Awadhi: NT

Coptic: New Testament

Romans

8

1एह तरह अब ओनके बरे जउन मसीह ईसू मँ स्थित बाटेन ओनके बरे, कउनउ दण्ड नाहीं बा।
1ϩⲁⲣⲁ ⲟⲩⲛ ϯⲛⲟⲩ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ϩⲗⲓ ⳿ⲛϩⲁⲡ ϭⲓ ⳿ⲉⲛⲏⲉⲧϧⲉⲛ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ Ⲓⲏ̅ⲥ̅.
2काहेकि आतिमा क व्यवस्था त जउन मसीह ईसू मँ जीवन देत ह, मोका पाप क व्यवस्था स जउन मउत क तरफ लइ जात ह, स्वतन्त्र कई दीन्ह बा।
2ⲡⲓⲛⲟⲙⲟⲥ ⲅⲁⲣ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ ⳿ⲡⲱⲛϧ ϧⲉⲛ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ ⲁϥⲁⲓⲧⲉⲛ ⳿ⲛⲣⲉⲙϩⲉ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲁ ⲡⲓⲛⲟⲙⲟⲥ ⳿ⲛⲧⲉ ⳿ⲫⲛⲟⲃⲓ ⲛⲉⲙ ⳿ⲫⲙⲟⲩ.
3जेका मूसा क उ व्यवस्था जउन मनई क भौतिक सुभाऊ क कारण कमजोर बनाइ दीन्ह गइ रही, नाहीं कई सकी ओका परमेस्सर अपने पूत क हमरेन जइसे सरीर मँ पठइ क जेहसे हम पाप करत ह-ओकर भौतिक देह क पापवाली बवाइ क पाप क खतम कइके पूरा किहेस।
3ϯⲙⲉⲧⲁⲧϫⲟⲙ ⲅⲁⲣ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲛⲟⲙⲟⲥ ⲑⲏ⳿ⲉⲛⲁϥϣⲱⲛⲓ ⳿ⲛϧⲏⲧⲥ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ϯⲥⲁⲣⲝ ⲁ ⲫϯ ⲧⲁⲟⲩ⳿ⲟ ⳿ⲙⲡⲉϥϣⲏⲣⲓ ϧⲉⲛ ⲟⲩ⳿ⲓⲛⲓ ⳿ⲛⲥⲁⲣⲝ ⳿ⲛⲧⲉ ⳿ⲫⲛⲟⲃⲓ ⲟⲩⲟϩ ⲉⲑⲃⲉ ⳿ⲫⲛⲟⲃⲓ ⲁϥϩⲓ ⳿ⲫⲛⲟⲃⲓ ⳿ⲉ⳿ⲡϩⲁⲡ ϧⲉⲛ ⳿ⲧⲥⲁⲣⲝ.
4जेहसे कि हमरे जरिये, देहे क भौतिक पातकी अहम स नाही, बल्कि आतिमा क विधि स जिअत हीं व्यवस्था क जरूरत पूरी कई जाइ सकइ।
4ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓ⳿ⲑⲙⲁⲓⲟ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲛⲟⲙⲟⲥ ϫⲱⲕ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⳿ⲛ⳿ϧⲣⲏⲓ ⳿ⲛϧⲏⲧⲉⲛ ϧⲁ ⲛⲏⲉⲧⲉ⳿ⲛⲥⲉⲙⲟϣⲓ ⲁⲛ ⲕⲁⲧⲁ ⲥⲁⲣⲝ ⲁⲗⲗⲁ ⲕⲁⲧⲁ ⲡ͞ⲛⲁ̅.
5काहेकि उ सबइ जउन अपने भौतिक मनई सुभाउ क अनुसार जिअत हीं, ओनकर भौतिक मनई सुभाउ क इच्छा पर टिकी रहत ह परन्तु उ जउन आतिमा क अनुसार जिअत हीं, ओनकर बुद्धि जउन आतिमा चाहत ह ओनहिन इच्छा मँ लगी रहत ह।
5ⲛⲏⲉⲧϣⲟⲡ ⲅⲁⲣ ⲕⲁⲧⲁ ⲥⲁⲣⲝ ⲛⲁ⳿ⲧⲥⲁⲣⲝ ⲡⲉⲧⲟⲩⲙⲉⲩⲓ ⳿ⲉⲣⲱⲟⲩ ⲛⲉⲧⲙⲟϣⲓ ⲇⲉ ⲕⲁⲧⲁ ⲡ͞ⲛⲁ̅ ⲛⲁ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⲡⲉⲧⲟⲩⲙⲉⲩⲓ ⳿ⲉⲣⲱⲟⲩ.
