1ܘܟܕ ܐܝܬܘܗܝ ܗܘܐ ܐܦܠܘ ܒܩܘܪܢܬܘܤ ܐܬܟܪܟ ܦܘܠܘܤ ܒܐܬܪܘܬܐ ܥܠܝܐ ܘܐܬܐ ܠܐܦܤܘܤ ܘܡܫܐܠ ܗܘܐ ܠܬܠܡܝܕܐ ܐܝܠܝܢ ܕܐܫܟܚ ܬܡܢ ܀
1तेव्हा असे झाले की, अपुल्लो करिंथ येथे असताना पौल निरनिराळ्या भागातून प्रवास करीत इफिस येथे आला, तेथे त्याला येशूचे काही अनुयायी आढळले.
2ܕܐܢ ܩܒܠܬܘܢ ܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܡܢ ܕܗܝܡܢܬܘܢ ܥܢܘ ܘܐܡܪܝܢ ܠܗ ܘܐܦܠܐ ܐܢ ܐܝܬ ܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܫܡܝܥ ܠܢ ܀
2पौलाने त्यांना विचारले, “जेव्हा तुम्ही विश्वास ठेवला, तेव्हा तुम्हांला पवित्र आत्मा मिळाला काय?” ते अनुयायी त्याला म्हणाले, “पवित्र आत्मा आहे हे सुद्धा आम्ही ऐकलेले नाही!”
3ܐܡܪ ܠܗܘܢ ܘܒܡܢܐ ܥܡܕܬܘܢ ܐܡܪܝܢ ܒܡܥܡܘܕܝܬܗ ܕܝܘܚܢܢ ܀
3तो म्हणाला, “मग कसला बाप्तिस्मा तुम्ही घेतला?” ते म्हणाले, “योहानाचा बाप्तिस्मा.”
4ܐܡܪ ܠܗܘܢ ܦܘܠܘܤ ܝܘܚܢܢ ܐܥܡܕ ܡܥܡܘܕܝܬܐ ܕܬܝܒܘܬܐ ܠܥܡܐ ܟܕ ܐܡܪ ܗܘܐ ܕܢܗܝܡܢܘܢ ܒܐܝܢܐ ܕܐܬܐ ܒܬܪܗ ܕܐܝܬܘܗܝ ܝܫܘܥ ܡܫܝܚܐ ܀
4पौल म्हणाला, “योहानाचा बाप्तिस्मा पश्चात्तापाचा होता. त्याने लोकांना सांगितले की, त्याच्यानंतर जो येत आहे, त्याच्यावर लोकांनी विश्वास ठेवावा. तो येणारा म्हणजे येशू होय.”
5ܘܟܕ ܗܠܝܢ ܫܡܥܘ ܥܡܕܘ ܒܫܡܗ ܕܡܪܢ ܝܫܘܥ ܡܫܝܚܐ ܀
5जेव्हा त्यांनी हे ऐकले, तेव्हा त्यांनी प्रभु येशूच्या नावात बाप्तिस्मा घेतला.
6ܘܤܡ ܥܠܝܗܘܢ ܐܝܕܐ ܦܘܠܘܤ ܘܐܬܐ ܪܘܚܐ ܕܩܘܕܫܐ ܥܠܝܗܘܢ ܘܡܡܠܠܝܢ ܗܘܘ ܒܠܫܢ ܠܫܢ ܘܡܬܢܒܝܢ ܗܘܘ ܀
6आणि जेव्हा पौलाने त्याचे हात त्यांच्यावर ठेवले, तेव्हा पवित्र आत्मा त्यांच्यावर आला आणि ते निरनिराळ्या भाषा बोलू लागले व भविष्य सांगू लागले.
7ܗܘܝܢ ܗܘܘ ܕܝܢ ܟܠܗܘܢ ܐܢܫܐ ܬܪܥܤܪ ܀
7या गटात सर्व मिळून बारा पुरुष होते.
