Awadhi: NT

Marathi

1 Corinthians

15

1भाइयो तथा बहिनियो, अब मइँ तोहे सबन क ओह सुसमाचार क याद दिवावइ चाहत हउँ जेका मइँ तोहे सुनाए हउँ अउर तूहउ सबे जेका ग्रहण किहे रह्या अउर जेहमाँ तू हमेसा स्थित बना भवा अहा।
1आता बंधूंनो, मला तुम्हाला आठवण करुन द्यावीशी वाटते, की ज्या सुवार्तेविषयी मी तुम्हाला उपदेश केला व जी तुम्हीसुद्धा स्वीकारलीत व जिच्यात तुम्ही बळकट आहात.
2अउर जेकरे जरिये तोहर उद्धार भी होत बा बसर्ते तू ओन्हन सब्दन क जेका मइँ तोहे आदेस दिहे रहेउँ, अपने मँ मजबूती स थामे रखा। (नाहीं तउ तोहर बिसवास धारन करबइ ही बेकार गवा।)
2आणि जिच्यामुळे तुमचे तारण झाले आहे. ज्या वचनाने मी तुम्हांस सुवार्ता सांगितली ते तुम्ही दृढ धरता तर तुम्ही विश्वास धरल्याशिवाय काही उपयोग नाही, नाहीतर तुमची स्वीकृती व्यर्थ आहे.
3जउन सबसे पहिले बात मोका मिली भइ रही, ओका मइँ तोहे तलक पहुँचाइ दिहेउँ कि पवित्तर सास्तरन क अनुसार, मसीह हमरे पापन क बरे मरा
3कारण मलासुद्धा पहिल्यांदा जे मिळाले ते मी तुमच्या स्वाधीन केले: ते हे की ख्रिस्त आमच्या पापांसाठी मरण पावला, हे जे वचनात लिहिले आहे.
4अउर ओका दफनाइ दीन्ह गवा। अउर पवित्तर सास्तरन क अनुसार फिन तीसरे दिना ओका जियाइके उठाइ दीन्ह गवा।
4व त्याला पुरण्यात आले. व तिसऱ्या दिवशी त्याला उठविण्यात आले.
5अउर फिन उ परतस क सामने परगट भवा अउर ओकरे बाद बारह प्रेरितन क उ दर्सन दिहे।
5व तो पेत्राला दिसला, नंतर बारा प्रेषितांना,
6फिन उ पाँच सऊ स भी जियादा भाइयन क एक साथे देखॉइ दिहेस। ओनमाँ स बहुतेरे आज तकल जिन्दा अहइँ। जद्यपि कछू क मउत भी होइ चुकी बा।
6नंतर तो एकाच वेळी पाचशे हून अधिक बांधवांना दिसला. त्यांच्यापैकी बहुसंख्य अजूनही जिवंत आहेत, तर काही मेले आहेत.
7एकरे बाद उ याकूब क सामने परगट भवा। अउर तब उ सभी प्रेरितन क फिन दर्सन दिहेस।
7नंतर तो याकोबाला दिसला, मग पुन्हा तो सर्व प्रेषितांना दिसला.
8अउर सब स अंत मँ ओ मोका भी केउ दर्सन दिहेस। मइँ तउ समइ स पहिले असामान्य जन्मा सतमासा बच्चा जइसेन अहउँ।
8आणि शेवटी मी जो अवेळी जन्मलो, त्या मलासुद्धा तो दिसला.
9काहेकि मइँ तउ प्रेरितन मँ सबसे छोटका हउँ। इहाँ तलक कि मइँ तउ प्रेरित कहवावइ क योग्य नाही हउँ, काहेकि मइँ तउ परमेस्सर क कलीसिया क सतावा करत रहेउँ।
9कारण प्रेषितांमध्ये मी कनिष्ठ आहे, मी प्रेषित म्हणून घेण्याच्यासुद्धा योग्यतेचा नाही, कारण देवाच्या मंडळीचा मी छळ केला.
10मुला परमेस्सर क अनुग्रह स मइँ वइसेन बना हउँ जइसेन आज अहउँ मोहे पइ ओनकर अनुग्रह बेकार नाहीं गवा। मइँ त ओन सबसे बढ़ी चढ़ी क मेहनत किहे हउँ, जद्यपि उ मेहनत करइवाला मइँ नाहीं रहेउँ, बल्कि परमेस्सर क उ अनुग्रह रहा जउन मोरे साथे रहत रहा।
10पण देवाच्या दयेने मी जो आहे तो मी (प्रेषित) आहे. आणि त्याची माझ्यावरची कृपा व्यर्थ गेली नाही, उलट त्या सर्वांपेक्षा अधिक काम मी केले आहे, करणारा मी नव्हतो, तर देवाची दया जी माझ्याबरोबर होती, ती करीत होती.
