1का तोहरे मँ स केउ अइसेन बा जउन अपने साथी क साथे केउ झगड़ा होइ पे परमेस्सर क पवित्तर मनइयन क लगे न जाइके अधर्मी लोगन क अदालत मँ जाइके साहस करत होइ?
1जेव्हा तुमच्यापैकी एखाद्याचा दुसऱ्या व्यक्तीबरोबर भांडणतंटा असेल तर ती समस्या (वाद) देवाच्या पवित्र लोकांपुढे न आणता ती व्यक्ति तो वाद न्यायालयात अनीतिमान लोकांसमोर नेण्याचे धाडस का करते?
2या का तू पचे इ नाहीं जानत अहा कि परमेस्सर क पवित्तर मनई ही सारे संसार क निआव करिहीं? अउर जब तोहरे जरिये समूचइ संसार क निआव किन्ह जाइ क बाटइ तउ का इन छोट-छोट बातन क निआव करइ जोग्ग तू नाहीं अहा?
2किंवा तुम्हांला माहीत नाही का की देवाचे पवित्र लोक जगाचा न्याय करतील? आणि जर जगाचा न्याय तुमच्याकडून होणार आहे तर लहानशा बाबींमध्ये त्याचा न्याय करण्यासाठी तुम्ही अपात्र आहात काय?
3का तू नाहीं जानत अहा कि हम सरगदूतन क भी निआव करबइ? फिन इ जीवन क इन रोजमरर्ा क छोट-मोट बातन क त कहबइ ही का।
3आपण देवदूतांचा न्याय करणार आहोत हे तुम्हांला माहीत नाही का? तर मग रोजच्या जीवनातील साध्या गोष्टींचा विचारसुद्धा कशाला?
4अगर हर दिन तोहरे बीच कउनउ न कउनउ विवाद रहतइ ही रहत ह तउ का न्यायाधीस क रूप मँ तू पचे अइसेन मनइयन क नियुक्ति करब्या जेनकर कलीसीया मँ कउनउ स्थान नाहीं बा।
4म्हणून जर दररोज तुम्हांला प्रकरणे निकालात काढायची असतील, तर ज्यांना मंडळीत काही पाठिंबा नाही, अशा माणसांना न्यायाधीश म्हणून का नियुक्त करता?
5इ मइँ तोहसे ऍह बरे कहत हउँ कि तोहे सबन क कछू लाज आवइ। का स्थिति ऍतही बिगड़ि चुकि बा कि तोहरे बीच केऊॅ अइसेन बुद्धिमान मनइ अहइ नाहीं जउन अपने मसीही भाइयन क आपसी झगड़ा सुलझाइ सकइ?
5तुम्हांला लाज वाटावी म्हणून मी हे म्हणत आहे. गोष्टी इतक्या वाईट होत आहेत का की, तुमच्यामध्ये एकही सुज्ञ मनुष्य नाही जो त्याच्या (ख्रिस्ती) भावांचा समेट घडवून आणू शकेल?
6का एक भाई कबहूँ अपने दुसरे भाई स मुकद्दमा लड़त रहा! अउर तू तउ अबिसवासियन क सामने अइसा करत रहे रह्या।
6पण एक भाऊ दुसऱ्या भावाविरुद्ध न्यायालयात जातो आणि तुम्ही हे सर्व अविश्वासणाऱ्यांसमोर करीत आहात?
7असलियत मँ तोहार पराजय तउ इही मँ होइ चुकी कि तोहरे बीच आपस मँ एक दूसरे क खिलाफ कानूनी मुकदमा अहइँ। एकरे स्थान पर तू आपस मँ अनिआव ही काहे नाहीं सही लेत्या? अपने आप क काहे नाहीं लुटि जाइ देत्या।
7वास्तविक, तुमचे एकमेकांविरुद्ध खटले आहेत यातच तुमचा संपूर्ण पराभव झाला आहे. त्याऐवजी तुम्ही स्वत:वर अन्याय का होऊ देत नाही? त्याऐवजी तुम्ही स्वत:ची लुबाडणूक का होऊ देत नाही?
8अरे अनिआव तू तउ खुदइ करत अहा अउर अपने ही मसीही भाइयन क लूटत अहा।
8उलट तुम्ही स्वत: अन्याय करता व लुबाडणूक करता, आणि तुम्ही हे सर्व तुमच्या ख्रिस्ती बांधवांना करता!
9अउर का तू नाहीं जानत अहा कि खराब लोग परमेस्सर क राज्य क उत्तराधिकार न पइहीं? अपने आप को धोखा न द्या। व्यभिचार करइवाला, मूर्तिपूजक, व्यभिचार, गुदा-भंजन करइवाला, लौंडेबाज,
9किंवा तुम्हांला माहीत नाही का की, अनीतिमान लोकांना देवाच्या राज्यात वतन मिळणार नाही? तुमची स्वत:ची फसवणूक होऊ देऊ नका! जारकर्मी, मूर्तिपूजक, व्याभिचारी, पुरुषवेश्या (पुरुष जे समलिंगी संबंधास तयार होतात), समलिंगी संबंध ठेवणारे पुरुष, किंवा
10लुटेरे, लालची, पियक्कड़ चुगलखोर अउर ठग परमेस्सर क राज्य क उत्तरधिकारीन होइहीं।
10दरोडेखोर, लोभी, दारुडे, निंदा करणारे, फसविणारे यांपैकी कोणीही देवाच्या राज्यात प्रवेश करणार नाही.
