1एक दाईं फिन ईसू आराधनालय मँ गवा। हुवाँ एक ठो मनई रहा जेकर हाथ सुखंडी होइ गवा रहा।
1וישב ויבאו אל בית הכנסת ושם איש אשר ידו יבשה׃
2कछू यहूदी अँखिया गड़ाइ के ईसू क निहारत रहेन कि का उ रोगी क सबित क दिन नीक करी। जदि गलती भए प ओका दोखी कहइँ।
2ויתבוננו בו אם ירפאהו בשבת למען ימצאו עליו שטנה׃
3ईसू सुखंडी हाथे क मनई स कहेस, “हिआँ खरा होइ जा जइसे सब जने तोहका निहारि सकइँ।”
3ויאמר אל האיש אשר יבשה ידו קום עמד בתוך׃
4तब ईसू ओनसे कहेस अउर लोगन पूछा, “सबिन क दिन का करइ क नीक बाटइ? या भलाई करब या बुराई? का ई नीक बाटइ जीउ क बचाउब या मारब?” जबावे मँ ईसू स उ पचे कछू नाहीं कहेन।
4ויאמר אליהם הנכון בשבת להיטיב או להרע להציל נפש או לאבדה ויחרישו׃
5उ गुस्सा मँ ओन पचन क देखेस। ओनके मन क कठोर भए स उ दुखी भवा। फिन उ मनई स कहेस, “आपन हथवा आगे कइँती फइलाव।” उ मनई हथवा ईसू कइँती फइलाएस अउर पहिले जइसा नीक होइ ग।
5ויבט אליהם סביב בחמה ויתעצב על טמטום לבבם ויאמר אל האיש פשט את ידך ויפשט ידו ותרפא ותשב כאחרת׃
6तबहिं सबहिं फरीसियन हुवाँ स चल दिहन, अउर तुरंतहि हेरोदियन स मिलि के ओकरे खिलाफ जाल बिछावइ लागेन कि कइसे ओका जान स मारि सकिहीं।
6והפרושים יצאו מהרה ויתיעצו עליו עם ההורדוסיים לאבדו׃
7ईसू आपन चेलन क संग गलील छील गवा। गलील क बहुत स लोग ओके पाछे होइ लिहेन।
7וישוע סר משם עם תלמידיו אל יד הים וילכו אחריו המון עם רב מן הגליל ומיהודה׃
8बहुत स लोग यहूदिया, यरूसलेम, इदूमिया अउर यरदन नदिया क पार क पहँटा सूर अउर सैदा स आएन। ई मनइयन एह बरे आएन कि ओकरे काम क बारे मँ सुनि लिहन जउन उ करत रहा।
8ומירושלים ומאדום ומעבר הירדן ומסביבות צור וצידון המון רב אשר שמעו את כל אשר עשה ויבאו אליו׃
9भिड़िया क मारे उ आपन चेलन स कहेस - ऍक छोटॅकी नाउ तइयार करा, जेह बरे भीड़ ओका कुचर न डावइ।
9ויאמר אל תלמידיו כי יכינו לו אניה קטנה מפני העם למען לא ילחצוהו׃
10उ बहोतन क नीक किहेस इ नाते उ सब जेनका बेरामी रही, ईसू क छुवइ क बरे भिड़िया क धाकियावत भए रस्ता बनवत चला आवत रहेन।
10כי רפא לרבים עד כי התנפלו עליו כל המנגעים לנגע בו׃
11कछू मनई आपन भीतर दुस्ट आतिमन धरे रहेन। जब कबहुँ दुस्ट आतिमन ओका निहारत रहीं, उ सबइ ओकरे सोझे दण्डवत करेन अउर चिचिआनिन, “तू परमेस्सर क पूत अहा!”
11והרוחות הטמאות כראותן אתו נפלו לפניו ותצעקנה לאמר אתה הוא בן אלהים׃
12मुला उ दुस्ट आतिमन क करर्ी चिताउनी देत रहा, अइसा न बतावइ क उ कउन अहइ।
12ויגער בהן מאד אשר לא תגלינה אותו׃
13फिन ईसू पहाड़ी प गवा अउर उ ओनहीं मनइयन क बोलाएस जेका उ चाहत रहा। उ सब ओकरे लगे गएन।
13ויעל אל ההר ויקרא אל אשר הוא חפץ בם ויבאו אליו׃
14जेहमाँ स उ बारहु क चुनेस अउर ओनका प्रेरितन क ओहदा दिहेस। उ ओनका एह बरे चुनेस कि उ सब ओकरे संग रहइँ अउर उपदेस प्रचार बरे बाहेर पठइ सकइ।
14וישם שנים עשר איש למען יהיו אתו ולמען ישלחם לקרא׃
15अउर उ पचे दुस्ट आतिमन क खदेरइ क हक रक्खइँ।
15והיה להם השלטן לרפא את התחלאים ולגרש את השדים׃
16एहि तरह बारहु मनइयन क उ चुनेस। समौन (जेका उ पतरस क नाउँ दिहेस),
16ויכנה את שמעון בשם פטרוס׃
17जब्दी क बेटवा याकूब अउर यूहन्ना (जेकर नाउँ क बुअनरगिस दिहेस, जेकर अरथ अहइ “गर्जन क बेटवा”);
17ואת יעקב בן זבדי ואת יוחנן אחי יעקב ויכנה אתם בשם בני רגוש הוא בני רעם׃