11तउन चाहे तोहे मइँ उपदेस दिहे होइ चाहे ओ, मइँ सब इहई उपदेस देइत ह अउर इही पइ तू बिसवास किहे अहा।
11म्हणून, जरी मी तुम्हांला उपदेश केला किंवा त्यांनी उपदेश केला, तरी आम्ही सर्व हाच उपदेश करु, आणि तुम्ही यावरच विश्वास ठेवला.
12मुला जब कि मसीह क मरे भएन मँ स पुनरुत्थान कीन्ह गवा तउ तोहमाँ स कछू अइसेन काहे कहत बाटेन कि मउत क बाद फिन स जी उठब सम्भव नाहीं बा।
12पण जर आम्ही ख्रिस्त मेलेल्यांतून उठविला गेला आहे अशी सुवार्ता गाजवितो, तर मृतांचे पुनरुत्थान नाही असे तुमच्यातील काहीजण म्हणतात हे कसे?
13अउर अगर मउत क बाद जी उटब ही नाहीं तउ फिन मसीह क मउत बाद नाहीं जियावा गवा।
13जर मृतांचे पुनरुत्थान नाही, तर ख्रिस्त मरणातून उठविला गेला नाही,
14जदि मसीह नाहीं जिया तउ हमार उपदेस देब बेकार बा अउर तोहार बिसवास भी बेकार बा।
14आणि जर ख्रिस्त मरणातून उठविला गेला नाही तर आमचा संदेश व्यर्थ आहे आणि तुमचा विश्वासही व्यर्थ आहे.
15अउर हमहूँ फिन तउ परमेस्सर क बारे मँ झूठ साच्छी ठहरत अही काहेकि हम तउ परमेस्सर क सामने कसम खाइके इ साच्छी दिहे अही कि उ मसीह क मरे भएन मँ स जियाएस। मुला उनके कहइ क अनुसार अगर मरा भवा जियावा नाहीं जात तउ फिन परमेस्सर मसीह क भी नाहीं जियाएस।
15आणि आम्हीसुद्धा देवाविषयीचे खोटे साक्षीदार ठरु कारण आम्ही देवासमोर शपथपूर्वक साक्ष दिली आहे की, ख्रिस्ताला मेलेल्यांतून त्याने उठविले, पण जसे ते म्हणतात त्याप्रमाणे जर देवाने ख्रिस्ताला उठविले नाही, तर मेलेले मरणातून उठविले जात नाहीत.
16काहेकि अगर मरा भवा नाहीं जियाइ जात ह तउ मसीह क भी नाहीं जियावा गवा।
16आणि जर मृतांना उठविले जात नाही, तर ख्रिस्ताला मरणातून उठविण्यात आले नाही.
17अउर अगर मसीह क फिन स जिन्दा नाहीं कीन्ह गवा रहा, फिन तउ तोहार बिसवास भी बेकार बा, अउर तू अबहुँ अपने पापन मँ फँसा भवा ह।
17आणि जर ख्रिस्त मरणातून उठविला गेला नाही, तर तुमचा विश्वास व्यर्थ आहे; तुम्ही अजूनसुद्धा पापातच आहात;
18हाँ, तउ फिन जे मसीह क बरे आपन प्रान दइ दिहेन, उ सबइ अइसेन ही खतम भएन।
18होय, आणि जे ख्रिस्तात मेलेले आहेत, त्यांचा नाश झाला आहे.
19अगर हम केवल अपने भौतिक जीवन क बरे ही ईसू मसीह मँ आपन आसा रखे रही तब तउ हम अउर सबहिं लोगन स जियादा अभागा हई।
19जर ख्रिस्तावर असलेली आमची आशा ही, फक्त या पृथ्वीवरील जीवनासाठीच असली, तर सर्व मनुष्यात आम्ही दयनीय असे आहोत.
20मुला अब सहीमँ इ अहइ कि मसीह क मरे भएन स जियावा गवा। उ मरे भएन क फसल क पहिला फल अहइ।
20परंतु आता प्रत्यक्षात ख्रिस्त मरणातून उठविला गेला आहे. जे मेलेले आहेत त्यांच्यातील तो प्रथम फळ आहे.