6भौतिक मनई सुभाउ क बस मँ रहइवाला मने क अन्त मउत अहइ, परन्तु आतिमा क बस मँ रहइवाली बुद्धि क परिणाम अहइ जीवन अउ सान्ति।
6⳿ⲫⲙⲉⲩⲓ ⲅⲁⲣ ⳿ⲛⲧⲉ ϯⲥⲁⲣⲝ ⳿ⲫⲙⲟⲩ ⲡⲉ ⳿ⲫⲙⲉⲩⲓ ⲇⲉ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲡⲱⲛϧ ⲡⲉ ⲛⲉⲙ ϯ ϩⲓⲣⲏⲛⲏ.
7इही तहर भौतिक मनई सुभाउ स अनुसासित मन परमेस्सर क विरोधी अहइ। काहेकि उ न तउ परमेस्सर क व्यवस्था क अधीन बा अउ न होइ सकत ह।
7ϫⲉ ⳿ⲫⲙⲉⲩⲓ ⳿ⲛⲧⲉ ϯⲥⲁⲣⲝ ⲟⲩⲙⲉⲧϫⲁϫⲓ ⲡⲉ ⳿ⲉⲫϯ ⳿ⲙⲡⲁϥϭⲛⲉ ϫⲱϥ ⲅⲁⲣ ⳿ⲙⲡⲓⲛⲟⲙⲟⲥ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ⲟⲩⲇⲉ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ϣϫⲟⲙ ⳿ⲙⲙⲟϥ.
8अउर उ जउन भौतिक मनइ सुभाउ क अनुसार जिअत हीं परमेस्सर क खुस नाहीं कइ सकत हीं।
8ⲛⲏ ⲇⲉ ⲉⲧϧⲉⲛ ⳿ⲧⲥⲁⲣⲝ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ϣϫⲟⲙ ⳿ⲙⲙⲱⲟⲩ ⳿ⲉⲣⲁⲛⲁϥ ⳿ⲙⲫϯ.
9परन्तु तू पचे भौतिक मनई सुभाउ क अधीन नाहीं अहा, बल्कि आतिमा क अधीन अहा अगर सही मँ तोहसे परमेस्सर क आतिमा क निवास बा। परन्तु अगर कउनो मँ ईसू मसीह क आतिमा नाहीं बा त उ मसीह क नाहीं बा।
9⳿ⲛⲑⲱⲧⲉⲛ ⲇⲉ ⲛⲁⲣⲉⲧⲉⲛⲭⲏ ϧⲉⲛ ⳿ⲧⲥⲁⲣⲝ ⲁⲛ ⲁⲗⲗⲁ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⲓⲥϫⲉ ⲟⲩⲟⲛ ⲟⲩⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ϣⲟⲡ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲫⲏ ⲇⲉ ⲉⲧⲉ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ϣⲟⲡ ⳿ⲛϧⲏⲧϥ ⲁⲛ ⲫⲁⲓ ⳿ⲉⲧⲉ⳿ⲙⲙⲁⲩ ⲫⲱϥ ⲁⲛ ⲡⲉ.
10दुसरे कइँती अगर तोहमाँ मसीह अहइ तउ चाहे तोहरे देह पाप क बरे मरि चुकी होइ बा पवित्तर आतिमा परमेस्सर क साथे तोहे धार्मिक ठहराइ क खुद तोहरे बरे जीवन बन जात ह।
10ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲡⲓⲥⲱⲙⲁ ⲙⲉⲛ ⳿ϥⲙⲱⲟⲩⲧ ⲉⲑⲃⲉ ⳿ⲫⲛⲟⲃⲓ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⲇⲉ ⲟⲩⲱⲛϧ ⲡⲉ ⲉⲑⲃⲉ ϯⲙⲉⲑⲙⲏⲓ.
