1तऊन तू लोग वइसेन ही मोर अनुसरण करा जइसेन मइँ मसीह का अनुसरण करित हउँ। अधीन रहा
1ϣⲱⲡⲓ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛ⳿ⲟⲛⲓ ⳿ⲙⲙⲟⲓ ⲕⲁⲧⲁ ⳿ⲫⲣⲏϯ ϩⲱ ⳿ⲉϯ⳿ⲟⲛⲓ ⳿ⲙⲠⲭ̅ⲥ.̅.
2मइँ तोहार प्रसंसा करत हउँ। काहेकि तू मोका हर समइ सुमिरत करत रहत ह; अउर जउन सिच्छन मइँ तोहे दिहे हउँ, ओनका सावधानी स पालन करत रह्या।
2ϯⲧⲁⲓ⳿ⲟ ⲇⲉ ⳿ⲙⲙⲱⲧⲉⲛ ϫⲉ ⲧⲉⲧⲉⲛⲓⲣⲓ ⳿ⲙⲡⲁⲙⲉⲩ⳿ⲓ ϧⲉⲛ ϩⲱⲃ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲟⲩⲟϩ ⲕⲁⲧⲁ ⳿ⲫⲣⲏϯ ⲉⲧⲁⲓϯ ⳿ⲛⲛⲓⲡⲁⲣⲁⲇⲟⲥⲓⲥ ⳿ⲛⲧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲧⲉⲧⲉⲛ⳿ⲁⲙⲟⲛⲓ ⳿ⲙⲙⲱⲟⲩ..
3पर मइँ चाहित ह कि तू इ जान ल्या कि स्त्री क सासक पुरूस अहइ, पुरूस क सासक मसीह अहइ, अउर मसीह क सासक परमेस्सर अहइ।
3ϯⲟⲩⲉϣ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲇⲉ ⳿ⲉⲣⲉⲧⲉⲛ⳿ⲉⲙⲓ ϫⲉ ⳿ⲧ⳿ⲁⲫⲉ ⳿ⲛⲣⲱⲙⲓ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲡⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⳿ⲧ⳿ⲁⲫⲉ ⲇⲉ ⳿ⲛϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲡⲉⲥϩⲁⲓ ⲡⲉ ⳿ⲧ⳿ⲁⲫⲉ ⲇⲉ ⳿ⲙⲠⲭ̅ⲥ̅ ⲫϯ ⲡⲉ..
4हम अइसे मनई जउन सिर ढाँकिके पराथना करत ह या परमेस्सर कइँती बोलत ह, उ आपन प्रधान क अपमान करत ह।
4ⲣⲱⲙⲓ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲉϥⲧⲱⲃϩ ⲓⲉ ⲉϥⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏⲧⲉⲩⲓⲛ ⲉⲣⲉ ϫⲱϥ ϩⲱⲃⲥ ⲉϥϯϣⲓⲡⲓ ⳿ⲛⲧⲉϥ⳿ⲁⲫⲉ..
5पर हर एक अइसी स्त्री जउन बिना सिर ढाँकिके पराथना करत ह या जनता मँ परमेस्सर कइँती बोलत ह, उ अपने प्रधान क अपमानित करत ह। उ ठीक ओह स्त्री क समान अहइ जे आपन सिर मुंडवाइ दिहे अहइ।
5⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲇⲉ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲉⲥⲧⲱⲃϩ ⲓⲉ ⲉⲥⲉⲣ⳿ⲡⲣⲟⲫⲏ ⲧⲉⲩⲓⲛ ⳿ⲛϫⲱⲥ ϩⲱⲃⲥ ⲁⲛ ⳿ⲥϯϣⲓⲡⲓ ⳿ⲛⲧⲉⲥ⳿ⲁⲫⲉ ⲟⲩⲁⲓ ⲅⲁⲣ ⲡⲉ ⲟⲩⲟϩ ⲫⲁⲓ ⲣⲱ ⲡⲉ ⳿ⲛⲑⲏ ⲉⲧⲉ ϫⲱⲥ ϧⲟⲕϩⲥ..