11तोहमें स कछू अइसेन ही रहेन। मुला अब तोहे सबन क धोइ-मांजिके पवित्तर कइ दिहे हउँ। तोहे परमेस्सर क सेवाँ मँ अरपित कइ दीन्हा वा बा। पर्भू ईसू मसीह क नाउँ अउर हमरे परमेस्सर क आतिमा क द्वारा ओन्हे धर्मी करार दीन्हा जाइ चुका बा।
11आणि तुमच्यातील काही असे होते. पण तुम्ही स्वत:स धुतलेले होते, तुम्हाला देवाच्या सेवेला समर्पित केलेले होते. प्रभु येशू ख्रिस्ताच्या नावामध्ये तुम्ही नीतिमान ठरला होता व देवाच्या आत्म्यामध्ये नीतिमान ठरला होता.
12“मइँ कछू भी करइ क स्वतन्त्र हउँ” मुला हर कउनउ बात हितकर नाहीं होत। हाँ, “मइँ सब कछू करइ क स्वतन्त्र हउँ” मुला मइँ अपने पर कीहीउ क हावी न होइ देब।
12“मी काहीही करण्यास मुक्त आहे.” पण प्रत्येक गोष्ट हितकारक नसते, होय, “मी काहीही करण्यास मुक्त आहे, पण कोणत्याही गोष्टीचे वर्चस्व माइयावर होऊ देणार नाही.
13कहा जात ह, “भोजन पेट क बरे बा, अउर पेट भोजन क बरे।”‘ मुला परमेस्सर इन दुन्नउ क ही समाप्त कइ देई। अउर हमरे सारीरीक तउ भी व्यभिचार क बरे नाहीं बा बल्कि पर्भू क सेवा क बरे बा। अउर पर्भू हमार देह क कल्लियान क बरे बा।
13“अन्र पोटासाठी आहे व पोट अन्रासाठी आहे.” आणि हे खरे आहे. पण देव अन्राचा व पोटाचा अशा दोघांचाही नाश करील. आणि आमची शरीरे ही जारकर्मसाठी नाही तर देवाच्या सेवेसाठी आणि प्रभूच्या शरीराच्या हितासाठी आहेत.
14परमेस्सर न केवल पर्भू क ही पुनर्जीवित नाहीं किहेस बल्कि आपन सक्ति स उ मउत स हम सबे कभी जियाइ उठाई।
14आणि देवाने केवळ प्रभूलाच मरणातून उठविले असे नाही तर तो आम्हंलाही आपल्या सामर्थ्याने मरणातून उठवील.
15का तू नाहीं जानत अहा कि तोहरे सरीर खुद ईसू मसीह का हिस्सा अहइ? तउ का मोका ओन्हे, जउन मसीह क अंग हयेन, कउनउ वेस्या क अंग बनाइ देइ चाही?
15तुम्हाला माहीत नाही का की, तुमची शरीरे ख्रिस्ताला जोडलेली आहेत? तर मग जे ख्रिस्ताशी जोडलेले आहे ते घेऊन मी वेश्येला जोडावे काय? निश्चितच नाही! किंवा तुम्हांस ठाऊक नाही काय की, जो वेश्येशी जडतो तो तिच्याशी एकदेह होतो.
16निस्चय ही नाहीं। अउर का तू इ नाही जानत अहा, कि जउन अपने आपके वेस्या स जोड़त ह, उ ओकरे साथे एक देह होइ जात ह। पवित्तर सास्तरन मँ कहा गवा बा: “काहेकि उ दुन्नऊ एक होइ जइ हीं,”
16“कारण ती दोघे एकदेह होतील असे शास्त्रच सांगते.”
17मुला उ जउन आपन लौ पर्भू स लगावत ह, उ आतिमा मँ एकाकर होइ जात ह।
17पंरतु जो स्वत: प्रभूशी जडतो तो त्याच्याशी आत्म्यात एक आहे.
18व्यभिचार स दूर रहा। दुसरे सभन पाप जेका एक मनई करत ह, ओकरे सरीर स बाहेर होत हीं मुला अइसेन मनई जउन व्यभिचार करत ह उ तउ अपने सरीर क विरुद्ध पाप करत ह।
18जारकर्मापासून दूर पळा. मनुष्य एखादे पाप करणे शक्य आहे ते त्याच्या शरीराबाहेरचे आहे. परंतु जो जारकर्म करतो तो त्याच्या स्वत:च्या शरीराविरुद्ध पाप करतो.
19अउर का तू नाहीं जानत अहा कि तोहार सरीर ओह पवित्तर आतिमा क मंदिर अहइ जेका तू परमेस्सर स पाए अहा अउर जेका तू आपन बनाइ क न रख सक्या। अउर उ आतिमा तोहार आपन नाहीं बा।
19किंवा तुम्हाला हे माहीत नाही काय तुमची शरीरे ही तुमच्यामध्ये जो पवित्र आत्मा आहे व जो तुम्हांला देवाकडून प्राप्त झाला त्यांचे मंदिर आहे, आणि स्वत:चे असे तुम्ही नाही?
20काहेकि परमेस्सर तोहे सबन क कीमत चुकाइ क खरीदे अहइ इही बरे अपने सरीर क द्वारा परमेस्सर क इज्जत कर।
200कारण तुम्हांला किंमत देऊन विकत घेतले आहे. म्हणून तुमच्या शरीराने देवाला गौरव द्या.