11अउर अगर उ आतिमा जे ईसू क मरे हुवन मँ स जियाए रही, तोहरे भित्तर बास करत ह, तउ उ परमेस्सर जे ईसू क मरे हुवन मँ स जियाए रहा, तोहरे नासमान सरीरन क आपन आतिमा स जउन तोहरे ही भित्तर बसत ह, जीवन देई।
11ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫⲏⲉⲧⲁϥⲧⲟⲩⲛⲟⲥ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲛⲏⲉⲑⲙⲱⲟⲩⲧ ⳿ϥϣⲟⲡ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ ⲓⲉ ⲫⲏⲉⲧⲁϥⲧⲟⲩⲛⲟⲥ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲛⲏⲉⲑⲙⲱⲟⲩⲧ ⲉϥ⳿ⲉⲧⲁⲛϧⲉ ⲛⲉⲧⲉⲛⲕⲉⲥⲱⲙⲁ ⲉⲧⲉϣⲁⲩⲙⲟⲩ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⲡⲉϥⲡ͞ⲛⲁ̅ ⲉⲧϣⲟⲡ ϧⲉⲛ ⲑⲏⲛⲟⲩ.
12इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, हम पे एह भौतिक मनइ सुभाउ तउ अहइ परन्तु अइसेन नाहीं कि हम एकरे अनुसार जिई।
12ϩⲁⲣⲁ ⲟⲩⲛ ⲛⲁ⳿ⲥⲛⲏⲟⲩ ⲟⲩⲟⲛ ⳿ⲉⲣⲟⲛ ϧⲉⲛ ⲥⲁⲣⲝ ⲁⲛ ⲉⲑⲣⲉⲛⲱⲛϧ ⲕⲁⲧⲁ ⲥⲁⲣⲝ.
13काहेकि अगर तू भौतिक मनइ सुभाव क अनुसार जीब्या तब मरब्या। अगर तू आतिमा क जरिये सरीर क व्यवहारन क अन्त कइ देब्या तउ तू जी जाब्या।
13ⲓⲥϫⲉ ⲅⲁⲣ ⲉⲣⲉⲧⲉⲛⲟⲛϧ ⲕⲁⲧⲁ ⲥⲁⲣⲝ ⲧⲉⲧⲉⲛⲛⲁⲙⲟⲩ ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⲛⲓ⳿ϩⲃⲏⲟⲩⲓ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲥⲱⲙⲁ ⲧⲉⲧⲉⲛϧⲱⲧⲉⲃ ⳿ⲙⲙⲱⲟⲩ ⲧⲉⲧⲉⲛⲛⲁⲱⲛϧ.
14जउन परमेस्सर क आतिमा क अनुसार चलत हीं, उ सबइ परमेस्सर क संतान अहइँ।
14ⲛⲏ ⲅⲁⲣ ⲉⲑⲙⲟϣⲓ ϧⲉⲛ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ⲛⲁⲓ ⲛⲉ ⲛⲓϣⲏⲣⲓ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ.
15काहेकि उ आतिमा जउन तोहे मिली बा, तोहे फिन स दास बनिके डेराइ बरे नाहीं बा, बल्कि उ आतिमा जउन तू पाए अहा तोहे परमेस्सर क संपालित सन्तान बनावत ह। जेसे हम पुकार उठित ह, “हे अब्बा, हे परमपिता।”
15ⲛⲁⲣⲉⲧⲉⲛϭⲓ ⲅⲁⲣ ⲁⲛ ⳿ⲛⲟⲩⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ ⲟⲩⲙⲉⲧⲃⲱⲕ ⳿ⲉ⳿ϧⲣⲏⲓ ⲟⲛ ⲉⲩϩⲟϯ ⲁⲗⲗⲁ ⲁⲣⲉⲧⲉⲛϭ ⲓ ⳿ⲛⲟⲩⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲉ ⲟⲩⲙⲉⲧϣⲏⲣⲓ ⲫⲁⲓ ⲉⲧⲉⲛⲱϣ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⳿ⲛϧⲏⲧϥ ϫⲉ ⲁⲃⲃⲁ ⳿ⲫⲓⲱⲧ.
16उ पवित्तर आतिमा खुद हमरे आतिमा क साथे मिलिके साच्छी देत ह कि हम परमेस्सर क सन्तान अही।
16ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲛⲑⲟϥ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ϥⲉⲣⲙⲉⲑⲣⲉ ⲛⲉⲙ ⲡⲉⲛⲡ͞ⲛⲁ̅ ϫⲉ ⳿ⲁⲛⲟⲛ ϩⲁⲛϣⲏⲣⲓ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ.
