स आज तलक तू सुसमाचार क प्रचार मँ मोर सहयोगी रह्या हा।
5⳿ⲉ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲧⲉⲧⲉⲛⲙⲉⲧ⳿ϣⲫⲏⲣ ⲉⲧⲁⲥϣⲱⲡⲓ ⳿ⲙⲡⲓⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ ⲓⲥϫⲉⲛ ⲡⲓ⳿ⲉϩⲟⲟⲩ ⳿ⲛϩⲟⲩⲓⲧ ϣⲁ ⳿ⲉϧⲟⲩⲛ ⳿ⲉϯⲛⲟⲩ.
6मोका इ बात क पूरा भरोसा बाटइ कि उ परमेस्सर जे तोहरे बीच मँ अइसेन अच्छा काम सुरु किहे अहइ, उहइ ओका उहइ दिना तक बनाए रखी, जब ईसू मसीह फिन आइके ओका पूरा करी।
6ⲉⲣⲉ ⲡⲁϩⲏⲧ ⲑⲏⲧ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲫⲁⲓ ϫⲉ ⲫⲏⲉⲧⲁϥⲉⲣϩⲏⲧⲥ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⳿ϥⲛⲁϫⲉⲕ ⲟⲩϩⲱⲃ ⳿ⲉⲛⲁⲛⲉϥ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϣⲁ ⲡⲓ⳿ⲉϩⲟⲟⲩ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ Ⲡⲭ̅ⲥ̅.
7तू सब क बारे मँ मोरे बरे अइसेन सोचब ठीकही बा। काहेकि तू सब मोरे मने मँ बसा भवा अहा। अउर न केवल तब जब तक मइँ जेल मँ हउँ, बल्कि तब भी जब मइँ सुसमाचार क सत्य क रच्छा करत भए, ओकरे प्रतिस्ठा मँ लगा रहेउँ, तू सभे ऍह अऩुग्रह मँ मोर सहभागी रह्या ह।
7ⲕⲁⲧⲁ⳿ⲫⲣⲏϯ ⲉⲧⲉ ⲟⲩϩⲱⲃ ⳿ⲙⲙⲏⲓ ⲛⲏⲓ ⲡⲉ ⲫⲁⲓ ⲉⲩⲙⲉⲩⲓ ⳿ⲉⲣⲟϥ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⲉⲑⲃⲉ ϫⲉ ⲧⲉⲧⲉⲛⲭⲏ ⳿ⲛ⳿ϧⲣⲏⲓ ϧⲉⲛ ⲡⲁϩⲏⲧ ⲛⲉⲙ ϧⲉⲛ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲁⲩϩ ⲛⲉⲙ ⳿ⲛ⳿ϧⲣⲏⲓ ϧⲉⲛ ⲧⲁⲁⲡⲟⲗⲟⲅⲓⲁ ⲛⲉⲙ ⳿ⲡⲧⲁϫⲣⲟ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲟⲓ ⳿ⲛ⳿ϣⲫⲏⲣ ⳿ⲉⲡⲓ⳿ϩⲙⲟⲧ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⲛⲉⲙⲏⲓ.
8परमेस्सर मोर साछी अहइ कि मइँ मसीह ईसू द्वारा परगट पिरेम स मइँ तू सभन क बरे केतना बियाकुल रहत हउँ।
8ⲡⲁⲙⲉⲑⲣⲉ ⲅⲁⲣ ⲡⲉ ⲫϯ ⳿ⲙ⳿ⲫⲣⲏϯ ⳿ⲉ ϯⲙⲉⲓ ⳿ⲙⲙⲱⲧⲉⲛ ⲧⲏⲣⲟⲩ ϧⲉⲛ ⲛⲓⲙⲉⲧϣⲁⲛ⳿ⲑⲙⲁϧⲧ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ Ⲡⲭ̅ⲥ̅.
9मइँ इहइ पराथना करत रहत हउँ: पिरेम हमेसा बढ़इ तोहार साथे गियान क, गहन दिस्टि क।
9ⲟⲩⲟϩ ⲫⲁⲓ ⲡⲉϯⲧⲱⲃϩ ⲉⲑⲃⲏⲧϥ ϩⲓⲛⲁ ⲧⲉⲧⲉⲛⲁⲅⲁⲡⲏ ⲉⲧⲓ ⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⲕⲉⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⳿ⲛⲧⲉⲥⲉⲣϩⲟⲩ⳿ⲟ ϧⲉⲛ ⳿ⲡ⳿ⲉⲙⲓ ⲛⲉⲙ ⲉⲥⲑⲉⲥⲓⲥ ⲛⲓⲃⲉⲛ.