21काहेकि जब एक ही मनई क द्वारा मउत आइ तक एक मनई क द्वारा ही मउत स फिन जिन्दा होइ उठा।
21कारण ज्याअर्थी मनुष्याद्वारे मरण आले त्याप्रमणे मृतांचे पुनरुत्थानसुद्धा मनुष्याद्वारेच आले.
22काहेकि ठीक वइसेन ही जइसेन आदम क कर्मन क कारण हर किहू क बरे मउत आइ, वइसेन ही मसीह क द्वारा सबक फिन स जियाइ उठावा जाई।
22कारण जसे आदामाद्वारे सर्व मरण पावतात तसेच सर्वजण ख्रिस्ताद्वारे जिवंत केले जातील.
23मुला हर एक क ओकरे अपने करम क अनुसार सबसे पहिले मसीह क, जउन फसल क पहिला फल अहइ अउर फिन ओकरे पुन: आवई पर ओनकर, जउन मसीह क अहेन।
23पण प्रत्येक जण त्याच्या क्रमानुसार, ख्रिस्त जो प्रथम फळ आहे, आणि मग ख्रिस्त येण्याच्या वेळी त्याचे असलेले,
24एकरे बाद जब मसीह सबन सासकन, अधिकरियन, हर तरह क सक्तियन क अंत कइके राज्य क परमपिता परमेस्सर क हाथन सौंपे देई, तब प्रलय होइ जाई।
24मग शेवट येईल प्रत्येक अधिपती, प्रत्येक सत्ता, व प्रत्येक सामर्थ्य जेव्हा ख्रिस्त नाहीसे करील, तेव्हा ख्रिस्त देवपित्याला राज्य देईल.
25मुला जब तलक परमेस्सर मसीह क सत्रुवन क ओकरे परमेस्सर नियन्त्रण मँ न लाइ देइ तब तलक उ अवस्य राज्य करी।
25कारण देवाने ख्रिस्ताचे शत्रू ख्रिस्ताच्या पायाखाली ठेवीपर्यंत ख्रिस्ताने राज्य केले पाहिजे.
26सबसे आखिरी सत्रु क रूपे मँ मउत क नास कीन्ह जाई।
26शेवटचा शत्रू असल्यासारखा मृत्यूचा नाश केला पाहिजे.
27पवित्तर सास्तर कहत ह, “परमेस्सर तउ हर केउ क मसीह क चरनन क अधीन रखे बा।” अब देखा जब सास्तर कहत ह, “सब कछू” क ओकरे अधीन कइ दीन्ह गवा बा, तउ जउन, सब कछू क ओकरे चरनन क अधीन कीन्हा बाटेन, उ खुदइ एकर अपवाद बा।
27कारण “देवाने सर्व काही त्याच्या अधिकारात ठेवले आहे.” आता जेव्हा पवित्र शास्त्र म्हणते की, “सर्व गोष्टी” अंकीत केल्या आहेत तेव्हा सर्व स्पष्ट आहे की, ज्याने सर्व गोष्टी त्याच्या अंकीत केल्या आहेत, तो देव सोडून इतर सर्व गोष्टी त्याच्या अधिकार क्षेत्रात आहेत.
28अउर जब सब कछू मसीह क अधीन कइ दीन्ह गवा बा, तउ इहाँ तलक कि खुद बेटवा केऊ ओह परमेस्सर क अधीन कइ दीन्हा जाई, जे सब कछू क मसीह क अधीन कइ दिहेस ताकि हर केउ पइ पूरी तरह परमेस्सर क सासन होइ।
28आणि सर्व गोष्टी जेव्हा स्वाधीन केलेल्या आहेत, तेव्हा पुत्रसुद्धा देवाच्या, ज्याने सर्व गोष्टी स्वाधीन केल्या आहेत, स्वत: स्वाधीन केला जाईल यासाठी की, देव सर्वांवर संपूर्णपणे अधिपती असावा.
29नाहीं तउ जे अपने परान क दिहे अहइँ, ओनकइ कारण जउन बपतिस्मा लिहे अहइं, उ पचे का करिहीं। अगर मरा हुआ कभउँ फिन स जिन्दा होतेन नाहीं तउ लोगन क ओनकर बरे बपतिस्मा दीन्ह ही काहे जात अहइ?