17अउ काहेकि हम ओकर सन्तान अही, हमहूँ उत्तराधिकारी अही, परमेस्सर क उत्तराधिकारी अउर मसीह क साथे हम उत्तराधिकारी अगर सही मँ ओकरे साथे दुःख उठावत अहीं तउ हमका ओकरे साथे महिमा मिली ही।
17ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ⳿ⲁⲛⲟⲛ ϩⲁⲛϣⲏⲣⲓ ⲓⲉ ⳿ⲁⲛⲟⲛ ϩⲁⲛ⳿ⲕⲗⲏⲣⲟⲛⲟⲙⲟⲥ ⲟⲛ ϩⲁⲛ⳿ⲕⲗⲏⲣⲟⲛⲟⲙⲟⲥ ⲙⲉⲛ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ϩⲁⲛ⳿ϣⲫⲏⲣ ⳿ⲛ⳿ⲕⲗⲏⲣⲟⲛⲟⲙⲟⲥ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⲓⲥϫⲉ ⲧⲉⲛϭⲓ⳿ⲙⲕⲁϩ ⲛⲉⲙⲁϥ ϩⲓⲛⲁ ⳿ⲛⲧⲉⲛ ϭⲓⲱⲟⲩ ⲛⲉⲙⲁϥ ⲟⲛ.
18काहेकि मोरे बिचार मँ एह समइ क हमार सबइ यातना क परगट होइवाली भावी महिमा क आगे कछूउ नाहीं बा।
18ϯⲙⲉⲩⲓ ⲅⲁⲣ ϫⲉ ⲥⲉ⳿ⲙ⳿ⲡϣⲁ ⲁⲛ ⳿ⲛϫⲉ ⲛⲓ⳿ⲙⲕⲁⲩϩ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲁⲓⲥⲏⲟⲩ ⳿ⲛⲧⲉ ϯⲛⲟⲩ ⳿ⲙⲡⲓⲱⲟⲩ ⲉⲑⲛⲁϭⲱⲣⲡ ⲛⲁⲛ ⳿ⲉⲃⲟⲗ.
19काहेकि इ सृस्टि बड़ी आसा स ओह समइ क इन्तजार करत बाटइ जब परमेस्सर क संतान क परगट कीन्ह जाई।
19⳿ⲡϫⲓⲛⲥⲟⲙⲥ ⲅⲁⲣ ⲉⲃⲟⲗ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲥⲱⲛⲧ ⲁϥⲥⲟⲙⲥ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲁ⳿ⲧϩⲏ ⳿ⲙⲡⲓϭⲱⲣⲡ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ⳿ⲛⲧⲉ ⲛⲓϣⲏⲣⲓ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ.
20इ सृस्टि निःसार रही अपने इच्छा स नाहीं, बल्कि ओकरी इच्छा स जे एका एह परिवर्तन क अधीन किहेस
20ⲡⲓⲥⲱⲛⲧ ⲅⲁⲣ ⲁϥϭⲛⲉϫⲱϥ ⳿ⲛϯⲙⲉⲧⲉⲫⲗⲏⲟⲩ ⳿ⲛ⳿ϥⲟⲩⲱϣ ⲁⲛ ⲁⲗⲗⲁ ⲉⲑⲃⲉ ⲫⲏⲉⲧⲁϥ⳿ⲑⲣⲉϥϭⲛⲉϫⲱϥ ϧⲉⲛ ⲟⲩϩⲉⲗⲡⲓⲥ.
21कि इहउ कभउँ आपन बिनासमान होइ स छुटकारा पाइ क परमेस्सर क सन्तान क सानदार स्वतन्त्रता क आनन्द लेई।
21ϫⲉ ⳿ⲛⲑⲟϥ ϩⲱϥ ⲡⲓⲥⲱⲛⲧ ⳿ϥⲛⲁⲉⲣⲣⲉⲙϩⲉ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲁ ϯⲙⲉⲧⲃⲱⲕ ⳿ⲛⲧⲉ ⳿ⲡⲧⲁⲕⲟ ⳿ⲉ⳿ϧⲣⲏⲓ ⳿ⲉ ϯⲙⲉⲧⲣⲉⲙϩⲉ ⳿ⲛⲧⲉ ⳿ⲡⲱⲟⲩ ⳿ⲛⲧⲉ ⲛⲓϣⲏⲣⲓ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ.