10पाइके इ गुन, भला-बुरा मँ भेद कइके, अपनाइ लेब्या हमेसा भले क। अउर एह तरह बन जाब्या तू सुद्ध अकलुस ओह दिना क जब मसीह आइ।
10ⲉⲑⲣⲉⲧⲉⲛⲉⲣⲇⲟⲕⲓⲙⲁⲍⲓⲛ ⳿ⲛⲛⲏⲉⲧⲉⲣⲛⲟϥⲣⲓ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛϣⲱⲡⲓ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲧⲟⲩⲃⲏⲟⲩⲧ ⲟⲩⲟϩ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲟⲓ ⳿ⲛⲁⲧϭⲣⲟⲡ ⳿ⲉ⳿ⲡ⳿ⲉϩⲟⲟⲩ ⳿ⲙⲠⲭ̅ⲥ̅.
11धारमिकता क फल स ईसू मसीह स मिलत ही परिपूर्ण होत जा जेहसे परमेस्सर क महिमा अउर स्तुति होत रह्या।
11ⲟⲩⲟϩ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲙⲉϩ ⳿ⲛⲟⲩⲧⲁϩ ⳿ⲛⲧⲉ ϯⲙⲉⲑⲙⲏⲓ ⲡⲓ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⲉⲩⲱⲟⲩ ⲛⲉⲙ ⲟⲩⲧⲁⲓⲟ ⳿ⲙⲫϯ.
12भाइयो, मइँ तू सबन का जनाइ देइ चाहित हउँ कि मोरे साथे जउन कछू भवा बा, ओसे सुसमाचार क बढ़ावा ही मिला बाटइ।
12ϯⲟⲩⲱϣ ⲇⲉ ⲉⲑⲣⲉⲧⲉⲛ⳿ⲉⲙⲓ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ϫⲉ ⲛⲏⲉⲧϣⲟⲡ ⳿ⲙⲙⲟⲓ ⲁⲩ⳿ⲓ ⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⲉⲩ⳿ⲡⲣⲟⲕⲟⲡⲏ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ.
13परिणामसरूप स संसार क पूरी रच्छा दल अउर अन्य दूसरे सबहिं लोगन क इ पता चलि गवा बा कि मोका मसही क बिसवासी होई क कारण ही बन्दी बनावा गवा बाटइ।
13ϩⲱⲥⲧⲉ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲁⲩϩ ⳿ⲛⲧⲟⲩϣⲱⲡⲓ ⲉⲩⲟⲩⲟⲛϩ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲡⲓ⳿ⲡⲣⲉⲧⲱⲣⲓⲟⲛ ⲧⲏⲣϥ ⲛⲉⲙ ⲟⲩⲟⲛ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲉⲧⲥⲱϫⲡ.
14एकरे अलावा पर्भू मँ स्थित ज्यादातर भाई मोर बन्दी होइके कराण उत्साह स भरा भवा अहइँ। अउर बहुत जियादा साहस क साथ सुसमाचार क निडरता पूर्वक सुनावत अहइँ।
14ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲡϩⲟⲩ⳿ⲟ ⳿ⲛⲛⲓ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ⲉⲧϧⲉⲛ Ⲡ⳪ ⳿ⲛⲥⲉⲭⲁ ⳿ϩⲑⲏⲟⲩ ⳿ⲉⲛⲁ⳿ⲥⲛⲁⲩϩ ⳿ⲛϩⲟⲩⲟ ⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⳿ⲛⲥⲉⲉⲣⲧⲟⲗⲙⲁⲛ ⳿ⲉⲥⲁϫⲓ ⳿ⲙⲡⲓⲥⲁϫⲓ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ⳿ⲛⲁⲧⲉⲣϩⲟϯ.
15इ सच अहइ कि ओहमाँ स कछू इरसा अउर बैर क कारण मसीह क उपदेस देत हीं परन्तु दुसरे जने सद्भावना स प्रेरितन होइके मसीह क उपदेस देत हीं।
15ⲟⲩⲟϩ ϩⲁⲛⲟⲩⲟⲛ ⲙⲉⲛ ⲉⲑⲃⲉ ⲟⲩ⳿ⲫⲑⲟⲛⲟⲥ ⲛⲉⲙ ⲟⲩ⳿ϣϭⲛⲏⲛ ϩⲁⲛⲟⲩⲟⲛ ⲇⲉ ⲛⲉⲙ ⲉⲑⲃⲉ ⲟⲩϯⲙⲁϯ ⲥⲉϩⲓⲱⲓϣ ⳿ⲙⲠⲭ̅ⲥ̅.