6अगर कउनउ स्त्री आपन सिर नाहीं ढाँकत तउ उ अपने बालउ काहे नाहीं मुँड़वाइ लेत। मुला अगर स्त्री क बरे बाल मुँड़वाउब लज्जा क बात अहइ तउ ओका आपन्न मूँड़ ढकँइ चाही।
6ⲓⲥϫⲉ ⲅⲁⲣ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⲟⲩ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲛⲁϩⲉⲃⲥ ϫⲱⲥ ⲓⲉ ⲙⲁⲣⲉⲥϧⲟⲕϩϥ ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ⲟⲩϣⲱϣ ⲡⲉ ⳿ⲛⲟⲩ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲉϫⲉⲃⲥ ϫⲱⲥ ⲓⲉ ⳿ⲉϧⲟⲕϩϥ ⲓⲉ ⲙⲁⲣⲉⲥϩⲉⲃⲥ ϫⲱⲥ..
7मुला पुरूस क बरे आपन मूँड़ ढकब अच्छा नाहीं बा काहेकि उ परमेस्सर क सरूप अउर महिमा क प्रतिबिम्ब अहइ। मुला एक स्त्री आपन पुरूस क महिमा क प्रतिबिम्ब कहत ह।
7ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ⲙⲉⲛ ⲅⲁⲣ ⲥⲉⲙ⳿ⲡϣⲁ ⲛⲁϥ ⲁⲛ ⳿ⲛⲧⲉϥϩⲉⲃⲥ ϫⲱϥ ϫⲉ ⲟⲩϩⲓⲕⲱⲛ ⲛⲉⲙ ⲟⲩⲱⲟⲩ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ⲡⲉ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲇⲉ ⳿ⲛⲑⲟⲥ ⲟⲩⲱⲟⲩ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲉⲥϩⲁⲓ ⲧⲉ..
8हम अइसेन एह बरे कहक हई काहेकि पुरूस कउनो स्त्री स नाहीं, बल्कि स्त्री पुरूस स बनी बाटइ।
8ⲛⲉⲧⲁⲩ⳿ⲉⲛ ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ⲅⲁⲣ ⲁⲛ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲁⲗⲗⲁ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ..
9पुरूस स्त्री क बरे नाहीं रचा गवा बल्कि स्त्री क रचना पुरूस क बरे कीन्ह गइ बा।
9ⲕⲉ ⲅⲁⲣ ⲉⲧⲁⲩⲥⲉⲛⲧ ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ⲁⲛ ⲉⲑⲃⲉ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲁⲗⲗⲁ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲉⲑⲃⲉ ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ..
10इही बरे परमेस्सर तउ ओका जउन अधिकार दिहे अहइ, ओकर प्रतीक रूप स स्त्री क चाही कि उ आपन मूँड़ ढाकइ। ओका सरगदूत क कारण अइसेन करइ चाही।
10ⲉⲑⲃⲉⲫⲁⲓ ⲥⲉⲙ⳿ⲡϣⲁ ⳿ⲛⲧⲉ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲭⲁ ⲟⲩⲉⲣϣⲓϣⲓ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲧⲉⲥ⳿ⲁⲫⲉ ⲉⲑⲃⲉ ⲛⲓⲁⲅⲅⲉⲗⲟⲥ..
11फिन भी उ पर्भू मँ न तउ स्त्री पुरूस स स्वतन्त्र अहइँ अउर न तउ पुरूस स्त्री स।
11⳿ⲡⲗⲏⲛ ⲟⲩⲇⲉ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲭⲱⲣⲓⲥ ⲣⲱⲙⲓ ⲟⲩⲇⲉ ⲣⲱⲙⲓ ⲭⲱⲣⲓⲥ ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ϧⲉⲛ Ⲡ⳪..
12काहेकि जइसेन पुरूस स स्त्री आइ, वइसेन ही स्त्री पुरूस क जनम दिहेस। मुला सब केउॅ परमेस्सर स आवत हीं।
12ⲕⲁⲧⲁ ⳿ⲫⲣⲏϯ ⲅⲁⲣ ⲉⲧⲉ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲟⲩ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ⲧⲉ ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲟⲛ ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ⲟⲩ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲡⲉ ⲉⲛⲭⲁⲓ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲇⲉ ϩⲁⲛ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⳿ⲙⲫϯ ⲛⲉ..
13खुद निर्णय करा। का एक स्त्री क मूँड़ उघारे परमेस्सर क पारथना करब अच्छा लागत ह?
13ⲙⲁϩⲁⲡ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⳿ⲙⲙⲓⲛ ⳿ⲙⲙⲱⲧⲉⲛ ϫⲉ ⲁⲛ⳿ⲥϣⲉ ⳿ⲛⲟⲩ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲉⲑⲣⲉⲥⲧⲱⲃϩ ⳿ⲙⲫϯ ⳿ⲛϫⲱⲥ ϩⲟⲃⲥ ⲁⲛ..