22काहेकि हम जानित ह कि आजु तलक समूची सृस्टि प्रसव पीड़ा मँ कराहत अउ तड़पत रही बाटइ।
22ⲧⲉⲛⲥⲱⲟⲩⲛ ⲙⲉⲛ ⲅⲁⲣ ϫⲉ ⲡⲓⲥⲱⲛⲧ ⲧⲏⲣϥ ϥⲓ⳿ⲁϩⲟⲙ ⲛⲉⲙⲁⲛ ⲟⲩⲟϩ ⳿ϥϯⲛⲁⲕϩⲓ ⲛⲉⲙⲁⲛ ϣⲁ ⳿ⲉϧⲟⲩⲛ ⳿ⲉϯⲛⲟⲩ.
23न केवल इ सृस्टि बल्कि हमहूँ जेका आतिमा क पहिला फल मिला बा, अपने भितर कराहत रहे बाटेन। काहेकि हमका ओकरे जरिये पूरी तरह अपनावा जाइ क इन्तजार अहइ कि हमार देह मुक्त होइ जाइ।
23ⲟⲩ ⲙⲟⲛⲟⲛ ⲇⲉ ⲁⲗⲗⲁ ⲛⲉⲙ ⳿ⲁⲛⲟⲛ ϩⲱⲛ ⳿ⲉϯⲁⲡⲁⲣⲭⲏ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ⲛⲧⲟⲧⲉⲛ ⲟⲩⲟϩ ⳿ⲁⲛⲟⲛ ⲧⲉⲛϥⲓ⳿ⲁϩⲟⲙ ⳿ⲛ⳿ϧⲣⲏⲓ ⳿ⲛϧⲏⲧⲉⲛ ⲉⲛϫⲟⲩϣⲧ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲁ⳿ⲧϩⲏ ⳿ⲛϯⲙⲉⲧϣⲏⲣⲓ ⲡⲓⲥⲱϯ ⳿ⲛⲧⲉ ⲡⲉⲛⲥⲱⲙⲁ.
24हमार उदूधार भवा बा। इही स हमरे मने मँ आसा बा परन्तु जब हम जेकर आसा करित ह ओका देखि लेइत ह तउ उ आसा नाहीं रहत। जउन देखात बाटइ ओकर आसा कउन कई सकत ह।
24ⲉⲧⲁⲛⲛⲟϩⲉⲙ ⲅⲁⲣ ϧⲉⲛ ⲟⲩϩⲉⲗⲡⲓⲥ ⲟⲩϩⲉⲗⲡⲓⲥ ⲇⲉ ⲉⲩⲛⲁⲩ ⳿ⲉⲣⲟⲥ ⳿ⲛⲟⲩϩⲉⲗⲡⲓⲥ ⲁⲛ ⲧⲉ ⲫⲏ ⲅⲁⲣ ⳿ⲉϣⲁⲣⲉ ⲟⲩⲁⲓ ⲛⲁⲩ ⳿ⲉⲣⲟϥ ϣⲁϥⲉⲣϩⲩⲡⲟⲙⲟⲛⲓⲛ ⳿ⲉⲣⲟϥ.
25परन्तु अगर जेका हम देखत नाहीं अही ओकर आसा करित ह तउ धीरज अउर सहनसीलता क साथे ओकर रस्ता जोहित ह।
25ⲓⲥϫⲉ ⲇⲉ ⲫⲏⲉⲧⲉⲛⲛⲁⲩ ⳿ⲉⲣⲟϥ ⲁⲛ ⲧⲉⲛⲉⲣϩⲉⲗⲡⲓⲥ ⳿ⲉⲣⲟϥ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⲟⲩϩⲩⲡⲟⲙⲟⲛⲏ ⲧⲉⲛϫⲟⲩϣⲧ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲁϫⲱϥ.