8ܘܥܠ ܗܘܐ ܦܘܠܘܤ ܠܟܢܘܫܬܐ ܘܡܡܠܠ ܗܘܐ ܥܝܢ ܒܓܠܐ ܝܪܚܐ ܬܠܬܐ ܘܡܦܝܤ ܗܘܐ ܥܠ ܡܠܟܘܬܗ ܕܐܠܗܐ ܀
8पौल यहूदी सभास्थानात जात असे व तीन महिने धैर्याने बोलत असे, देवाच्या राज्याविषयी चर्चा करीत व यहूदी लोकांचे मन वळवीत असे.
9ܘܐܢܫܝܢ ܡܢܗܘܢ ܡܬܩܫܝܢ ܗܘܘ ܘܡܬܚܪܝܢ ܘܡܨܚܝܢ ܠܐܘܪܚܐ ܕܐܠܗܐ ܩܕܡ ܟܢܫܐ ܕܥܡܡܐ ܗܝܕܝܢ ܐܪܚܩ ܦܘܠܘܤ ܘܦܪܫ ܡܢܗܘܢ ܠܬܠܡܝܕܐ ܘܟܠܝܘܡ ܡܡܠܠ ܗܘܐ ܥܡܗܘܢ ܒܐܤܟܘܠܐ ܕܓܒܪܐ ܕܫܡܗ ܛܘܪܢܘܤ ܀
9परंतु त्यांच्यातील काही कठीण मनाचे झाले. व त्यांनी विश्वास ठेवण्यास नकार दिला, आणि देवाच्या मार्गाविषयी वाईट बोलले. मग पौल त्यांच्यातून निघून गेला व शिष्यांनाही त्यांच्यातून वेगळे केले. आणि तुरन्नाच्या शाळेत दररोच त्यांच्याशी चर्चा केली.
10ܘܗܕܐ ܗܘܬ ܫܢܝܢ ܬܪܬܝܢ ܥܕܡܐ ܕܫܡܥܘ ܡܠܬܐ ܕܡܪܝܐ ܟܠܗܘܢ ܕܥܡܪܝܢ ܒܐܤܝܐ ܝܗܘܕܝܐ ܘܐܪܡܝܐ ܀
10हे असे दोन वर्षे चालले, याचा परिणाम असा झाला की, आशियात राहत असलेल्या सर्व यहूदी व यहूदीतर लोकांपर्यंत प्रभु येशूचे वचन पोहोंचले.
11ܘܚܝܠܐ ܪܘܪܒܐ ܥܒܕ ܗܘܐ ܐܠܗܐ ܒܐܝܕܗ ܕܦܘܠܘܤ ܀
11देवाने पौलाच्या हातून असामान्य चमत्कार घडविले.
12ܗܟܢܐ ܕܐܦ ܡܢ ܢܚܬܐ ܕܥܠ ܓܘܫܡܗ ܤܘܕܪܐ ܐܘ ܪܘܩܥܐ ܡܝܬܝܢ ܗܘܘ ܘܤܝܡܝܢ ܥܠ ܟܪܝܗܐ ܘܦܪܩܝܢ ܗܘܘ ܡܢܗܘܢ ܟܘܪܗܢܐ ܘܐܦ ܫܐܕܐ ܢܦܩܝܢ ܗܘܘ ܀
12पौलाने वापरलेले रुमाल आणि कपडेही काही लोक नेत असत. लोक या गोष्टी आजारी लोकांवर ठेवीत असत. जेव्हा ते असे करीत तेव्हा आजारी लोक बरे होत आणि दुष्ट आत्मे त्यांना सोडून जात.