16ये सब जने पिरेम क कारण अइसेन करत हीं काहेकि इ जानत हीं कि परमेस्सर सुसमाचरे क बचाउ करइ बरे ही मोका इहाँ रखे अहइ।
16ⲛⲁⲓ ⲙⲉⲛ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲁⲅⲁⲡⲏ ⲉⲩ⳿ⲉⲙⲓ ϫⲉ ⲉⲓⲭⲏ ⲉⲩⲁⲡⲟⲗⲟⲅⲓⲁ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ.
17परन्तु कछू अउर जने त सचाई क साथे नाहीं, बल्कि सुवारथ स भरी इच्छा स मसीह क प्रचार करत हीं काहेकि उ सोचित हीं कि एहसे उ पचे बन्दी-घरे मँ मोरे बरे कस्ट पइदा कइ सकिहीं।
17ⲛⲁⲓ ⲇⲉ ϧⲉⲛ ⲟⲩ⳿ϣϭⲛⲏⲛ ⲥⲉϩⲓⲱⲓϣ ⳿ⲙⲠⲭ̅ⲥ̅ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲧⲟⲩⲃⲟ ⲁⲛ ⲉⲩⲙⲉⲩⲓ ⳿ⲉⲧⲟⲩⲛⲟⲥ ⲟⲩϩⲟϫϩⲉϫ ⳿ⲛⲛⲁ⳿ⲥⲛⲁⲩϩ.
18परन्तु ऐहसे कउनउ फरक नाहीं पड़त। जरुरी तउ इ बा कि एक ढंग स, या दूसरे ढंग स, चाहे बुरा उद्देस्य होइ, चाहे भला प्रचार तउ मसीह क ही होत ह अउर ऐहसे मोका आनन्द मिलत ह अउर आनन्द मिलतइ रही।
18ⲁϧⲟϥ ϫⲉ ⳿ⲡⲗⲏⲛ ϧⲉⲛ ⳿ⲥⲙⲟⲧ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲓⲧⲉ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲗⲱⲓϫⲓ ⲓⲧⲉ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲙⲉⲑⲙⲏⲓ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⲥⲉϩⲓⲱⲓϣ ⳿ⲙⲙⲟϥ ϧⲉⲛ ⲫⲁⲓ ϯⲣⲁϣⲓ ⲁⲗⲗⲁ ⲟⲩⲟϩ ⲉⲓ⳿ⲉⲣⲁϣⲓ ⲟⲛ.
19काहेकि मइँ जानत हउँ कि तू पचन पराथना क द्वारा अउर ओह सहायता स जउन ईसू मसीह क आतिमा स मिलत ह, परिणआम मँ मोका छु टकारा ही मिली।
19ϯ⳿ⲉⲙⲓ ⲅⲁⲣ ϫⲉ ⲫⲁⲓ ⲛⲁϣⲱⲡⲓ ⲛⲏⲓ ⲉⲩⲟⲩϫⲁⲓ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⲡⲉⲧⲉⲛⲧⲱⲃϩ ⲛⲉⲙ ⳿ⲡⲥⲁϩⲛⲓ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ Ⲡⲭ̅ⲥ̅.
20मोर तेज इच्छा अउर आसा इहइ बा अउर मोका इ बिसवास बा कि मइँ कउ नो बाते स निरास नाहीं होब बल्कि सब तरह स निउर होइके जइसे मोरे सरीर स मसीह क महिमा हमेसा होत रही, वइसेन आगेउ होत रही, चाहे मइँ जिअउँ अउर चाहे मरि जाउँ।
20ⲕⲁⲧⲁ ⲡⲁϫⲓⲛϫⲟⲩϣⲧ ⲛⲉⲙ ⲧⲁϩⲉⲗⲡⲓⲥ ϫⲉ ϯⲛⲁϣⲓⲡⲓ ⲁⲛ ϧⲉⲛ ⳿ϩⲗⲓ ⲁⲗⲗⲁ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲡⲁⲣⲣⲏⲥⲓⲁ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⳿ⲙ⳿ⲫⲣⲏϯ ⳿ⲛⲥⲏⲟⲩ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲛⲉⲙ ϯⲛⲟⲩ ⲉϥ⳿ⲉⲁⲓⲁⲓ ⳿ⲛϫⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ϧⲉⲛ ⲡⲁⲥⲱⲙⲁ ⲓⲧⲉ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⳿ⲡⲱⲛϧ ⲓⲧⲉ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⳿ⲫⲙⲟⲩ.