18अन्द्रियास, फिलिप्पुस, बरतुल्मै मत्ती, थोमा, हलफई क बेटवा याकूब, तद्दै समौन कनानी
18ואת אנדרי ואת פילפוס ואת בר תלמי ואת מתי ואת תומא ואת יעקב בן חלפי ואת תדי ואת שמעון הקני׃
19अउर यहूदा इस्करियोती जउन पाछे ओका धोखा दिहेस।
19ואת יהודה איש קריות אשר גם מסרו׃
20तब ईसू घरे गवा। एक दाईं फिन एक भारी भीर घेर लिहस। अइसा भवा कि ईसू अउर ओकर चेलन खइया के नाहीं खाए पाएन।
20ויבאו הביתה וישב המון העם להתאסף עד כי לא יכלו אף לאכל לחם׃
21जबहिं ओकरे परिवारे क निअम्बर ऍकरे बारे मँ सुनि लिहन तबहिं उ सब ओका लेवॉवइ चलेन। इ सोचिके सब मनइयन कहत बाटेन कि ओकर मन ठेकाने नाहीं।
21וישמעו קרוביו ויצאו להחזיק בו כי אמרו יצא מדעתו׃
22यरूसलेम स आइ भएन धरम सास्तिरियन कहेन, “ओहमाँ बालजबूल (सइतान) घुसि ग अहइ। दुस्ट आतिमन क सरदार क ताकत स उ दुस्ट आतिमन क मनई स भगावत अहइ।”
22והסופרים אשר ירדו מירושלים אמרו כי בעל זבוב נכנס בו ועל ידי שר השדים הוא מגרש את השדים׃
23ईसू ओन पचे क एकट्ठइ बोलाएस अउर दिस्टान्त दइ के कहइ लाग, “कइसे सइतान मनई स सइतान क भगाइ देई?
23ויקרא אותם אליו וידבר להם במשלים לאמר איך יוכל השטן לגרש השטן׃
24जदि एक ठु राज्य मँ आपन खिलाफ फूट परि जाइ तउन उ राज्य टिक सकत नाहीं।
24ואם נחלקה ממלכה על עצמה לא תוכל לעמד הממלכה ההיא׃
25जदि एक परिवार आपस मँ बँटि जाइ तउ उ बचि सकत नाहीं।
25ובית אם נחלק על עצמו לא יוכל לעמד הבית ההוא׃
26जदि सइतान खुद आपन खिलाफ होइ जाइ अउर फूट डारी तउ उ बचि पावत नाहीं। आखिर मँ उ बरिबाद होइ जाई।
26ואם השטן יתקומם אל עצמו ונחלק לא יוכל לעמד כי בא קצו׃
27जदि कउनो बरिआर मनई क घरे मँ घुसिके लइके सब असबाब ढोइ सकत नाहीं; जब तलक पहिले सब ते बरिआर मनई बाँध न देइ। तब इ उ घरवा क लूटि लेइ।
27אין איש אשר יכל לבוא לבית הגבור ולגזל את כליו אם לא יאסר בראשונה את הגבור ואחר ישסה את ביתו׃
28मइँ तोसे सच सच कहत अहउँ। लोगन्क हर किसिम क पापन अउ कच्ची पक्की बात जउन उ सब एक दूसर क बोलेन ह, उ सबन्क छमा कीन्ह जाइ सकत ह।
28אמן אמר אני לכם כי כל החטאים יסלחו לבני אדם וכל הגדופים אשר יגדפו׃
29मुला जउन पवित्तर आतिमा क बेज्जती करी ओका छमा कबहुँ न होई। एकरे बजाय न खतम होइवाला पाप क उ भागी होई।”
29אך המגדף את רוח הקדש אין לו סליחה לעולם כי יאשם בעונו לנצח׃
30एह बरे ईसू कहत रहा कि धरम सास्तिरियन कहत रहेन कि ओहमाँ दुस्ट आतिमा सवार अहइ।
30כי המה אמרו רוח טמאה בו׃
31तबहिं ईसू क महतारी अउर ओकर भाइयन आएन। उ सब बाहेर खरा भएन अउर कउनो एक क ओकरे निअरे बाहेर आइ क पठएन।
31ויבאו אמו ואחיו ויעמדו מחוץ לבית וישלחו אליו לקרא לו׃
32ओकरे चारिहुँ कइँती भी बइठी रही। उ ओसे कहेस, “देखा! तोहार महतारी भाइयन तोहका पूछत अहइँ।”
32והמון העם ישבו סביביו ויאמרו אליו הנה אמך ואחיך בחוץ מבקשים אותך׃
33जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “कउन मोर महतारी अउ कउन मोर भाइयन अहइँ?”
33ויען ויאמר אליהם מי הם אמי ואחי׃
34ईसू आपन क चारिहुँ कइँती बइठे मनइयन प देखिके कहेस, “ई अबहिं मोर महतारी अउर मोर भाइयन।
34ויבט סביב אל הישבים סביביו ויאמר הנה אמי ואחי׃
35जउन परमेस्सर क इच्छा पूरी करी उ मोर भाई, बहिन अउर महतारी अहइँ।”
35כי כל אשר יעשה רצון האלהים הוא אחי ואחותי ואמי׃