13ܨܒܘ ܗܘܘ ܕܝܢ ܐܦ ܐܢܫܐ ܝܗܘܕܝܐ ܐܝܠܝܢ ܕܡܬܟܪܟܝܢ ܗܘܘ ܘܡܘܡܝܢ ܥܠ ܫܐܕܐ ܕܢܘܡܘܢ ܒܫܡܗ ܕܡܪܢ ܝܫܘܥ ܥܠ ܐܝܠܝܢ ܕܐܝܬ ܗܘܝ ܠܗܘܢ ܪܘܚܐ ܛܢܦܬܐ ܟܕ ܐܡܪܝܢ ܗܘܘ ܡܘܡܝܢܢ ܠܟܘܢ ܒܫܡܗ ܕܝܫܘܥ ܐܝܢܐ ܕܡܟܪܙ ܦܘܠܘܤ ܀
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14ܐܝܬ ܗܘܐ ܕܝܢ ܫܒܥܐ ܒܢܘܗܝ ܕܓܒܪܐ ܚܕ ܝܗܘܕܝܐ ܪܒ ܟܗܢܐ ܕܫܡܗ ܗܘܐ ܤܩܘܐ ܕܥܒܕܝܢ ܗܘܘ ܗܕܐ ܀
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15ܘܥܢܐ ܫܐܕܐ ܗܘ ܒܝܫܐ ܘܐܡܪ ܠܗܘܢ ܠܝܫܘܥ ܡܫܬܘܕܥ ܐܢܐ ܘܠܦܘܠܘܤ ܝܕܥ ܐܢܐ ܐܢܬܘܢ ܕܝܢ ܡܢ ܐܢܬܘܢ ܀
15परंतु एकदा एक अशुद्ध आत्मा त्यांना म्हणाला, “मी येशूला ओळखतो, पौल मला माहीत आहे, पण तुम्ही कोण आहात?”
16ܘܫܘܪ ܥܠܝܗܘܢ ܓܒܪܐ ܗܘ ܕܐܝܬ ܗܘܐ ܒܗ ܪܘܚܐ ܒܝܫܬܐ ܘܐܬܚܝܠ ܥܠܝܗܘܢ ܘܫܦܠ ܐܢܘܢ ܘܟܕ ܫܠܝܚܝܢ ܘܦܥܝܥܝܢ ܥܪܩܘ ܡܢ ܒܝܬܐ ܗܘ ܀
16मग ज्याला दुष्ट आत्मा लागला होता त्या मनुष्याने त्यांच्यावर उडी मारली. त्याने त्यांच्यावर सरशी केली व त्यांना पराभूत केले. तेव्हा ते दोघे उघडे व जखमी होऊन घरातून पळाले.
17ܘܗܕܐ ܐܬܝܕܥܬ ܗܘܬ ܠܟܠܗܘܢ ܝܗܘܕܝܐ ܘܐܪܡܝܐ ܕܥܡܪܝܢ ܒܐܦܤܘܤ ܘܢܦܠܬ ܕܚܠܬܐ ܥܠ ܟܠܗܘܢ ܘܡܬܪܡܪܡ ܗܘܐ ܫܡܗ ܕܡܪܢ ܝܫܘܥ ܡܫܝܚܐ ܀
17इफिस येथे राहणाऱ्या सर्व यहूदी व यहूदीतर लोकांना हे समजले. तेव्हा सर्वांना भीति वाटली, आणि लोक प्रभु येशूच्या नावाचा अधिकच आदर करु लागले.
18ܘܤܓܝܐܐ ܡܢ ܐܝܠܝܢ ܕܗܝܡܢܘ ܐܬܝܢ ܗܘܘ ܘܡܫܬܥܝܢ ܤܟܠܘܬܗܘܢ ܘܡܘܕܝܢ ܒܡܕܡ ܕܥܒܕܝܢ ܗܘܘ ܀
18पुष्कळसे विश्वासणारे पापकबुली देऊ लागले व ज्या वाईट गोष्टी त्यांनी केल्या होत्या, त्या सांगू लागले.
19ܤܓܝܐܐ ܕܝܢ ܐܦ ܚܪܫܐ ܟܢܫܘ ܟܬܒܝܗܘܢ ܘܐܝܬܝܘ ܐܘܩܕܘ ܐܢܘܢ ܩܕܡ ܟܠܢܫ ܘܚܫܒܘ ܕܡܝܗܘܢ ܘܤܠܩ ܟܤܦܐ ܪܒܘܬܐ ܚܡܫ ܀
19काही विश्वासणान्यांनी जादूची कामे केली होती. या विश्वासणान्यांनी आपली जादूची पुस्तके सर्व लोकांसमोर आणली आणि जाळली. त्या पुस्तकांची किंमत पन्नास हजार चांदीच्या नाण्यांइतकी भरली.