14का खुद प्रतीक तोहे नाहीं देखॉवत कि अगर केउ पुरूस आपन बाल लम्बा बढ़इ देइ तउ इ ओकरे बरे सरम क बात अहइ,
14ⲟⲩⲇⲉ ⳿ⲛⲑⲟⲥ ϯⲫⲩⲥⲓⲥ ϯ⳿ⲥⲃⲱ ⲛⲱⲧⲉⲛ ⲁⲛ ϫⲉ ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ⲙⲉⲛ ⲅⲁⲣ ⲉϣⲱⲡ ⳿ⲉⲣⲥ ϫⲱϥ ϣⲏⲟⲩ ⲟⲩϣⲱϣ ⲛⲁϥ ⲡⲉ..
15अउर इ कि एक स्त्री क बरे इहइ ओकर सोभा अहइ? सहीयउ मँ ओका ओकरे लम्बा बाल एक प्राकृतिक ओढ़नी क रूप मँ दीन्ह गवा बा।
15ϯ⳿ⲥϩⲓⲙⲓ ⲇⲉ ⳿ⲛⲑⲟⲥ ⳿ⲉϣⲱⲡ ⳿ⲉⲣⲉ ϫⲱⲥ ϣⲏⲟⲩ ⲟⲩ⳿ⲱⲟⲩ ⲛⲁⲥ ⲡⲉ ϫⲉ ⲉⲧⲁⲩϯ ⳿ⲙⲡⲓϥⲱⲓ ⲛⲁⲥ ⳿ⲛ⳿ⲧϣⲉⲃⲓⲱ ⳿ⲛⲟⲩⲉⲣϣⲱⲛ..
16अब ऍह पर अगर कउनउ बिबाद करइ चाहइ तउ हमका कहइ क होइ कि न तऊ हमरे इहाँ कउनउ अइसेन प्रथा परमेस्सर क कलीसिया मँ नाहीं बा।
16ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⲟⲩⲁⲓ ⲙⲉⲩ⳿ⲓ ⳿ⲉⲉⲣⲣⲉϥ⳿ϣ⳿ϭ ⲛⲏⲛ ⳿ⲁⲛⲟⲛ ⲇⲉ ⳿ⲙⲙⲟⲛⲧⲁⲛ ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⳿ⲛⲟⲩⲕⲁϩⲥ ⳿ⲙⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲟⲩⲇⲉ ⲛⲓⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓ⳿ⲁ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ..
17अब इ आदेस देत हउँ मइँ तोहार प्रसंसा नाहीं करत हउँ काहेकि तोहर आपस मँ मिलब तोहार भला करइ क बजाय तोहे हानि पहुँचावत बा।
17ⲫⲁⲓ ⲇⲉ ⲉⲓϩⲟⲛϩⲉⲛ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲛⲁⲓ⳿ⲑⲙⲁⲓⲟ ⳿ⲙⲙⲱⲧⲉⲛ ⲁⲛ ϫⲉ ⲉⲧⲁⲣⲉⲧⲉⲛⲑⲱⲟⲩϯ ⳿ⲉⲫⲏⲉⲧⲥⲱⲧⲡ ⲁⲛ ⲁⲗⲗⲁ ⳿ⲉⲫⲏⲉⲧⲑⲉⲃⲓⲏⲟⲩⲧ..
18सबसे पहिले इ कि मइँ सुने हउँ कि तू लोग सभा मँ जब परस्पर मिलत ह्या त तोहरे बीच मतभेद रहत ह। कछू अंस तक मइँ एह पर बिसवास करत हउँ।
18⳿ⲛϣⲟⲣⲡ ⲙⲉⲛ ⲅⲁⲣ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲛⲁⲑⲱⲟⲩϯ ϩⲓ ⲟⲩⲙⲁ ϧⲉⲛ ϯⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓ⳿ⲁ ϯⲥⲱⲧⲉⲙ ⳿ⲉϩⲁⲛⲫⲱⲣϫ ⲉⲩϣⲟⲡ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲟⲩⲟϩ ϯⲛⲁϩϯ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲙⲉⲣⲟⲥ..
19(आखिरकार तोहरे बीच मतभेद भी होइहीं। जेहसे कि तोहरे बीच मँ जउन अच्छा ठहरावा गवा बा, उ सामने आइ जाइ।)
19ϩⲱϯ ⲅⲁⲣ ⳿ⲛⲧⲉ ϩⲁⲛϩⲉⲣⲉⲥⲓⲥ ϣⲱⲡⲓ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ϩⲓⲛⲁ ⲛⲓⲥⲱⲧⲡ ϩⲱⲟⲩ ⲉⲧϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⳿ⲛⲥⲉⲟⲩⲱⲛϩ ⳿ⲉⲃⲟⲗ..
20तउन जब तू आपस मँ इकट्ठा होत ह तउ सचमुच पर्भू क भोज पावइ क बरे नाहीं एकट्ठा होत्या,
20ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲛⲁⲑⲱⲟⲩϯ ⲟⲩⲛ ϩⲓ ⲟⲩⲙⲁ ⳿ⲛⲟⲩⲕⲩⲣⲓⲁⲕⲟⲛ ⳿ⲛⲇⲓⲡⲛⲟⲛ ⲁⲛ ⲡⲉ ⳿ⲉⲟⲩⲟⲙϥ..
21मुला जब तू भोज ग्रहण करत ह त तोहमँा स हर केऊॅ आगे बढ़ि क अपनेन ही खाना पर टूट पड़त ह। अउर बस केउ मनई तउ भूखइ ही चला जात ह, जब कि कउनउ मनई बहुत जियादा खाइ-पी क मस्त होइ जात ह।
21ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⲅⲁⲣ ⲡⲓⲟⲩⲁⲓ ⳿ϥⲉⲣϣⲟⲣⲡ ⳿ⲛϭⲓ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲡⲉϥⲇⲓⲡⲛⲟⲛ ⳿ⲉⲟⲩⲱⲙ ⲟⲩⲟⲛ ⲡⲉⲧϩⲟⲕⲉⲣ ⲙⲉⲛ ⲟⲩⲟⲛ ⲡⲉⲧⲑⲁϧⲓ ⲇⲉ..
22का तोहरे लगे खाइ-पीअइ क बरे आपन घर नाहीं बा। अउर एह तरह तू परमेस्सर क कलीसिया क अनादर नाहीं करत अहा? अउर जउन दीन अहइँ ओनकर तिरस्कार करइ क चेस्टा नाहीं करतेन? मइँ तोहसे का कहीं? एकरे बरे का मइँ तोहर प्रसंसा करउँ। एह बिसय मँ तोहार प्रसंसा न करब।
22ⲙⲏ ⲅⲁⲣ ⳿ⲙⲙⲟⲛⲧⲉⲧⲉⲛ ⲏⲓ ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⳿ⲉⲟⲩⲱⲙ ⲛⲉⲙ ⳿ⲉⲥⲱ ϣⲁⲛ ⲁⲣⲉⲧⲉⲛⲉⲣⲕⲁⲧⲁ⳿ⲫⲣⲟⲛⲓⲛ ⳿ⲛϯⲉⲕ⳿ⲕⲗⲏⲥⲓ⳿ⲁ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛϯϣⲓⲡⲓ ⳿ⲛⲛⲏ ⳿ⲉⲧⲉ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ⲛⲧⲱⲟⲩ ⲟⲩ ⲡⲉ ⳿ⲉϯⲛⲁϫⲟϥ ⲛⲱⲧⲉⲛ ⳿ⲛⲧⲁ⳿ⲑⲙⲁⲓ⳿ⲉ ⲑⲏⲛⲟⲩ ϧⲉⲛ ⲫⲁⲓ ⳿ⲛϯⲛⲁ⳿ⲑⲙⲁⲓ⳿ⲉ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲁⲛ..
23काहेकि जउन सीख मइँ तोहे सबन क दिहे हउँ, उ हमका पर्भू स मिली रही। पर्भू ईसू त ओह रात, जब ओका मरवाइ डालइ क बरे पकड़वावा ग रहा, एक ठु रोटी लिहेस,
23⳿ⲁⲛⲟⲕ ⲅⲁⲣ ⲁⲓϭⲓ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ Ⲡ⳪ ⳿ⲙⲫⲏ ⲉⲧⲁⲓⲧⲏⲓϥ ⳿ⲛⲧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ϫⲉ Ⲡ⳪ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ ϧⲉⲛ ⲡⲓ⳿ⲉϫⲱⲣϩ ⲉⲛⲁⲩⲛⲁⲧⲏⲓϥ ⳿ⲛϧⲏⲧϥ ⲁϥϭⲓ ⳿ⲛⲟⲩⲱⲓⲕ..