26अइसन ही जइसेन हम कराहत अही, आतिमा हमरे दुर्बलता मँ हमार सहायता करइ आवत ह काहेकि हम नाहीं जानित ह कि हम केकरे बरे पराथना करी! परन्तु आतिमा खुद अइसेन आह भरिके जेकर सबदन मँ जाहिर नाहीं कीन्ह जाइ सकत हमरे बरे बिनती करत ह।
26ⲡⲁⲓⲣⲏϯ ⲇⲉ ⲟⲛ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⲁϥϯⲧⲟⲧⲥ ⳿ⲛⲧⲉⲛⲙⲉⲧϫⲱⲃ ⲟⲩ ⲅⲁⲣ ⳿ⲛⲧⲱⲃϩ ⲉⲧⲉⲛⲛⲁⲁⲓϥ ⲕⲁⲧⲁ⳿ⲫⲣⲏϯ ⲉⲧ⳿ⲥϣⲉ ⳿ⲛⲧⲉⲛ⳿ⲉⲙⲓ ⲁⲛ ⲁⲗⲗⲁ ⳿ⲛⲑⲟϥ ⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ⳿ϥⲉⲣϩⲟⲩ⳿ⲟ ⲥⲉⲙⲓ ⳿ⲉ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲉϫⲱⲛ ϧⲉⲛ ϩⲁⲛϥⲓ⳿ⲁϩⲟⲙ ⳿ⲛⲁⲧⲥⲁϫⲓ ⳿ⲙⲙⲱⲟⲩ.
27परन्तु उ जउन लोगन क दिल क देख सकत ह वह जानत ह कि आतिमा क मन्सा का अहइ। काहेकि परमेस्सर क इच्छा स ही उ परमेस्सर क पवित्तर लोग क बरे बीच बिचाऊ करत ह।
27ⲫⲏ ⲇⲉ ⲉⲧϧⲟⲧϧⲉⲧ ⳿ⲛⲛⲓϩⲏⲧ ⳿ϥⲥⲱⲟⲩⲛ ϫⲉ ⲟⲩ ⲡⲉ ⳿ⲫⲙⲉⲩⲓ ⳿ⲙⲡⲓⲡ͞ⲛⲁ̅ ϫⲉ ⲁϥⲥⲉⲙⲓ ⳿ⲉⲫϯ ⳿ⲉϫⲉⲛ ⲫⲏⲉⲑⲟⲩⲁⲃ.
28अउर हम जानित ह कि हर परिस्थिति मँ उ आतिमा परमेस्सर क भक्तन क साथे मिलिके उ काम करत ह जउन भलाइ ही लियावत हीं ओन्हन सबके बरे जेका ओकरे प्रयोजन क अनुसार इ बोलावा गवा बा।
28ⲧⲉⲛⲥⲱⲟⲩⲛ ⲇⲉ ϫⲉ ⲛⲏⲉⲧⲉⲣⲁⲅⲁⲡⲁⲛ ⳿ⲙⲫϯ ϣⲁϥⲉⲣϩⲱⲃ ⲛⲉⲙⲱⲟⲩ ϧⲉⲛ ϩⲱⲃ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲉⲑⲛⲁⲛⲉⲩ ⲛⲏⲉⲧⲁϥⲑⲁϩⲙⲟⲩ ⲕⲁⲧⲁ ⲡⲉϥϣⲟⲣⲡ ⳿ⲛⲑⲱϣ.
29जेका उ पहिले ही चुनेस ओनका पहिलौटी क पूत क रूप मँ ठहराएस ताकि बहुत स भाइयो तथा बहिनियो! मँ उ पहलौठी बनि सकइ।
29ϫⲉ ⲛⲏⲉⲧⲁϥⲉⲣϣⲟⲣⲡ ⳿ⲛⲥⲟⲩⲱⲛⲟⲩ ⲛⲁⲓ ⲟⲛ ⲁϥⲉⲣϣⲟⲣⲡ ⳿ⲛⲑⲁϣⲟⲩ ⳿ⲛ⳿ϣⲫⲏⲣ ⳿ⲛ⳿ⲥⲙⲟⲧ ⳿ⲛⲧⲉ ⳿ⲧϩⲓⲕⲱⲛ ⳿ⲙⲡⲉϥϣⲏⲣⲓ ⲉⲑⲣⲉϥϣⲱⲡⲓ ⲉϥⲟⲓ ⳿ⲛϣⲟⲣⲡ ⳿ⲙⲙⲓⲥⲓ ⳿ⲛⲟⲩⲙⲏϣ ⳿ⲛⲥⲟⲡ.