20ܘܗܟܢܐ ܒܚܝܠܐ ܪܒܐ ܬܩܦܐ ܗܘܬ ܘܤܓܝܐ ܗܝܡܢܘܬܗ ܕܐܠܗܐ ܀
20अशा रीतीने प्रभूच्या वचनाचा दूरवर प्रसार झाला व ते फार परिणामकारक ठरले.
21ܟܕ ܕܝܢ ܐܫܬܠܡ ܗܠܝܢ ܤܡ ܦܘܠܘܤ ܒܪܥܝܢܗ ܕܢܬܟܪܟ ܒܟܠܗ ܡܩܕܘܢܝܐ ܘܒܐܟܐܝܐ ܘܢܐܙܠ ܠܐܘܪܫܠܡ ܘܐܡܪ ܕܡܐ ܕܐܙܠܬ ܠܬܡܢ ܘܠܐ ܠܝ ܕܐܦ ܪܗܘܡܝ ܐܚܙܐ ܀
21या गोष्टी घडल्यानंतर पौलाने मनात ठरविले की, मासेदोनिया व अखया या प्रांतांतून प्रवास करीत पुढे यरुशलेमला जायचे. तो म्हणाला, “मी तेथे गेल्यांनतर मला रोमदेखील पाहिलेच पाहिजे.”
22ܘܫܕܪ ܗܘܐ ܬܪܝܢ ܐܢܫܝܢ ܡܢ ܗܢܘܢ ܕܡܫܡܫܝܢ ܗܘܘ ܠܗ ܠܡܩܕܘܢܝܐ ܠܛܝܡܬܐܘܤ ܘܠܐܪܤܛܘܤ ܗܘ ܕܝܢ ܩܘܝ ܙܒܢܐ ܒܐܤܝܐ ܀
22म्हणून त्याचे दोन मदतनीस तीमथ्य व एरास्त यांना त्याने मासेदोनियाला पाठवून दिले. आणि त्याने आणखी काही काळ आशियात घालविला.
23ܗܘܐ ܗܘܐ ܕܝܢ ܒܗܘ ܙܒܢܐ ܫܓܘܫܝܐ ܤܓܝܐܐ ܥܠ ܐܘܪܚܗ ܕܐܠܗܐ ܀
23याकाळामध्येत्यामार्गाविषयी (ख्रिस्ती चळवळीविषयी) मोठा गोंधळ उडला.
24ܐܝܬ ܗܘܐ ܕܝܢ ܬܡܢ ܥܒܕ ܤܐܡܐ ܚܕ ܕܫܡܗ ܗܘܐ ܕܡܛܪܝܘܤ ܕܥܒܕ ܗܘܐ ܢܘܤܐ ܕܤܐܡܐ ܠܐܪܛܡܝܤ ܘܡܘܬܪ ܗܘܐ ܠܒܢܝ ܐܘܡܢܘܬܗ ܝܘܬܪܢܐ ܪܒܐ ܀
24देमेत्रिय नावाचा एक मनुष्य होता. तो सोनार होता. तो अर्तमी देवीचे देव्हारे बनवीत असे. जे कारागीर होते त्यांना यामुळे खूप पैसे मिळत.
25ܗܢܐ ܟܢܫ ܐܢܘܢ ܠܒܢܝ ܐܘܡܢܘܬܗ ܟܠܗܘܢ ܘܠܐܝܠܝܢ ܕܦܠܚܝܢ ܥܡܗܘܢ ܘܐܡܪ ܠܗܘܢ ܓܒܪܐ ܝܕܥܝܢ ܐܢܬܘܢ ܕܬܐܓܘܪܬܢ ܟܠܗ ܡܢ ܗܢܐ ܗܝ ܦܘܠܚܢܐ ܀
25त्या सर्वांना व या धंद्याशी संबंध असलेल्या सर्वांना त्याने एकत्र केले, आणि तो म्हणाला, “लोकहो, तुम्हांला माहीत आहे की, या धंद्यापासून आपल्याला चांगला पैसा मिळतो.