24अउर धन्यबाद देइ क बाद, उ ओका तोड़ेस अउर कहेस, “इ मोर देह अहइ, जउन तोहरे बरे बा। मोका याद करइ क बरे तू अइसेन ही किहा करा।”
24ⲟⲩⲟϩ ⲁϥϣⲉⲡ⳿ϩⲙⲟⲧ ⲁϥⲫⲁϣϥ ⲟⲩⲟϩ ⲁϥϫⲟⲥ ϫⲉ ⲫⲁⲓ ⲡⲉ ⲡⲁⲥⲱⲙⲁ ⲉⲧⲟⲩⲛⲁⲧⲏⲓϥ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲫⲁⲓ ⳿ⲁⲣⲓⲧϥ ⳿ⲉ⳿ⲡϫⲓⲛⲉⲣⲡⲁⲙⲉⲩ⳿ⲓ..
25उ भोजन कइ चुकइ क बाद इही तरह उ कटोरा उठाएस अउर कहेस, “इ कटोरा मोरे लहू क जरिये कीन्ह गवा एक नवा करार अहइ। जब कभउँ तू एका पिआय तबहिं मोका याद करइ क बरे अइसेन करा।”
25ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲟⲛ ⲡⲓⲕⲉ⳿ⲁⲫⲟⲧ ⲙⲉⲛⲉⲛⲥⲁ ⲡⲓⲇⲓⲡⲛⲟⲛ ⲉϥϫⲱ ⳿ⲙⲙⲟⲥ ϫⲉ ⲡⲁⲓ⳿ⲁⲫⲟⲧ ϯ ⲇⲓ⳿ⲁⲑⲏⲕⲏ ⳿ⲙⲃⲉⲣⲓ ⲧⲉ ϧⲉⲛ ⲡⲁ⳿ⲥⲛⲟϥ ⲫⲁⲓ ⳿ⲁⲣⲓⲧϥ ⳿ⲛⲥⲟⲡ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲉⲧⲉⲧⲉⲛⲛⲁⲥⲱ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛ⳿ⲓⲣⲓ ⳿ⲙⲡⲁⲙⲉⲩ⳿ⲓ..
26काहेकि जेतॅनी बार उ तू ऍह रोटी क खात ह अउर एह कटोरा क पिअत ह, ओतॅनी बार जब तलक उ आइ नाहीं जात, तू पर्भू क मउत क प्रचार करत रहा।
26ⲥⲟⲡ ⲅⲁⲣ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲉⲧⲉⲧⲉⲛⲛⲁⲟⲩⲱⲙ ⳿ⲙⲡⲁⲓⲱⲓⲕ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛⲥⲱ ⳿ⲙⲡⲁⲓⲁⲫⲟⲧ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛϩⲓⲱⲓϣ ⳿ⲙ⳿ⲫⲙⲟⲩ ⳿ⲙⲠ⳪ ϣⲁⲧⲉϥ⳿ⲓ..
27अत: जब केउ पर्भू क रोटी या पर्भू क कटोरा क अनुचित रूप स खात-पिअत ह, उ पर्भू क देह अउर ओकर लहू क बरे अपराधी होइ।
27ϩⲱⲥⲧⲉ ⲫⲏⲉⲑⲛⲁⲟⲩⲱⲙ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲡⲁⲓⲱⲓⲕ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲛⲧⲉϥⲥⲱ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲡⲁⲓ⳿ⲁⲫⲟⲧ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡ⳪ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲙⲉⲧⲁⲧ⳿ⲙ⳿ⲡϣⲁ ⲉϥ⳿ⲉϣⲱⲡⲓ ⲉϥⲟⲓ ⳿ⲛ⳿ⲉⲛⲟⲭⲟⲥ ⳿ⲉⲡⲓⲥⲱⲙⲁ ⲛⲉⲙ ⲡⲓ⳿ⲥⲛⲟϥ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡ⳪..
28मनई क चाहे कि उ पहिले अपने क परखइ अउर तब इ रोटी क खाई अउर इ कटोरा क पिअइ।
28ⲙⲁⲣⲉ ⲡⲓⲣⲱⲙⲓ ⲇⲉ ⲉⲣⲇⲟⲕⲓⲙⲁⲍⲓⲛ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲟⲩⲟϩ ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲙⲁⲣⲉϥⲟⲩⲱⲙ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲡⲁⲓ ⲱⲓⲕ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲛⲧⲉϥⲥⲱ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲡⲓ⳿ⲁⲫⲟⲧ..