21काहेकि मोरे जीवन क मतलब अहइ मसीह अउर मउत क मतलब अहइ एक प्राप्ति।
21⳿ⲁⲛⲟⲕ ⲅⲁⲣ ⲡⲁⲱⲛϧ ⲡⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲡⲙⲟⲩ ⲟⲩϩⲏⲟⲩ ⲛⲏⲓ ⲡⲉ.
22मुला अगर मइँ अपने एह सरीर स जिन्दइ रहउँ तउ एकर मतलब इ होइ कि मइँ अपने कर्मे क परिणामे क आनन्द लेउँ। तउन मइँ नाहीं जानित हउँ कि मइँ का चुनउँ।
22ⲓⲥϫⲉ ⲡⲓⲱⲛϧ ϧⲉⲛ ⳿ⲧⲥⲁⲣⲝ ⲫⲁⲓ ⲟⲩⲟⲩⲧⲁϩ ⳿ⲛϩⲱⲃ ⲛⲏⲓ ⲡⲉ ⲟⲩⲟϩ ⲟⲩ ⲡⲉϯⲛⲁⲥⲟⲧⲡϥ ⳿ⲛϯ⳿ⲉⲙⲓ ⲁⲛ.
23दुन्नउ विकल्पे क बीच चुनाव मँ मोका कठिनाई होत बा। मइँ अपने जीवन स विदा होइके मसीह क पास जाइ चाहित ह काहेकि उ अधिक अच्छा होइ।
23ⲥⲉ⳿ⲁⲙⲟⲛⲓ ⳿ⲛϫⲉ ⲡⲓ⳿ⲥⲛⲟⲩϯ ⲉⲧⲉⲡⲓⲑⲩⲙⲓⲁ ⲉⲥⲉ⳿ⲛⲧⲟⲧ ⳿ⲉⲃⲱⲗ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⳿ⲛⲧⲁϣⲱⲡⲓ ⲛⲉⲙ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⳿ⲛϩⲟⲩ⳿ⲟ ⲅⲁⲣ ⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⳿ϥⲥⲟⲧⲡ.
24दूसरी तरफ परन्तु एह सरीर क साथे ही मोर इहाँ रहब तोहरे बरे अधिक जरूरी बा।
24ⲡⲓϣⲱⲡⲓ ⲇⲉ ϧⲉⲛ ⳿ⲧⲥⲁⲣⲝ ⲟⲩⲁⲛⲁⲅⲕⲉⲟⲛ ⳿ⲛϩⲟⲩ⳿ⲟ ⲡⲉ ⲉⲑⲃⲉ ⲑⲏⲛⲟⲩ.
25अउर काहेकि इ मइँ निस्चय क साथे जानित हउँ कि मइँ इही रहबइ अउर तू सभन क आध्यात्मिक उन्नति अउर बिसवास स पइदा भवा आनन्द बरे तोहरे साथे रहतइ रहब।
25ⲟⲩⲟϩ ⲫⲁⲓ ⲉⲣⲉ ⲡⲁϩⲏⲧ ⲑⲏⲧ ϯ⳿ⲉⲙⲓ ϫⲉ ϯⲛⲁⲟϩⲓ ⲟⲩⲟϩ ϯⲛⲁϣⲱⲡⲓ ⲛⲱⲧⲉⲛ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⲉⲧⲉⲧⲉⲛ⳿ⲡⲣⲟⲕⲟⲡⲏ ⲛⲉⲙ ⳿ⲫⲣⲁϣⲓ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲛⲁϩϯ.
26ताकि तोहरे लगे मोरे लउटी आवई क परिणाम सहित तू पचन क मसीह ईसू मँ स्थित मोहे प गरब करइ क अउर अधिक आधार मिलि जाई।
26ϩⲓⲛⲁ ⲡⲉⲧⲉⲛϣⲟⲩϣⲟⲩ ⳿ⲛⲧⲉϥⲉⲣϩⲟⲩ⳿ⲟ ϧⲉⲛ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⳿ⲛ⳿ϧⲣⲏⲓ ⳿ⲛϧⲏⲧ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⲡⲁϫⲓⲛ⳿ⲓ ϩⲁⲣⲱⲧⲉⲛ ⲟⲛ ⳿ⲛⲕⲉⲥⲟⲡ.