26ܘܐܦ ܐܢܬܘܢ ܫܡܥܝܢ ܐܢܬܘܢ ܘܚܙܝܢ ܐܢܬܘܢ ܕܠܐ ܗܘܐ ܒܠܚܘܕ ܠܒܢܝ ܐܦܤܘܤ ܐܠܐ ܐܦ ܠܤܘܓܐܐ ܕܟܠܗ ܐܤܝܐ ܐܦܝܤ ܗܢܐ ܦܘܠܘܤ ܘܐܗܦܟ ܟܕ ܐܡܪ ܕܠܘ ܐܠܗܐ ܐܢܘܢ ܗܢܘܢ ܕܒܐܝܕܝ ܒܢܝܢܫܐ ܡܬܥܒܕܝܢ ܀
26पण पहा तो पौल नावाचा मनुष्य काय करीत आहे! तो काय म्हणत आहे ते ऐका! पौलाने पुष्कळ लोकांना प्रभावित केले आहे व बदलले आहे. त्याने हे इफिसमध्ये व सगळ्या आशियामध्ये केले आहे, तो म्हणतो, माणसांच्या हातून बनविलेले देव खरे देव नाहीत.
27ܘܠܘ ܗܕܐ ܨܒܘܬܐ ܒܠܚܘܕ ܡܬܦܪܤܝܐ ܘܒܛܠܐ ܐܠܐ ܐܦ ܗܘ ܗܝܟܠܐ ܕܐܪܛܡܝܤ ܐܠܗܬܐ ܪܒܬܐ ܡܬܚܫܒ ܠܗ ܐܝܟ ܠܐ ܡܕܡ ܘܐܦ ܗܝ ܐܠܗܬܐ ܕܟܠܗ ܐܤܝܐ ܘܟܠܗܘܢ ܥܡܡܐ ܤܓܕܝܢ ܠܗ ܡܬܫܝܛܐ ܀
27यामुळे केवळ आपल्या धंद्याची बदनामी होण्याची भीति नसून अर्तमी या महान देवीच्या मंदिराचे महत्व नाहीसे होईल व तिचे मोठेपण नाहीसे होण्याची भीति आहे. ही अशी देवी आहे की, जिची पूजा सर्व आशियात व जगात केली जाते.”
28ܘܟܕ ܫܡܥܘ ܗܠܝܢ ܐܬܡܠܝܘ ܚܡܬܐ ܘܩܥܝܢ ܗܘܘ ܘܐܡܪܝܢ ܪܒܐ ܗܝ ܐܪܛܡܝܤ ܕܐܦܤܝܐ ܀
28जेव्हा त्यांनी हे ऐकले तेव्हा ते फार रागावले, आणि मोठ्याने ओरडून म्हणू लागले, “इफिसकरांची अर्तमी थोर आहे!”
29ܘܐܫܬܓܫܬ ܟܠܗ ܡܕܝܢܬܐ ܘܪܗܛܘ ܐܟܚܕܐ ܘܐܙܠܘ ܠܬܐܛܪܘܢ ܘܚܛܦܘ ܐܘܒܠܘ ܥܡܗܘܢ ܠܓܐܝܘܤ ܘܠܐܪܤܛܪܟܘܤ ܓܒܪܐ ܡܩܕܘܢܝܐ ܒܢܝ ܠܘܝܬܗ ܕܦܘܠܘܤ ܀
29शहरातील लोकांमध्ये गोंधळ उडाला. आणि लोकांनी गायस व अरीस्तार्ख या पौलाबरोबर सोबती म्हणून प्रवास करणाऱ्या मासेदिनियाच्या रहिवाश्यांना पकडून नाट्यगृहात नेले.