30जेनका उ पहिले स निस्चित किहेस उहूँ क उ बोलाएस अउर जेनका उ बोलाएस, ओनका उ धर्मी ठहराएस। अउर जेका उ धर्मी ठहराएस, ओनका महिमा प्रदान किहेस।
30ⲛⲏ ⲇⲉ ⲉⲧⲁϥⲉⲣϣⲟⲣⲡ ⳿ⲛⲑⲁϣⲟⲩ ⲛⲁⲓ ⲟⲛ ⲛⲏⲉⲧⲁϥⲑⲁϩⲙⲟⲩ ⲟⲩⲟϩ ⲛⲏⲉⲧⲁϥⲑⲁϩⲙⲟⲩ ⲛⲁⲓ ⲟⲛ ⲁϥ⳿ⲑⲙⲁⲓⲱⲟⲩ ⲛⲏ ⲇⲉ ⲉⲧⲁϥ⳿ⲑⲙⲁⲓⲱⲟⲩ ⲛⲁⲓ ⲟⲛ ⲁϥϯⲱⲟⲩ ⲛⲱⲟⲩ.
31तउ एका देखत हम का कही? अगर परमेस्सर हमरे पच्छ मँ बा हमरे विरोध मँ कउन होइ सकत ह?
31ⲟⲩ ϫⲉ ⲡⲉⲧⲉⲛⲛⲁϫⲟϥ ⲟⲩⲃⲉ ⲛⲁⲓ ⲓⲥϫⲉ ⲫϯ ⲡⲉⲧϯ ⳿ⲉϫⲱⲛ ⲛⲓⲙ ⲉⲑⲛⲁϣϯ ⲟⲩⲃⲏⲛ.
32उ जे अपने पूत तलक क नाहीं छोड़ेस बल्कि ओका हम सबके बरे मरइ क सउँप दिहेस। उ भला हमका ओकरे साथ अउर सब कछू काहे न देई?
32ⲫⲏⲉⲧⲉ⳿ⲙⲡⲉϥϯⲁⲥⲟ ⳿ⲉⲡⲉϥϣⲏⲣⲓ ⳿ⲙⲙⲓⲛ ⳿ⲙⲙⲟϥ ⲁⲗⲗⲁ ⲁϥⲧⲏⲓϥ ⳿ⲉ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲉϫⲱⲛ ⲧⲏⲣⲉⲛ ⲡⲱⲥ ϫⲉ ⳿ⲛⲛⲉϥϯ ⳿ⲛⲉⲛⲭⲁⲓ ⲛⲓⲃⲉⲛ ⲛⲁⲛ ⳿ⲛ⳿ϩⲙⲟⲧ ⲛⲉⲙⲁϥ.
33परमेस्सर क चुना भवा लोगन पे अइसेन कउन बा जउन दोस लगावइ? उ परमेस्सर ही अहइ जउन ओनका धर्मी ठहराता ह?
33ⲛⲓⲙ ⲉⲑⲛⲁ⳿ϣⲥⲉⲙⲓ ⳿ⲉⲛⲓⲥⲱⲧⲡ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ⲫϯ ⲡⲉⲧ⳿ⲑⲙⲁⲓⲟ.
34अइसेन कउन अहइ जउन ओका दोसी ठहरावइ? मसीह ईसू उ अहइ जउन मरि गवा अउर (इहींउँ स जियादा जरूरी इ बा कि) ओका फिन जियावा गवा। जउन परमेस्सर क दहिनी कइँती बइठा अहइ अउर हमरे कइँती स बिनती भी करत ह
34ⲛⲓⲙ ⲉⲑⲛⲁ⳿ϣϩⲓⲟⲩ⳿ⲓ ⳿ⲙ⳿ⲡϩⲁⲡ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ ⲡⲉ ⲉⲧⲁϥⲙⲟⲩ ⲙⲁⲗⲗⲟⲛ ⲇⲉ ⲁϥⲧⲱⲛϥ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϧⲉⲛ ⲛⲏⲉⲑⲙⲱⲟⲩⲧ ⲫⲏⲉⲧⲭⲏ ⲥⲁⲟⲩ⳿ⲓⲛⲁⲙ ⳿ⲙⲫϯ ⳿ⲛⲑⲟϥ ⲉⲧⲥⲉⲙⲓ ⳿ⲉ⳿ϩⲣⲏⲓ ⳿ⲉϫⲱⲛ.
35कउन अहइ जउन हमका मसीह क पियार स अलग करी? यातना या कठिनाइ या अत्याचार या अकाल या नंगापन या जोखिम या तलवार?