29काहेकि पर्भू क देह क मतलब समझे बिना जउन एह रोटी क खात ह अउर एह कटोरा क पिअत ह, उ एह तरह खाइ-पीके अपने उप्पर सजा क बोलावत ह।
29ⲫⲏ ⲅⲁⲣ ⲉⲑⲟⲩⲱⲙ ⲟⲩⲟϩ ⲉⲧⲥⲱ ϧⲉⲛ ⲟⲩⲙⲉⲧⲁⲧ⳿ⲙ⳿ⲡϣⲁ ⲁϥⲟⲩⲱⲙ ⲟⲩⲟϩ ⲁϥⲥⲱ ⲉⲩϩⲁⲡ ⲛⲁϥ ⳿ⲛⲣⲉϥⲉⲣⲇⲓ⳿ⲁ⳿ⲕⲣⲓⲛⲓⲛ ⲁⲛ ⳿ⲙⲡⲓⲥⲱⲙⲁ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡ⳪..
30इही बरे तउ तोहमाँ स बहुत लोग कमजोर अहइँ बीमार अहइँ अउर बहुत स त चिरनिद्रा मँ सोइ ग अहइँ।
30ⲉⲑⲃⲉⲫⲁⲓ ⲟⲩⲟⲛ ⲟⲩⲙⲏϣ ϣⲱⲛⲓ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲟⲩⲟϩ ⲥⲉⲙⲟⲕϩ ⲟⲩⲟϩ ⲥⲉⲉⲛⲕⲟⲧ ⳿ⲛϫⲉ ⲟⲩⲙⲏϣ..
31मुला अगर हम अपने आप क अच्छे तरह स परख लिहे होइत हमका पर्भू क सजा न भोगइ पड़ी।
31⳿ⲉⲛⲉ ⲁⲛⲉⲣⲇⲓ⳿ⲁ⳿ⲕⲣⲓⲛⲓⲛ ⲅⲁⲣ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⲛⲁⲩⲛⲁϯ ϩⲁⲡ ⳿ⲉⲣⲟⲛ ⲁⲛ ⲡⲉ..
32पर्भू हमका अनुसासित करइ क बरे सजा देत थ। ताकि हमका संसार क साथे दण्डित न कीन्ह जाइ।
32ⲉϥϯϩⲁⲡ ⲇⲉ ⲡⲉ ⳿ⲉⲣⲟⲛ ⳿ⲛϫⲉ ⲡ⳪ ⲉϥϯ⳿ⲥⲃⲱ ⲛⲁⲛ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲥⲉ⳿ϣⲧⲉⲙϩⲓⲧⲉⲛ ⳿ⲙ⳿ⲡϩⲁⲡ ⲛⲉⲙ ⲛⲓⲉⲑⲛⲟⲥ..
33एह बरे कि मोर भाइयो तथा बहिनियो, जब भोजन करइ त एकट्ठा होत ह तउ परस्पर एक दूसरे क इन्तजार करा।
33ϩⲱⲥⲧⲉ ⲟⲩⲛ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ⲁⲣⲉⲧⲉⲛϣⲁⲛⲑⲱⲟⲩϯ ⳿ⲉⲟⲩⲱⲙ ⲟϩⲓ ⳿ⲛⲛⲉⲧⲉⲛⲉⲣⲏⲟⲩ..
34अगर सहीयउ मँ कउनो क बहुत भूख लगी होइ तउ ओका घरे पर खाइ लेइ चाही ताकि तोहार एकत्र होइ तोहरे बरे दण्ड क कारण न बनइ। अउर, दूसर बातन क जब मइँ अउबइ तबइ सुलझाउब।
34ⲓⲥϫⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⲡⲉⲧϩⲟⲕⲉⲣ ⲙⲁⲣⲉϥⲟⲩⲱⲙ ϧⲉⲛ ⲡⲉϥⲏⲓ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉⲧⲉⲛ⳿ϣⲧⲉⲙⲑⲱⲟⲩϯ ⲉⲩϩⲁⲡ ⳿ⲡⲥⲉⲡⲓ ⲇⲉ ⲁⲓϣⲁⲛ⳿ⲓ ⲉⲓ⳿ⲉⲑⲁϣⲟⲩ.