30ܘܦܘܠܘܤ ܨܒܐ ܗܘܐ ܕܢܥܘܠ ܠܬܐܛܪܘܢ ܘܟܠܐܘܗܝ ܬܠܡܝܕܐ ܀
30पौल लोकांच्या पुढे जाऊ इच्छीत होता पण येशूचे अनुयायी त्याला असे करु देईनात
31ܘܐܦ ܪܫܐ ܕܐܤܝܐ ܡܛܠ ܕܪܚܡܘܗܝ ܗܘܘ ܫܕܪܘ ܒܥܘ ܡܢܗ ܕܠܐ ܢܬܠ ܢܦܫܗ ܕܢܥܘܠ ܠܬܐܛܪܘܢ ܀
31पौलाचे काही मित्र जे प्रांताधिकारी होते, त्यांनी निरोप पाठवून त्याने नाट्यगुहात जाऊ नये अशी कळकळीची विनंति केली.
32ܟܢܫܐ ܕܝܢ ܕܐܝܬ ܗܘܘ ܒܬܐܛܪܘܢ ܛܒ ܫܓܝܫܝܢ ܗܘܘ ܘܐܚܪܢܐ ܐܚܪܢܝܬܐ ܩܥܝܢ ܗܘܘ ܤܓܝܐܐ ܓܝܪ ܡܢܗܘܢ ܠܐ ܝܕܥܝܢ ܗܘܘ ܡܛܠ ܡܢܐ ܐܬܟܢܫܘ ܀
32एकत्र जमलेल्या जमावातून काही लोक एक घोषणा करु लागले तर दुसरे लोक इतर घोषणा करु लागले. त्यामुळे सगळा जमाव अगदी गोंधळून गेला. आणि त्यातील पुष्कळ जणांना माहीत नव्हते की, आपण या नाय्यभवनात एकत्र का आलोत.
33ܥܡܐ ܕܝܢ ܕܝܗܘܕܝܐ ܕܐܝܬ ܗܘܘ ܬܡܢ ܐܩܝܡܘ ܡܢܗܘܢ ܠܓܒܪܐ ܝܗܘܕܝܐ ܕܫܡܗ ܐܠܟܤܢܕܪܘܤ ܘܟܕ ܩܡ ܐܢܝܦ ܐܝܕܗ ܘܨܒܐ ܗܘܐ ܕܢܦܘܩ ܪܘܚܐ ܠܥܡܐ ܀
33यहूदी लोकांनी अलेक्सांद्र नावाच्या एका मनुष्याला ढकलीत नेऊन सर्वांच्या समोर उभे केले. तो आपल्या हातांनी खुणावून त्यांना समजावण्याचा प्रयत्न करु लागला.
34ܘܟܕ ܝܕܥܘ ܕܝܗܘܕܝܐ ܗܘ ܩܥܘ ܟܠܗܘܢ ܒܚܕ ܩܠܐ ܐܝܟ ܫܥܝܢ ܬܪܬܝܢ ܕܪܒܐ ܗܝ ܐܪܛܡܝܤ ܕܐܦܤܝܐ ܀
34पण जेव्हा लोकांना समजले की, तो एक यहूदी आहे, तेव्हा जवळ जवळ दोन तास सातत्याने ते एका आवाजात ओरडत राहिले, “इफिसकरंची अर्तमी देवी थोर आहे!”
35ܘܫܠܝ ܐܢܘܢ ܪܫܐ ܕܡܕܝܢܬܐ ܟܕ ܐܡܪ ܓܒܪܐ ܐܦܤܝܐ ܡܢܘ ܓܝܪ ܡܢ ܒܢܝܢܫܐ ܕܠܐ ܝܕܥ ܠܡܕܝܢܬܐ ܕܐܦܤܝܐ ܕܟܘܡܪܬܐ ܗܝ ܕܐܪܛܡܝܤ ܪܒܬܐ ܘܠܨܠܡܗ ܕܡܢ ܫܡܝܐ ܢܚܬ ܀
35शहराचा लेखनिक लोकांना शांत करीत म्हणाला, “इफिसच्या लोकांनो, थोर अर्तमी देवीचे व स्वर्गातून पडलेल्या पवित्र दगडाचे इफिस हे रक्षणकर्ते आहे. हे ज्याला माहीत नाही असा एक तरी माणूस जगात आहे काय?