35ⲛⲓⲙ ⲉⲑⲛⲁ⳿ϣⲫⲟⲣϫⲧⲉⲛ ⲥⲁⲃⲟⲗ ⳿ⲛϯ ⲁⲅⲁⲡⲏ ⳿ⲛⲧⲉ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ ⲟⲩϩⲟϫϩⲉϫ ⲡⲉ ⲓⲉ ⲟⲩⲧⲁⲧϩⲟ ⲓⲉ ⲟⲩⲇⲓⲱⲅⲙⲟⲥ ⲓⲉ ⲟⲩ⳿ϩⲕⲟ ⲓⲉ ⲟⲩⲃⲱϣ ⲓⲉ ⲟⲩⲕⲩⲛⲇⲓⲛⲟⲥ ⲓⲉ ⲟⲩⲥⲏϥⲓ.
36जइसेन कि सास्तर कहत ह: “तोहरे (मसीह) बरे सारा दिन हमका मउत क सौंपा जात ह। हम काटी जाइवाली भेड़ जइसेन समझा जात हीं।” भजन संहिता 44:22
36ⲕⲁⲧⲁ⳿ⲫⲣⲏϯ ⲉⲧ⳿ⲥϧⲏⲟⲩⲧ ϫⲉ ⲉⲑⲃⲏⲧⲕ ⲥⲉϧⲱⲧⲉⲃ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ⲙⲡⲓ⳿ⲉϩⲟⲟⲩ ⲧⲏⲣϥ ⲁⲩⲟⲡⲧⲉⲛ ⳿ⲙ⳿ⲫⲣⲏϯ ⳿ⲛϩⲁⲛ⳿ⲉⲥⲱⲟⲩ ⳿ⲉ⳿ⲡϧⲟⲗϧⲉⲗ.
37तबउ ओकरे जरिये जउन हमसे पिरेम करत ह, ऐन सब बातन मँ हम एक सानदार विजय पावत अही।
37ⲁⲗⲗⲁ ϧⲉⲛ ⲛⲁⲓ ⲧⲏⲣⲟⲩ ⲧⲉⲛⲉⲣϩⲟⲩ⳿ⲟ ϭⲣⲟ ⳿ⲉⲃⲟⲗ ϩⲓⲧⲉⲛ ⲫⲏⲉⲧⲁϥⲙⲉⲛⲣⲓⲧⲉⲛ.
38काहेकि मइँ मान चुका हउँ कि न मउत, न जीवन, न सरगदूतन अउर न सासन करइवाली आतिमन, न वर्तमान क कउनउ चीज अउर न भविस्स क कउनउ चीज, न आत्मिक सक्ति,
38⳿ⲁⲛⲟⲕ ⲅⲁⲣ ⲡⲁϩⲏⲧ ⲑⲏⲧ ϫⲉ ⲟⲩⲇⲉ ⳿ⲫⲙⲟⲩ ⲟⲩⲇⲉ ⳿ⲡⲱⲛϧ ⲟⲩⲇⲉ ⲁⲅⲅⲉⲗⲟⲥ ⲟⲩⲇⲉ ⲁⲣⲭⲏ ⲟⲩⲇⲉ ⲛⲉⲧϣⲟⲡ ⲟⲩⲇⲉ ⲛⲉⲧⲛⲁϣⲱⲡⲓ ⲟⲩⲇⲉ ϫⲟⲙ.
39न कउनउ हमरे ऊपर क, अउर न हमसे नीचे क, न सृस्टि क कउनउ अउर चीज हमका पर्भू क ओह पिरेम स, जउन हमरे भीतर पर्भू मसीह ईसू बरे बाटइ, हमका अलग कइ सकइ।
39ⲟⲩⲇⲉ ϭⲓⲥⲓ ⲟⲩⲇⲉ ϣⲱⲕ ⲟⲩⲇⲉ ⲕⲉⲥⲱⲛⲧ ⳿ⲙⲙⲟⲛ ⳿ϣϫⲟⲙ ⳿ⲙⲙⲱⲟⲩ ⳿ⲉⲫⲟⲣϫⲧⲉⲛ ⲥⲁⲃⲟⲗ ⳿ⲛϯⲁⲅⲁⲡⲏ ⳿ⲛⲧⲉ ⲫϯ ⲑⲏ ⲉⲧϧⲉⲛ Ⲡⲭ̅ⲥ̅ Ⲓⲏ̅ⲥ̅ ⲡⲉⲛ⳪