29नाहीतर, मेलेल्यांसाठी व त्यांची पुन्हा भेट होईल या आशेने ज्यांनी बाप्तिस्मा घेलला आहे ते काय करतील? जर मेलेले उठविले जात नाहीत तर त्यांच्यासाठी लोक बाप्तिस्मा का घेतात?
30अउर हमइँ सब घड़ी संकट झेलत रहित ह?
30आम्हीसुद्धा प्रत्येक घटकेला धोक्याला का तोंड देतो?
31भाइयो, तोहरे बरे मोर उ गरब जेहमाँ हमार पर्भू मसीह ईसू मँ स्थित होइ क नाते रखत हई, ओका साछी कइके कसम खाइके कहत हई कि मइँ हर दिन मरित हउँ।
31बंधूजनहो, मी शपथपूर्वक सांगतो की, ख्रिस्त येशूमध्ये माझा तुमच्याविषयी अभिमान आहे, मी दररोज मरतो
32अगर मइँ इफिसुस मँ जंगली पसुवन क साथे मानवीय स्तर पर ही लड़े रहे तउ ओसे मोका का मिला। अगर मरा भवा स जिआवा नाहीं जानेत तउ, “आवा, खाई, पीई काहेकि काल्हि तउ मरिन जाब।”
32इफिसात मी रानटी प्राण्याबरोबर लढलो, तर मी काय मिळविले? जर मेलेले उठविले जात नाहीत तर “आपण खाऊ पिऊ, कारण आपण उद्या मरुन जाऊ!”
33भटकब बन्द करा: “खराब संगत स अच्छी आदत खतम होइ जात हीं।”
33फसू नका, “वाईट सोबती चांगल्या सवयी बिघडवितात.”
34होस मँ आवा, अच्छा जीवन अपनावा, जइसेन कि तोहे होइ चाही। पाप करब बन्द करा। काहेकि तोहमाँ स कछू तउ अइसेन अहइँ जउन परमेस्सर क बारे मँ कछू भी नाहीं जानतेन। मइँ इ एह बरे कहत हउँ कि तोहे सरम आवइ।
34शुद्धीवर या. जसे तुम्ही यायला पाहिजे आणि पाप करीत जाऊ नका. कारण तुम्हांपैकी काहीजण देवाविषयी अज्ञानी आहेत. हे मी तुम्हांस लाजविण्यासाठी बोलतो.
35मुला केउ पूछ सकत ह, “मरा भवा कइसे जिआवा जात ह? अउर उ फिन कइसेन देह धारन कइके आवत ह?”
35परंतु कोणीतरी म्हणेल? “मेलेले कसे उठविले जातात? कोणत्या प्रकारच्या शरीराने ते येतात?”
36तू केतना मूरख अहा। तू जउन बोअत अहा उ जब तलक पहिले मरि नाहीं जात जिन्दा नाहीं होत।
36तू किती मूर्ख आहेस? तू जे पेरतोस ते प्रथम मेल्याशिवाय जिवंत होत नाही.
37अउर जहाँ तलक जउन तू बोवत अहा, ओकर प्रस्न बा, तउ जउन पऊधा बिकसित होइ क बा, तू ओह भरा-पूरा पऊधा क तउ धरती मँ नाहीं बोउत्या। बस केवल बीया बोवत अहा, चाहे उ गोहूँ क दाना होइ अउर चाहे कछू अउर क।
37आणि तू लावतोस (पेरतोस) त्यासंबंधी तू जे जमिनीत पेरतोस ते वाढलेले रोपटे नसून जे वाढतच राहणार आहे, ते नव्हे तर फक्त धान्य (दाणा). तो गव्हाचा किंवा इतर कोठला तरी असेल.
38फिन परमेस्सर जइसेन चाहत ह, वइसेन रूप ओका देत ह। हर बीज क उ ओकर आपन सरीर प्रदान करत ह।
38आणि मग देवाने निवडल्याप्रमाणे तो त्याला आकार देतो. तो प्रत्येक दाण्याला त्याचे स्वत:चे ‘शरीर’ देतो.
39सबहिं जिन्दा मनइयन क सरीर एक जइसा नाहीं होत। मनइयन क सरीर एक तरह क होत ह जबकि पसुवन क सरीर दूसरे तरह क। चिड़ियन क देह अलग तरह क होत ह अउर मछलियन क अलग।
39जिवंत प्राणीमात्रांचे सर्वांचे देह सारखेच नसतात. त्याऐवजी मनुष्याचे शरीर एक प्रकारचे असते. प्राण्यांचे शरीर दुसऱ्या प्रकारचे असते, पक्ष्यांचे वेगळ्या प्रकारचे असते; आणि माशांचे आणखी वेगळ्या प्रकारचे असते.