27परन्तु हर तरह स अइसा करा कि तू सबन आचरण मसीह क सुसमाचार क अनुकूल रहइ। जेहसे चाहे मइँ तोहरे लग आएके तू सबन क देखउँ अउर चाहे तु सबन स दूर रहउँ, तू सबन क बारे मँ इहइ सुनउँ कि तू पचे एक्कई आतिमा मँ मजबूती स टिका ह्वा अउर सुसमाचार स पइदा बिसवासे क बरे एक जुट होइके संघर्ष करत रहा।
27ⲙⲟⲛⲟⲛ ⲁⲣⲓⲡⲟⲗⲓⲧⲉⲩⲉⲥⲑⲉ ϧⲉⲛ ⳿ⲡⲉⲙ⳿ⲡϣⲁ ⳿ⲙⲡⲓⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ϩⲓⲛⲁ ⲁⲓϣⲁⲛ⳿ⲓ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲛⲧⲁⲛⲁⲩ ⳿ⲉⲣⲱⲧⲉⲛ ⲓⲧⲉ ⳿ⲛϯ ϧⲁⲧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲁⲛ ⳿ⲛⲧⲁⲥⲱⲧⲉⲙ ⲉⲑⲃⲉ ⲑⲏⲛⲟⲩ ϫⲉ ⲧⲉⲧⲉⲛⲟϩⲓ ⳿ⲉⲣⲁⲧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲟⲩⲱⲧ ⲟⲩⲯⲩⲭⲏ ⳿ⲛⲟⲩⲱⲧ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲟⲓ ⳿ⲛ⳿ϣⲫⲏⲣ ⳿ⲛϧⲓⲥⲓ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲛⲁϩϯ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲉⲩⲁⲅⲅⲉⲗⲓⲟⲛ.
28अउर मइँ इहउ सुनई चाहित हउँ कि तू पचे अपने विरोधियन स कउनउ तरह स नाहीं डेरात अहा। तू सबन क इ साहस ओनके विनाश क प्रमाण अहइ। तू पचन क मुक्ति का संकेत अहइ जउन स्वयं परमेस्सर कइँती स अइसा ही कीन्ह जाई।
28ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛⲛⲟϣⲡ ⲁⲛ ϧⲉⲛ ⳿ϩⲗⲓ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⲛⲏ ⳿ⲉϯⲟⲩⲃⲉ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲛⲁⲓ ⲉⲧⲉ ⲡⲟⲩⲟⲩⲱⲛϩ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⲟⲩⲧⲁⲕⲟ ⲛⲱⲟⲩ ⲡⲉ ⲛⲱⲧⲉⲛ ⲇⲉ ⲟⲩⲟⲩϫⲁⲓ ⲡⲉ ⲟⲩⲟϩ ⲫⲁⲓ ⲟⲩ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⲫϯ ⲡⲉ.
29काहेकि मसीह कइँती स तू पचन क न केवल ओहमे बिसवास करइ क बल्कि ओकरे बरे यातना झेलइ क बिसेष अधिकार दीन्ह गवा बा।
29ϫⲉ ⲁⲩⲧⲏⲓϥ ⲛⲱⲧⲉⲛ ⳿ⲛ⳿ϩⲙⲟⲧ ⳿ⲉ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲉϫⲉⲛ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⲟⲩ ⲙⲟⲛⲟⲛ ⳿ⲉⲛⲁϩϯ ⳿ⲉⲣⲟϥ ⲁⲗⲗⲁ ⳿ⲉϣⲉⲡ⳿ⲙⲕⲁϩ ⲟⲛ ⳿ⲉ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲉϫⲱϥ.
30तू पचे जानत अहा क तू उही संघर्ष मँ जुटा अहा जेहमे मइँ जुटा रहेउँ अउर जइसेन कि तू सुनत अहा आज तलक मइँ ऊहीं मँ लगा रहउँ।
30⳿ⲉⲡⲁⲓⲁⲅⲱⲛ ⳿ⲛⲟⲩⲱⲧ ⳿ⲛⲧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⳿ⲙ⳿ⲫⲣⲏϯ ⲉⲧⲁⲣⲉⲧⲉⲛⲛⲁⲩ ⳿ⲉⲣⲟϥ ⳿ⲛ⳿ϧⲣⲏⲓ ⳿ⲛϧⲏⲧ ⲛⲉⲙ ϯⲛⲟⲩ ⲟⲛ ⲧⲉⲧⲉⲛⲥⲱⲧⲉⲙ ⳿ⲉⲣⲟϥ ⳿ⲛϧⲏⲧ