36ܡܛܠ ܗܟܝܠ ܕܠܘܩܒܠ ܗܕܐ ܐܢܫ ܠܐ ܡܫܟܚ ܠܡܐܡܪ ܘܠܐ ܠܟܘܢ ܕܬܗܘܘܢ ܫܠܝܢ ܘܠܐ ܬܥܒܕܘܢ ܡܕܡ ܒܤܘܪܗܒܐ ܀
36ज्याअर्थी या गोष्टी नाकारता येत नाहीत त्याअर्थी तुम्ही शांत राहिलेच पाहिजे. उतावळेपणा करु नये.
37ܐܝܬܝܬܘܢ ܓܝܪ ܠܓܒܪܐ ܗܠܝܢ ܟܕ ܠܐ ܗܝܟܠܐ ܚܠܨܘ ܘܠܐ ܨܚܝܘ ܠܐܠܗܬܢ ܀
37तुम्ही या दोघांना (गायस व अरिस्तार्ख) येथे घेऊन आलात. वस्तुत:त्यांनी मंदिरातील कशाचीही चोरी केली नाही किंवा आपल्या देवीची निंदा केलेली नाही.
38ܐܢ ܕܝܢ ܗܢܐ ܕܡܛܪܝܘܤ ܘܒܢܝ ܐܘܡܢܘܬܗ ܐܝܬ ܠܗܘܢ ܕܝܢܐ ܥܡ ܐܢܫ ܗܐ ܐܢܬܘܦܛܘܤ ܒܡܕܝܢܬܐ ܐܘܡܢܐ ܐܢܘܢ ܢܩܪܒܘܢ ܘܢܕܘܢܘܢ ܚܕ ܥܡ ܚܕ ܀
38जर देमेत्रिय व त्याच्याबरोबर असलेल्या कारागिरांच्या काही तक्रारी असतील, तर त्यासाठी न्यायालये उघडी आहेत. तेथे ते एकमेकांवर आरोप करु शकतात!
39ܘܐܢ ܗܘ ܕܡܕܡ ܐܚܪܝܢ ܒܥܝܢ ܐܢܬܘܢ ܒܕܘܟܬܐ ܕܝܗܝܒܐ ܡܢ ܢܡܘܤܐ ܠܟܢܘܫܝܐ ܡܫܬܪܐ ܀
39परंतु जर तुम्हांला एखाद्या गोष्टीची चौकशी करायची असेल तर नियमित सभेत त्यासंबंधी विचार केला जाईल.
40ܡܛܠ ܕܐܦ ܗܫܐ ܒܩܢܕܝܢܘܤ ܩܝܡܝܢܢ ܕܢܬܪܫܐ ܐܝܟ ܫܓܘܫܐ ܕܠܐ ܡܫܟܚܝܢܢ ܕܢܦܘܩ ܪܘܚܐ ܥܠ ܟܢܫܐ ܕܝܘܡܐ ܗܢܐ ܕܐܬܟܢܫܢ ܒܛܠܐܝܬ ܘܐܫܬܓܫܢ ܕܠܐ ܥܠܬܐ ܀
40आज येथे जे काही घडलेले आहे, त्याबद्दल योग्य ते कारण आपणांस सांगता येणार नाही, त्यामुळे आपणच ही दंगल सुरु केली असा आरोप आपल्यावर केला जाण्याची भीति आहे.”
41ܘܟܕ ܗܠܝܢ ܐܡܪ ܫܪܐ ܠܟܢܫܐ ܀
41असे सांगून झाल्यानंतर त्याने जमावाला जाण्यास सांगितले.