40कछू देह दिव्य होत ह अउर कुछ पार्थिव मुला दिव्य देह क आभा एक तरह क होत ह अउर पार्थिव सरीर क दुसरे प्रकार क।
40तसेच स्वर्गीय शरीरे आहेत आणि पृथ्वीवरील शरीरे आहेत, पण स्वर्गीय शरीराचे वैभव एक प्रकारचे असते, तर जगिक शरीराला दुसरे असते.
41सूरज क तेज एक तरह क होत ह अउर चाँद क दुसरे तहर क। तारन मँ भी एक भिन्न तरह प्रकास रहत ह। अउर हाँ, तारन क प्रकास भी एक दुसरे स भिन्न रहत ह।
41सूर्याचे तेज वेगळ्या प्रकारचे तर चंद्राचे तेज वेगळ्या प्रकाचे असते. ताऱ्याचे तेज वेगळ्या प्रकारचे असते. आणि तेजाबाबत एक तारा दुसन्या ताऱ्यांहून निराळा असतो.
42तउन जब मरे भए जी उठिहीं तबऊ अइसेन ही होई। उ देह जेका धरती मँ दफनाइ क “बोवा” गवा बा, नासवान बा मुला उ देह जेकर पुनरुत्थान भवा बा, अबिसवासी बाटइ।
42म्हणून मृतांच्या पुनरुत्थानाबाबत असे असेल, शरीर जे जमिनीत पुरले गेले आहे. ते नाश पावणारे आहे, जे शरीर उठविण्यात येते ते आविनाशी आहे.
43उ काया जउन धरती मँ “दफनाई” गइ बा अनादरपूर्ण बा मुला उ काया जेकर पुनरुत्थान भवा बा, महिमा स मंड़ित बा। उ काया जेका धरती मँ “दफनाई” गवा बा, कमजोर बा मुला उ काया जेका फिन स जिन्दा कीन्ह गवा बा, सक्तिसाली बा।
43जे शरीर जमिनीत पुरले आहे, ते अपमानात पुरलेले असते. ते अशक्त असते पण उठविले जाते ते सशक्त शरीर असते
44जेह काया क धरती मँ “दफनावा” गवा बा, उ प्राकृतिक बा मुला जेका फिन स जिन्दा कीन्ह गवा बा, उ आध्यात्मिक देह अहइ। अगर प्राकृतिक सरीर होत हीं, तउ आध्यात्मिक सरीरन क भी अस्तित्व बा।
44जे जमिनीत पुरले जाते ते नैसर्गिक शरीर आहे जे उठविले जाते ते आध्यात्मिक शरीर आहे. जर नैसर्गिक शरीरे आहेत तर आध्यात्मिक शरीरेसुद्धा असतात.
45पवित्तर सास्तरन कहत ह: “पहिला मनई (आदम) एक सजीव प्रानी बना।” मुला अंतिम आदम (ईसू) जीवन दाता आतिमा बना।
45आणि तेच पवित्र शास्त्र सांगते, “पाहिला मनुष्य, आदाम हा जिवंत प्राणी झाला,” पण ख्रिस्त जो शेवटचा आदाम झाला तो जीवन देणारा आत्मा झाला.
46आध्यात्मिक पहिले नाहीं अउतेन, बल्कि पहिले आवत हीं भौतिक अउर फिन ओकरे बाद ही आवत हीं आध्यात्मिक।
46परंतु जे आध्यात्मिक ते प्रथम नाही, जे जगिक ते प्रथम, मग जे आध्यात्मिक आहे ते.
47पहिले मनई क धरती क माँटी स बनावा गवा अउर दूसर मनई सरगे स आवा।
47पाहिला मनुष्य मातीतून आला म्हणजे तो धुळीपासून बनविला गेला, तर दुसरा मनुष्य स्वर्गातून आला.
48जइसेन ओह मनई क रचना माँटी स भइ, वइसेन ही सबन लोग माँटी स ही बेनन। अउर ओह, दिव्य मनई क समान अउर दिव्य मनइयन भी स्वर्गीय बाटेन।
48ज्याप्रमाणे तो मनुष्य मातीपासून बनविला गेला, त्याप्रमाणे लोकसुद्धा मातीपासूनच बनविले गेले आणि त्या स्वर्गीय मनुष्याप्रमाणे स्वर्गीय लोकही तसेच आहेत.
49हम उ माटी स बरे मनई क तरह बनाए गयेन ह, तउ ओह स्वर्गीय क रूप भी हम धारन करब।
49ज्याप्रमाणे तयार केलेल्या माणसाची प्रतिमा आपण धारण केली आहे, तशी आपणसुद्धा स्वर्गीय माणसाची प्रतिमा धारण करु.
50भाइयो तथा बहिनियो, मइँ तोहे इ बतावत हउँ: लहू अउर माँस क इ पार्थिव सरीर परमेस्सर क राज्य क उत्तराधिकार नाही पाइ सकतेन। अउर न ही जउन बिनासमान अहइँ, उ अविनासी क उत्तरधिकारी होइ सकत हीं।
50बंधूनो, मी तुम्हांला सांगतो, आपल्या मांस व रक्त असलेल्या जगिक शरीराला देवाच्या राज्यात वाटा मिळू शकत नाही. तसेव विनाशीपण अविनाशीपणाचा वारसा मिळवू शकत नाही.
51सुना, मइँ तोहे सबन क एक रहस्यपूर्ण सत्य बतावत हउँ: हम सबन मरबइ न, बल्कि हम सब बदल दिहा जाबइ।
51पाहा! मी तुम्हांला एक रहस्यमय सत्य सांगत आहे. आपण सर्व मरणार नाही. आपण सर्व बदलून जाऊ.
52जब अंतिम तुरही बजी तब पलक झपकत एक छन मँ ही अइसेन होइ जाई। काहेकि तुरही बजे अउर मरा हुआ अमर होइके जी उठिहीं अउर हम जउन अबहिं जिन्दा हयेन, बदलि दिहा जइहीं।
52क्षणात, डोळ्यांची उघडझाप होते इतक्या लवकर, जेव्हा शेवटचा कर्णा वाजेल, कारण कर्णा वाजेल आणि मेलेले अविनाशीपणात उठविले जातील आणि आपण जे अजूनही जिवंत आहोत ते बदलून जाऊ.
53काहेकि इ नासवान देह क अविनासी चोला क धारन करब जरूरी बा अउर एह मरनसील काया क अमर चोला धारन कइ लेब जरूरी बा।
53कारण या विनाशी शरीराने अविनाशीपण धारण करावे आणि या मर्त्य शरीराने अमरत्व धारण केलेच पाहिजे.
54तउन जब इ नासवान देह अबिनासी चोला धारण कइ लेई अउर उ मरणसील काया अमर चोला ग्रहण कइ लेई तउ पवित्तर सास्तर क लिखा इ पूरा होइ जाई। “विजय त मऊत क निगल लिहा।” यसायाह 25:8
54जेव्हा हे विनाशी शरीर अविनाशीपण धारण करील व हे मर्त्य शरीर अमरत्व धारण करील, तेव्हा पवित्र शास्त्रात सांगितल्याप्रमाणे होईल. “विजयात मरण गिळले गेले आहे.” यशया 25:8
55“अरी ओ मऊत! तोहार बिजय अब कहाँ बा? अरी ओ मऊत! तोहार दंस कहाँ बा?” होसे: 13:14
55“अरे मरणा तुझा विजय कोठे आहे? मरण, तुझी नांगी कोठे आहे?” होशेय 13:14
56पाप मऊत क दंस अहइ पाप क सक्ती मिलत ह व्यवस्था स।
56मरणाची नांगी पाप आहे आणि पापाचे सामर्थ्य नियमाशास्त्रापासून येते.
57मुला परमेस्सर क धन्यबाद बा जउन पर्भू ईसू मसीह क जरिये हमका बिजय देवावत ह।
57पण देवाला धन्यावाद असो, जो प्रभु येशू ख्रिस्ताद्वारे आम्हाला विजय देतो!
58तउन मोर पिआरा भाइयो तथा बहिनियो, अटल बना डटा रहा। पर्भू क काम क बरे अपने आपके हमेसा पूरा तरह अर्पित कइ द्या। काहेकि तू त जनतइ अहा कि पर्भू मँ कीन्ह गवा तोहार काम बेकार नाहीं बा।
58म्हणून माइया प्रिय बंधूनो, स्थिर आणि अचल राहा. नेहमी स्वत:ला प्रभूच्या कार्यसाठी वाहून घ्या. कारण तुम्ही जाणता की प्रभुमध्ये तुमचे काम व्यर्थ नाही.